तुकमलंगा के औषधीय फायदे, सेवन का तरीका और नुकसान सेहत के लिए

Tuklmalnga ke fayde in hindi बहुत से लोग (तुकमलंगा) आज भी तुलसी के बीज के फायदे, उपयोग, औषधीय महत्व और पोषण संबंधी तथ्यों से अनजान हैं। अगर आपको समय मिलता है तो  अपनी दादी माँ से खासकर गर्मी के मौसम में इस पोषक तत्वों से  महत्व के बारे में पूछें, जिसे तुख मलंगा के नाम से जाना जाता है।  

तुकमलंगा के औषधीय फायदे, सेवन का तरीका और नुकसान सेहत के लिए


तुकमेलिया या तुकमलंगा एक औषधीय गुणों से सम्पन्न पौधा है, इसके बीजो का ही सेवन के लिए उपयोग किया जाता है।  यह मुख्यतः अफ्रीका,  भारतीय उपमहाद्वीप और मध्य एशिया के क्षेत्रों में पाया जाता है।   तुकमलंगा औषधीय फायदों( Tukmalanga ke fayde aur nuksan ) और तुकमलंगा खाने का तरीका के बारे में आप यहाँ जान सकते है। 

तुकमलंगा के पोषक तत्व के बारे में बात करे तो इसमें :  में प्रोटीन, विटामिन सी, ई, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर तुकमलंगा को पौष्टिक बनाते है।  इसे शरबत, फालूदा आदि प्रकार के पेय पदार्थो में डालकर सेवन कर सकते है। 


तुकमलंगा का पौधा क्या होता है? What is Tukmalanga in Hindi?

तुकमलंगा मीठी तुलसी(sweet basil) काले रंग के बीज होते है यह एक बूटी की तरह है जिसे त्वचा रोग, पेट के लिए, मधुमेह, फुंसी आदि में इस्तेमाल किया जाता है।  

यह विषाणुरोधी गुणों वाला और शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर पौधा होता है जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से शरीर को बचाता है।   

तुकमलंगा शरीर को मुक्त रेडिकलों के कारण होने वाले  से बचाने में मदद करता है। इसके विषाणुरोधी गुण स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने और अनियमितताओं के खिलाफ संरक्षण में मदद करते हैं।

तुकमलंगा के अन्य भाषाओं में नाम -Different Name of  Tukmalanga 

Tukmalanga का वानस्पतिक नाम सैल्विया इजिप्टियाका(Salvia aegyptiaca Linn  Syn-Salvia pumila Benth) है, और कुल- लैमिएसी (Lamiaceae) है। तुकमलंगा के अन्य नाम भी हैः-

(1) Hindi- तुखमलंगा और तूतमलंगा

(2) English- इजिप्शियन सेज(Egyptian sage)

(3) Punjabi- तूखम मलंगा (Tukhm-malanga)

(4)) Urdu-बलांगो (Balango), तुखमे बलांगो (Tukhm-e-balango) 

तुकमलंगा के स्वाथ्य फायदे - Benefits of Tukmalanga | Tukmalanga ke fayde in hindi 

आयुर्वेद में तुकमलंगा के प्रयोग की जानकारी दी गयी है। चलिए जानते है इसके जबरदस्त लाभों के बारे में। 

  •  ऊर्जा का स्रोत - तूतमलंगा मे जिंक, मैग्नीशियम, विटामिन बी, आयरन जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो आपकी ऊर्जा को बूस्ट करते हैं। 

