होम्योपैथी से ऑटिज़्म(autism) स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर का इलाज कैसे होता है

होम्योपैथी से ऑटिज़्म(austism) स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर का इलाज कैसे होता है


autism spectrum disorder homeopathy treatment in hindi -ऑटिज़्म (autism) से ग्रस्त बच्चे अतिसक्रिय और अति उदासीनता हो सकते है, ये आम बच्चो की तरह समाज में अपनी जगह नहीं बना पाते। इसके मुख्य कारणों का पता नहीं है और पारम्परिक इलाज इसमें इतना हितकारी नहीं जितना की होमयोपैथिक। इससे इलाज के दौरान बच्चो के व्यवहार पर नजर रखा जाता है। 


ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर क्या होता है - autism spectrum disorder meaning  in hindi

ऑटिज़्म का मेडिकली पूरा नाम आटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर है। यह मस्तिष्क के विकास में एक विकार होता है। यदि किसी बच्चे को यह समस्या है तो शुरुवात के 2 से 3 साल की आयु में इसके लक्षण नजर आने लगते है। यह प्रॉब्लम गर्भ में रहने के दौरान होती है पर दिखती बाद में है।  इसका पूर्ण  कारगर इलाज नहीं है बस इसे कण्ट्रोल करने का प्रयत्न किया जाता है।  

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ऑटिज़्म के लक्षण - symtoms of  autism spectrum in hindi 

  • अकेले रहना 
  • अकेले खेलना और खाना 
  • अपनी बात न कह पाना 
  • बात करते समय अटकना 
  • फ्रेंडशिप न कर पाना 
  • खिलौनों से लगाव 
  • नींद की समस्या हो सकती है 
  • आक्रामक हो जाना 

  1. ऑटिज़्म पीड़ित बच्चों में इस प्रकार की समस्याएं भी हो सकती है -

  • डिस्प्रेक्सिया : इन समस्या से पीडित लोगों को सुस्ती और दूसरों द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार काम करने में परेशानी होती है।
  • डिस्लेक्सिया होने की सभावना होती है जिसमे बच्चे लिखने-पढ़ने और अक्षर पहचानने में समस्या होती है। 
  • इंसोमेनिया यानि नींद ना आने की प्रॉब्लम होती है 
  • अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसॉर्डर यानि बच्चे को किसी भी चीज़ या कार्य में फोकस नहीं कर पाता।  एकाग्रता की कमी होती है। 


होम्योपैथी से ऑटिज़्म का इलाज कैसे होता है   autism treatment in homeopathy in hindi

  • होम्योपैथिक उपचार आटिज्म पीड़ित पर  एंडो क्रिनॉलॉजिस्ट इम्युनोलॉजिकल एक्सेस और साइको-न्यूरो पर प्रभाव दिखाता है 
  • इस उपचार में आटिज्म बच्चों को ग्लूटेन फ्री डाइट दी जाती है क्योंकि वे इसके प्रति संवेदनशील हो सकते है और यह संवदेनशीलता कुछ प्रकार के प्रोटीन के साथ भी होती है। 
  • आटिज्म पीड़ित बच्चो को गुड़ बिहेवियर थेरेपी के जरिये उनके व्यवहार को परिवर्तन करने का प्रयास किया जाता है। 
  • बच्चे आटिज्म का लेवल क्या है उसकी स्थिति को समझते हुए कि बच्चे को किस तरह का भोजन पसंद है, किस तरह की चीज़ो से अलग लगाव है और उसकी प्रतिक्रिया आदि के अनुसार होमयोपैथिक दवा दी जाती है।  

ऑटिज़्म का इलाज होम्योपैथी दवाएं 

यहाँ कुछ होयोपैथिक दवाओं नाम केवल जानकारी के लिए बताये जा रहे इनका स्वयं से उपयोग न करे -


  • कूर्म मेटलिकम - यह दवा तब के  लिए होती है जब बच्चा गुस्सा, बहुत तनावपूर्ण, आक्रामक और जुनूनी हो जाता है साथ ही लोगो से संपर्क नहीं कर पाता। 
  • कार्सिनसिन - जिन आत्मकेंद्रित(आटिज्म) बच्चों में प्रतिभा होती है और वे कुछ न कुछ क्रिएटिविटी करते है उनके लिए यह बहुत प्रभावी और सहायक होता है। 
  • हेलेबोरस हेल्लेबोरस उपचार तब के लिए फादेमंद और प्रभावी होता है जब आटिज्म पीड़ित बच्चा बहुत उदास रहता हो,, धीमा  हो, काम सक्रीय रहता हो।   
  • एगरिकस   यह दवा उन आटिज्म वाले बच्चे पर अधिक प्रभावी है जो मानसिक रूप से अजीब लगते है साथ वे शारीरिक रूप से भी अलग लगते है जैसे बड़बड़ाना, चिल्लाना, रात में मरोड़ के साथ उठ जाना आदि। । 
  • ओन्डक्टनसस -  एक दवा इस तरह के बच्चो को शांत करने के लिए दिया जाता है जो एक एक आक्रामक हो जाते है। 
  1. निष्कर्ष 

  2. इस लेख में होम्योपैथी से ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर का इलाज बताया गया है जो सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए उपलब्ध है, बिना डॉक्टरी परामर्श के उपचार न अपनाएँ।