पतंजलि ज्योतिष्मती या मालकांगनी तेल के फायदे एवं उपयोग

ज्योतिष्मती या मालकांगनी तेल  जो आजकल बहुत चर्चा में है यह ज्योतिष्मती पौधे से प्राप्त होता है, यह औषधिये गुणों से युक्त तेल है , योग गुरु रामदेव जी नाक के लिए इसके बहुत से लाभ बताये है जिसे आगे बताया गया है, इस लेख में जानिए   benefits and Use of patanjali jyotishmati oil in hindi के बारे में।  

पतंजलि ज्योतिष्मती या मालकांगनी तेल के फायदे एवं उपयोग


मालकांगनी के फूल, पत्ते, जड़, बीज सभी औषधि के रूप में उपयोग किये जाते है।  इसका तेल और चूर्ण की तरह सेवन किया जाता है। यह पित्त, वात और कफ नाशक है। 

ज्योतिष्मती तेल के फायदे एवं उपयोग | jyotishmati oil uses in hindi

ज्योतिष्मती कई रोगो के उपचार में फायदेमंद है फिर चाहे वह, वात रोग हो, बालों के लिए, कफ के लिए, मस्तिष्क के लिए आदि सभी में बहुत उपयोगी है।

  1. पतंजलि ज्योतिष्मती(patanjali jyotishmati oil benefits in hindi ) का तेल सर्दी, सिरदर्द, फेफड़े कमजोर होने पर और कैसा भी पुराण जुकाम हुआ हो एकदम ठीक कर देता है।   
  2. ज्योतिष्मती तेल नस्य या नाक (jyotishmati oil for nose in hindi) से होने वाले कीटाणु रोग फ्लू, डेंगू आदि के लिए ;लाभदायक है। 
  3. गौमूत्र के साथ ज्योतिष्मती के तेल को मिलाकर लगाने से दाद (eczema) में विशेष लाभ होता है।
  4. इस तेल का प्रयोग दिमाग की स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए भी करते है। 
  5. मीठी लस्सी के साथ ज्योतिष्मती तेल का सेवन करने से मूत्र सबंधी बीमारिया ठीक होने लगती है। 
  6. ज्योतिष्मती के तेल को यदि पिंडार के साथ पीसकर नाक में डालने पर बुखार(फीवर) ठीक होता है.
  7. मालकांगनी तेल मालिश के फायदे एक यह की इससे संधिवात और  गठिया को ठीक करने में किया जाता है.
  8. मिर्गी के दौरे के लिए ज्योतिष्मती तेल का प्रयोग उत्तम है। 
  9. ज्योतिष्मती तेल को  दूध, हींग और सज्जीखार के साथ खाने पर पेट से जुडी समस्याएं ठीक हो जाते हैं। पेट की सभी समस्याओं के लिए अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे 
  10.  पान के पत्ते पर ज्योतिष्मती के तेल को लेप करके खाने से नपुंसकता  लक्षण ठीक काने में मददगार हो सकता है  
  11.  ज्योतिष्मती तेल स्किन प्रॉब्लम जैस - झाइयां(pigmentation), खुजली आदि  है। 
  12.  मालकांगनी तेल उच्च रक्तचाप, तनाव, स्केबीज,  लकवा में ही राहत दे सकता है। 
  13.  दूध के साथ ज्योतिष्मती के तेल के सेवन से बेरी-बेरी रोग में लाभ हो सकता है जो विटामिन बी की कमी से होता है। 
  14. ज्योतिष्मती पौधे के पत्तो और जड़ के काढ़े से  घाव धोने पर वह जल्दी भरते हैं। 
  15.  दूध में मिश्री के साथ ज्योतिष्मती के तेल प्रयोग करने से शरीर की कमजोरी और दुर्बलता समाप्त होती है.
  16.  ज्योतिष्मती के तेल की मालिश से चोट लगने से हुई सूजन और जोड़ो के दर्द में आराम मिलता है.
  17. गाय के घी(cow ghee) में मिश्री मिला और इसे ज्योतिष्मती तेल के साथ सेवन करने से भी शारीरिक दुर्बलता दूर हो सकती है। 
  18. ज्योतिष्मती के चूर्ण या पाउडर  को शहद में मिलाकर खाने से संधिवात और गठिया में लाभ होता है.
  19. खीर में ज्योतिष्मती के चूर्ण को डालकर खाने से पुरुषों में होने वाली कमजोरी में लाभ होता है। 
  20. महिलाओं के लिए भी यह चमत्कारी है, कांजी के चूर्ण और गुडहल के साथ ज्योतिष्मती के पत्तों को भूनकर खाने से मासिक धर्म नियमित होता है। 
  21. बवासीर(piles) से रहत पाने के लिए ज्योतिष्मती के बीज को पीसकर  मस्सों पर लगाने पर शीघ्र लाभ होता है.
  22. फेफड़ों की कमजोरी  के लिए ज्योतिष्मती के चूर्ण को छाती पर लेप करने लाभ होता है। 
  23. अगर सिर में अक्सर दर्द रहता है तो ज्योतिष्मती के जड़ और पत्तो को पीसे और लेप बनाकर इसे माथे पर लगाए, यह लाभकारी है।  
  24. पतंजलि ज्योतिष्मती तेल (jyotishmati oil for hair in hindi)बालो से रूसी के साथ फॅंगस की समस्या भी ठीक कर सकती है। 


नाक में ज्योतिष्मती तेल का उपयोग कैसे करें व लाभ  

मस्तिष्क से सबंधित रोग जैसे-  तनाव,  माईग्रेन (migraine),  एकाग्रता में कमी, स्मरण शक्ति, आटिज्म (autism) से बचाव के लिए सुबह 2-2 बून्द ज्योतिष्मती तेल को नाक में डाले और और दस मिनट लेते रहे, इससे बहुत लाभदायक होता है, 

ज्योतिष्मती तेल का क्या मूल्य है - Jyotishmati Oil Price in hindi

ज्योतिष्मती तेल(jyotishmati oil) का मूल्य अलग-अलग ब्रांड अलग हो कसता है। इन दिनों पतंजलि ज्योतिषमति तेल को सबसे अधिक प्रयोग में लिया जा रहा है और इसकी कीमत 60 मिली रु. 190 हो सकती है। 


त्रिफलारिष्ट क्या है इसके फायदे और सेवन का तरीका

ज्योतिष्मती तेल के नुकसान 

इसके तेल के कोई खास दुष्प्रभाव सामने नहीं आये है लेकिन उपयोग से पहले डॉक्टरी परामर्श अनिवार्य है।