  • पाचन के लिए वरदान -  वैज्ञानिको के अनुसार, तुकमलंगा के पोषक तत्व में फाइबर मौजूद होता है।  जिसका प्रमुख कार्य पाचन में सुधार करना, भोजन को अच्छे से डाइजेस्ट करना। तुकमलंगा में पाए जाने वाले कार्मिनेटिव में उच्च स्तर में अघुलनशील डिएटरी फाइबर  जो नैचुरली रूप से शरीर को डेटॉक्स करते है, जिससे आपका पेट टोक्सिन फ्री हो जाता है और पेट फूलना, कब्ज, गैस और अपच  समस्याएं दूर रहती है।
  • डायबिटीज में लाभकारी- आज डायबिटीज(मधुमेह) आम प्रॉब्लम है, इसे सिर्फ कण्ट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए तूतमलंगा बीज के 2 ग्राम चूर्ण में गाय का दूध या फिर खाँड मिलाकर सेवन करे है। हरी सौंफ़ खाने के 12 औषधीय फायदे और नुकसान-
  • खून की कमी पूरी करे - तुकमलंगा के सेवन से शरीर में रक्त की कमी को दूर करने में फायदेमंद होता है। शरीर में आयरन की कमी खून की कमी का कारण बनती है।इसमें आयरन की प्रचुर मात्रा होने के वजह से एनीमिया में बहुत लाभकारी होता है।  
  • स्ट्रेस दूर करे - यदि आपको मानसिक तनाव रहता है तो ऐसे में काले तुकमलंगा मेन्टल हेल्थ के लिए जैसे माइग्रेन, चिंता, तनाव में कमी करने में सहायक होता है और आपके मूड  बेहतर करता है। 
  • शीतलता प्रदान करे - शरीर के बढ़ते तापमान को सामान्य रखने के लिए तुकमलंगा का सेवन किया जाता है क्योंकि तुकमलंगा की तासीर ठंडी होती है, जो शरीर को ठंडक प्रदान करने में सहायक होती है इसलिए गर्मी के दिनों में तुकमलंगा का सेवन गर्मी के प्रभाव को कम करता है। आधा कप तुकमलंगा बीजो को पानी में भिगो कर आधे घंटे बाद पिए। 
  • हड्डियां मजबूत बने - तुलसी के बीज(तुकमलंगा) में कैल्सियम उपस्थित रहता है जो दांत और हड्डियां मजबूती करने के साथ ही, अधिक आयु में हड्डी फ्रैक्चर होने के जोखिम से भी सुरक्षा है।
  • त्वचा के लिए - तुकमलंगा में पाए जाने वाले औषधीय गुण, त्वचा विकारों को दूर कर, त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। इसके लिए आप तुकमलंगा की पत्तियों को पीसकर त्वचा पर लगाएं, इसे लगाने से त्वचा विकारों को दूर किया जा सकता है।
  • बवासीर में लाभ दे - पाइल्स के लिए तुकमलंगा एक लाभदायक औषधि है। शुरुआती बवासीर को ठीक(Tukmalanga ke fayde) करने में यह प्रभावकारी है।  समस्या अधिक होने पर डॉक्टर को दिखाए।  
  • रक्तचाप को संतुलित करे- ब्लड प्रेशर को मेंटेन करने के लिए आप तूतमलंगा का सेवन कर सकते है इसमें पोटैशियम के साथ मैग्नीशियम पाए जाते हैं यह दोनों ब्लड प्रेशर के संतुलन लिए बहुत जरूरी होते हैं। shatavar ke fayde - शतावरी के स्वास्थ्य फायदे और नुकसान
  •  वजन घटाने के लिए - तुकमलंगा का एक फायदा यह कि आप अपना वजन भी कम कर सकते है जैसा कि हमने बताया कि इसमें फाइबर भरपूर होता है जिससे आपका पेट काफी देर तक भरा हुआ रहता है और फिर पचाता भी अच्छे से है।  वजन में कमी  यह दोनों चीज़े होना बहुत जरुरी होती है। एक चम्मच तुकमलंगा बीज को एक गिलास में भिगो दे और सुबह खाली पेट पी ले।
  • बालों को स्वस्थ बनाये -  तुकमलंगा में आयरन, प्रोटीन  स्वास्थ्यवर्धक तत्व मिलते  आपके बालों को पोषण देने, उन्हें मजबूत करने का कार्य करते है। 

  • त्वचा के विकारों को दूर करे - अगर चेहरे पर त्वचा सबंधी विकार उतपन्न होता है तो उस स्थान पर तूतमलंगा बीज को पीसकर लगा ले।   

  • आंखों के लिए फायदेमंद- तूतमलंगा के बीज काढ़ा आपकी आंखों के लिए बेहद कारगर है कहा जाता है इससे अपने नेत्रों धोने से आँखों के इन्फेक्शन  मिलता है लेकिन कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।  

तुकमलंगा के औषधीय फायदे, सेवन का तरीका और नुकसान सेहत के लिए


तुकमलंगा  का सेवन कैसे करे -


तुलसी के बीजो को आधा घंटा पानी में भिगो फिर इसका सीधा उपयोग कर सकते है या  अपनी स्मूथी में डाले। 
तुकमलंगा को दही, कुल्फी कोई भी शरबत में डालकर पिए।  

तुकमलंगा के नुकसान - Disadvantages of Tukmalanga in hindi 

  1. जो व्यक्ति किसी विशेष रोग से पीड़ित है और दवा ले रहे वे भी तुकमलंगा के पहले चिकित्सक से सलाह ले। 
  2. तुकमलंगा का अधिक सेवन भी न करे, ज्यादा फाइबर खाने से पेट खराब हो सकता है।
  3. तुकमलंगा के कुछ खास नुकसान नहीं है, हो सकता है कुछ लोगो में एलर्जी की प्रॉब्लम दिखे तो वे इसका उपयोग बंद कर दे। 
  4.  स्तनपान कराने वाली व गर्भवती महिलाएं तुकमलंगा का सेवन केवल डॉक्टरी परामर्श पर ही करे स्वयं से नहीं वर्ना नुकसान कर सकता है। 

निष्कर्ष 

इस लेख में तुकमलंगा के फायदे और नुकसान के बारे में बताया गया जो केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते है अधिक जानने के लिए किसी एक्सपर्ट से पूछे।