प्रेग्नेंसी के दौरान अमरूद खाना चाहिए या नहीं, जानिए इसके फायदे और नुकसान

Guava In Pregnancy In Hindi अमरूद विभिन्न यौगिक और पोषक तत्वों से समृद्ध है जो आपके प्रजनन क्षमता और स्वस्थ गर्भावस्था में मदद करता है और प्रजनन क्षमता से संबंधित जटिलताओं को रोकने में मदद कर सकता है। इस आर्टिकल जानिए प्रेगनेंसी में अमरूद खाना चाहिए या नहीं।

प्रेग्नेंसी के दौरान अमरूद खाना चाहिए या नहीं, जानिए इसके फायदे और नुकसान

गर्भवती महिलाओं(pregnant women) पर डॉक्टर कई आहार से जुड़े प्रतिबंध लगाते हैं, जिनमें  भोजन के प्रकार सेवन से लेकर  कितनी कैलोरी का सेवन करना है यह भी शामिल है। वैसे प्रेगनेंसी के दौरान महिलाये खाने के मामले में पहले से ज्यादा सतर्क हो जाती हैं। ऐसे में कुछ स्वादिष्ट और अच्छे फल का लुत्फ़ उठा सकती है जैसे कि अमरुद। 

अमरुद में पाए जाने वाले न्युट्रिशन्स - Nutrients Found In Guava In Hindi 

 भ्रूण के स्वस्थ(healthy fetus) विकास में अमरुद के उच्च पोषण सामग्री सहायता करते है, 

गर्भवती महिलाओं को अक्सर विटामिन सी, प्रोटीन, फोलेट(folate) और अन्य पोषक तत्वों की अधिक आवश्यकता होती है। मुख्यतः विटामिन सी जो बच्चे के सर्वोत्तम विकास के लिए महत्वपूर्ण है, इसके साथ ही आयरन के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे भ्रूण को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है। 

इसके अतिरिक्त गर्भावस्था में पर्याप्त फोलेट  रीढ़ की हड्डी और जन्म दोषों की समस्याओं को रोकने में भी मदद करता है।

अमरूद की एक खुराक यानि करीब 165 ग्राम- फोलेट के लिए डीवी(daily value का 20% से अधिक और विटामिन सी के लिए 400% से अधिक दैनिक मूल्य  प्रदान करती है, इस तरह  अमरूद गर्भावस्था के दौरान खाने के लिए उपयुक्त भोजन बन जाता है।

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प्रति 100 gram अमरूद का पोषण मूल्य:

कैलोरी: 68

फाइबर: 5 ग्राम

कार्बोहाइड्रेट: 14 ग्राम

आयरन: 0.3 मिलीग्राम

वसा: 0.9 ग्राम

प्रोटीन: 2.6 ग्राम

फोलेट: 49 माइक्रोग्राम (12% दैनिक अनुशंसित सेवन का 12%)

विटामिन सी: 228.3 मिलीग्राम (380%दैनिक अनुशंसित सेवन का 380%)

पोटैशियम: 417 मिलीग्राम

कैल्शियम: 18 मिलीग्राम


अमरूद विटामिनस ए, ई और के, मैग्नीशियम और कैल्शियम का भी  बेहतर स्रोत है इसके साथ यह कोलेस्ट्रॉल-मुक्त और सोडियम कम मात्रा में होती है। 


 गर्भावस्था में अमरूद खाने के फायदे - Benefits Of Eating Guava During Pregnancy in hindi



1. फोलेट का समृद्ध स्रोत


अमरूद विटामिन फोलिक एसिड(बी9) का एक बेहतरीन स्रोत है, प्रेगनेंसी में अमरूद के खाने से महिला भ्रूण में न्यूरल ट्यूब(neural tube) को बनाने में मदद हो सकती है और यह जन्म से होने वाली तंत्रिका संबंधी समस्याओ जैसे - स्पाइना बिफिडा(Spina bifida) व एनेस्थली को रोकने कारगर हो सकता है।  


2.  रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाये 


गर्भावस्था के दौरान महिला की इम्युनिटी प्रभावित होती है और इससे बच्चा में इन्फेक्शन के प्रति संवेदनशील हो सकता है।  अमरुद के दुगुनी विटामिन सी मात्रा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।



3. कब्ज की समस्याओं को दूर करे 


प्रेगनेंसी के टाइम पर शरीर में हार्मोनल चेंजस के कारण कई बार पाचन  प्रॉब्लम्स हो  जैसे - कब्ज(constipation), गैस्ट्राइटिस,  सूजन, दस्त आदि।  यह जग जाहिर है कि अमरुद के सेवन से कब्ज  व पाचन में होने वाली समस्याएं बहुत कम हो जाती है, यहाँ तक पाचन तंत्र में होने वाले संक्रमण को भी  रोका जा सकता है, ऐसे इसके समृद्ध फाइबर औरपानी के वजह से संभव हो पाता है।  


