पीलिया और बुखार के अलावा मकोय के इतने फायदे और सेवन का तरीका


पीलिया और बुखार के अलावा मकोय के इतने फायदे और सेवन का तरीका


Makoy benefits in hindi मकोय(ब्लैक नाईट शेड) चमकदार, मीठे, काले छोटे रंग के गुच्छे के रूप में हरे कैलेक्स से घिरे रहते है, इसकी पत्तियों, जड़  और फल का दवा बनाने के लिए उपयोग करते हैं। यह बुखार, किडनी, पीलिया आदि के अलावा कई शारीरिक रोगो से बचाव करने में सहायक है।  इस आर्टिकल में जानिए में मकोय के फायदे और सावधानियां। 

एल्कलॉइड की उपस्थिति के मकोय को विषैला माना जाता है। इसमें सोलासोनिन, सोलनिन सहित कई जहरीले एल्कलॉइड होते हैं। 

मकोय सोलनम नाइग्रम से प्राप्त होते है जो कि  बारहमासी शाकाहारी पौधा होता है। इसके पत्ते चमकदार हरे  और बैगनी या सफ़ेद रंग के फूल निकलते है, इस पौधे की ऊंचाई 2 से 3 फ़ीट तक हो सकती है। 

मकोय विटामिन सी से समृद्ध होता है इसके अलावा इसमें विटामिन ए, के और कई प्रकार के मिनिरल्स मौजूद होते है। 

मकोय से होने वाले फायदे - Benefits of Makoy(black night) in hindi

1- भूख बढ़ाये 

यदि आपको भोजन में अरुचि होने लगी है और भूख पहले से कम लगती है तो मकोय के उपयोग से यह समस्या दूर हो सकती है। मकोय के सूखे बीज को  पानी में बीज को उबाले फिर इसमें जीरा, काली मिर्च पाउडर और नमक डालकर सूप जैसा बना ले, यह घरेलू दवा आपकी सर्दी और भूख न लगने के लिए बहुत लाभदायक है।


2 पीलिया में उपयोगी 

मकोय(makoy ke fayde) पीलिया बीमारी के उपचार के लिए सर्वोत्तम  है। यह को मजबूत करता है इसलिए पीलिया होने की संभावना बहुत कम होती है। पीलिया से पीड़ित लोग सोलनम को अपना आहार बना सकते हैं और रोग की स्थिति को गायब कर सकते हैं। काली नाइटशेड(मकोय) के फलों और पत्तियों से बने अर्क से लीवर की मांसपेशिया मजबूत होती है और पीलिया होने की दर कम हो सकती है।   


3 प्लीहा रोगों को ठीक करता है

यह की भी औषधि है। सोलनम नाइग्रम मकोय प्लीहा रोग में भी फायदेमंद है। यह प्लीहा की मसल्स को सुरक्षा और मजबूती देता है।  प्लीहा रोग पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों और जीवाणुओ को खत्म करता है।   

इसके अतिरिक्त यह शरीर के अंदर की गर्मी जिसके वजह से कई बार पेट में अल्सर हो जाते है उसे शांत करता है। इसके लिए हल्दी पाउडर, काली नाइटशेड साग, जीरा,  नमक और  अदरक का तेल से बानी घरेलू दवाई को उपयोग करे सकते सकते है।

एक पैन में अदरक का तेल(ginger oil) को गर्म करे, फिर इसमें जीरा भूने, अब मकोय की पत्तियां इसके ऊपर  हल्दी और एक ग्लास पानी डालकर पकाये । 

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4- अल्सर  लाभकारी 

यह मुँह के छालों की सर्वोत्तम औषधि है। मुंह के छालों से पीड़ित लोग इसे नियमित आहार के रूप में ले सकते हैं और इससे पेट का अल्सर भी ठीक हो जाएगा। इसके 5 से 10 पत्तो को चबाने से छालों के लक्षण कम होने लगते है। 


5-  पाचन में लाभकारी 

ब्लैक नाइटशेड(uses of black night) में भरपूर  मात्रा में फाइबर होती है जिससे भोजन को सरलता से पचाने में सहयोग देता है।   मकोय प्राकृतिक रेचक एजेंट है जो कब्ज की तकलीफ को कम कर सकता है। 


6- बुखार ठीक करें

सोलनम अर्क में कई तरह के मिनरल्स और विटामिन्स जाते है जो बुखार और उससे होने वाले दर्द में राहत देता है। इसके अलावा यह गले  खराश  में आराम दिलाने में बहुत फायदेमंद है। आप इसके चूर्ण को भी उपयोग में ला सकते है। 

7- नींद अच्छी बनाये 

अगर अच्छी नींद न आने की समस्या है तो मकोय के बीजो(makoy seed benefits in hindi) को सुखाकर इसका पाउडर बना ले और दूध में डालकर रात को पिए।  इससे थकान दूर होती है और बहुत अच्छी तरह आप सोते है।  


8-  किडनी के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करे 

मकोय एक तरह की जड़ी-बूटी है जो आपकी किडनी के कार्यो की बाधाओं  को दूर कर किडनी को मूत्र फ़िल्टर करने के लिए उत्तेजित  करता  है।  कार्य को उत्तेजित करने के लिए सबसे अच्छी जड़ी बूटी है और यह किडनी से मूत्र को फ़िल्टर करने में मदद करती है।

9- गर्भधारण सम्बन्धी प्रॉब्लम्स दूर करने में सहायक 

सोलनम नाइग्रम के बीज गर्भ धारण करने में होने वाली दिक्कतों को दूर कर शीघ्र गर्भवती होने में मदद करती है। 

10- त्वचा रोगों को ठीक करता है

मकोय आपकी त्वचा की  एलर्जी, फोड़े, जलन को इसके (सोलनम) अर्क को प्रभावित जगह पर लगाने से लाभकारी होता है। 

11- ह्रदय के लिए मकोय के फायदे 

दिल(heart) को स्वस्थ रखने जिम्मेदारी सभी की है ऐसे में मकोय फल का सुबह के समय सेवन करने से या इसका काढ़ा पीने से बाद कोलेस्ट्रॉल में कमी होती है।  इसका जूस भी ले सकते है। 

पीलिया और बुखार के अलावा मकोय के इतने फायदे और सेवन का तरीका


मकोय का काढ़ा कैसे बनाये ?

आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार मकोय(black shade) का काढ़ा बनाने के लिए कुछ अन्य सामग्रियों को आपस में मिलाया जाता है जैसे  गोखरू, मकोय के बीज, पुनर्नवा, , कासनी, अमलतास की फली, नीम के पत्ते, वरुण छाल, पीपल के पत्ते  आदि को पानी में उबालकर इसका काढ़ा बना लिया जाता है।


मकोय लेने के दौरान सावधानियां 

मकोय को सीधे मुँह द्वारा सेवन करना असुरक्षित हो सकता है क्योंकि इसमे विषैले रसायन पाए जाते है। इससे सिरदर्द, उल्टी, पक्षाघात, अनियमित दिल की धड़कन जैसे  दुष्प्रभाव हो सकते है।  

इसके अलावा इसे सीधे अपनी स्किन पर न लगाए। 


डिस्क्लेमर 

इस लेख में  फायदे और  सेवन करने का तरीके के साथ सावधानियाँ सामान्य जानकारी के तौर पर बताई गयी है क्योंकि इसमें कुछ जहरीले तत्व वाली प्रजातियां भी हो सकते है इसलिए उपोयग से पहले डॉक्टरी सलाह अनिवार्य है।