4. गर्भ कालीन मधुमेह से बचाव 


अमरूद में चीनी  मात्रा बहुत कम होने के वजह से प्रेगनेंसी के समय होने वाले मधुमेह में आराम से सेवन कर सकते है। वह इसलिए क्योंकि इसके फाइबर को पाचन में टाइम लगता है और रक्त शर्करा  बैलेंस रहता है। 


5. रक्तचाप को कण्ट्रोल करे 

 

शरीर में हार्मोनल बदलाव के वजह रक्तचाप में भी परिवर्तन होना संभव है अमरुद के पोटेशियम  ब्लड प्रेसर कण्ट्रोल कर सकते है और इसके एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव की को क्षति कमी करते है।  आपको प्रयास करना चाहिए कि आपका बीपी नार्मल रहे। 


6. एंटीऑक्सीडेंट से युक्त

 

अमरूद के अच्छे उच्च एंटीऑक्सीडेंट की सांद्रता वाला फल है जैसे टोकोफ़ेरॉल (विटामिन ई) जो की गर्भावस्था में ऑक्सीडेटिव क्षति में कमी, स्वस्थ भ्रूण विकास  वृद्धि करता है।


 अमरूद के गर्भावस्था के दौरान दुष्प्रभाव - Side Effects Of Guava in pregnancy in hindi


pregnancy के दौरान अमरूद खाना सामान्यतः स्वास्थ्यवर्धक और सुरक्षित है, लेकिन कुछ दुष्प्रभाव भी हैं जिनसे आपको सावधान रहना चाहिए:


1. फाइबर की अधिकता

अमरूद में फाइबर की उच्च मात्रा होती है, इसलिए अधिक खाने से पाचन संबंधी, सूजन और गैस परेशानी भी हो सकती है।


2. एलर्जी की समस्या 

अमरूद से कुछ लोगो को एलर्जी भी हो सकती है। अगर आपको अमरूद या किसी भी फल से इस तरह की प्रॉब्लम है तो सेवन करने से बचे।


3. पाचन की समस्याएं

कच्चा या फिर ज्यादा मात्रा में अमरूद खाने से आपपेट ख़राब या दस्त होने जैसे स्थिति हो सकती है इसलिए लिमिट में ही पके अमरुद खाये। 


4. पहले से मौजूद स्वास्थ्य स्थितियाँ

जिन गर्भवती महिलाओं को पहले से ही अमरूद का सेवन से पहले ही स्वास्थ्य समस्या है वे पहले अपने सेवा प्रदाताओं का परामर्श लेना चाहिए।


गर्भावस्था में अमरूद खाने सम्बन्धी टिप्स या ध्यान रखने योग्य बातें


  • जैविक वाले अमरुद कहए इसमें किसी  प्रकार का रसायन नहीं जो प्रेगनेंसी को हार्म करे। 
  • फलो को हमेशा रगड़ धो कर ही खाये।  
  • अधिक अमरुद खाना सही नहीं है पेट ख़राब हो सकता है। 
  • गर्भवती महिलाओं खाली पेट अमरुद को खाना अनुशंसित नहीं किया जाता है, इससे एसिडिटी और पाचन तंत्र धीमा हो जाता है। 
  • सफ़ेद गुदा वाले अमरुद  वरीयता दे, लाल खाने से पहले डॉक्टर से पूछे। 
  • अमरुद के बीज खा सकती है इसमें फाइबर है लेकिन सिमित। 
  • दोपहर में अमरुद खाना अधिक उत्तम है या नाश्ते के समय भी। 
  • अमरूद को आप अन्य फलों जैसे स्ट्रॉबेरी, केला,  अनानास,  तरबूज, बेरी, आम के साथ मिलाकर खा सकते है इससे अन्य पोषक तत्व भी मिलते है।



डिस्क्लेमर 

गर्भावस्था में अमरूद पोटेशियम, फोलेट  और एंटीऑक्सिडेंट जैसे जरुरी पोषक तत्व होते है जो की बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। लेकिन स्वास्थ्य स्थिति अलग हो सकती है सेवन से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है। 


FAQs 

Q- क्या गर्भावस्था के लिए  अमरूद अच्छा है?

A- जी हां, गर्भावस्था के लिए अमरूद अच्छा होता है। यह फोलेट, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, खनिज और विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत है, जो गर्भवतियों के लिए बहुत फायदेमंद है।