Law Of Assumption क्या है ? इसे कैसे उपयोग करे

Law Of Assumption In Hindi आज हम कल्पना और वास्तविकता का निर्माण करने वाली सबसे तेज तकनीक धारणाओं के नियम जो की नेविल गोडार्ड द्वारा लिखित है पर चर्चा करेंगे।  

Law Of Assumption क्या है ? इसे कैसे उपयोग करे


आपने अभी तक कई जगह या लोगो के द्वारा या फिर स्वयं से लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन के बारे में जानते होंगे लेकिन क्या आपने लॉ ऑफ़ assumption के नियम के बारे में सुना या ध्यान दिया है।  चलिए जाने कि कैसे आप अपने मनिफेस्टेशन की राह इसके द्वारा आसान बना सकते है।  

Law Of Assumption क्या है ?

 लॉ ऑफ़ assumption यानि धारणा का नियम को वैज्ञानिक नेविल गोडार्ड का सिद्धांत है उन्होंने इसे स्वयं अनुभव किया है।  इसे अभिव्यक्ति(manifestation) की जड़ माने और अपने सपने पूरे करे। आपको  लॉ को गहराई से जानने के जरुरत है।  

नेविल गोडार्ड  कोई भी लक्ष्य सबसे पहले व्यक्ति के मन में स्थित होता है उसके बाद कार्यो से, तो आपको यह बस  धारणा बनानी है  कि जो भी चाहते है वह तो आपके पास पहले से ही है, इससे आपकी  इच्छाएं सच्चाई बनने में लग जाएँगी। 

कल्पना करने के दौरान अपनी इच्छा के एंड गोल(अंतिम लक्ष्य) को ध्यान रखे की अंत में क्या होगा। अपने अवचेतन मन को विश्वास दिलाये कि अमुक इच्छा आपमें पहले से ही और आपकी वर्तमान स्थिति कैसी भी हो वह आपकी सच्चाई बनने के लिए स्वचालित मोड में आने लगेगी। 

उदाहरण - यदि आप एक घर चाहते है तो इस इच्छा का अंतिम लक्ष्य क्या रखेंगे की आप अपने घर में आराम से सोफे पर बैठे और टीवी देख रहे या छत पर खड़े होकर प्रकृति का मजा ले रहे है। इस तरह कुछ भी धारणा बनाये। 

law of assumption को अपने जीवन के किसी भी क्षेत्र में लगा सकते है चाहे वह विवाह हो, करियर, स्वस्थ हो आदि। आकर्षण का नियम(law of attraction) का यूज़ कैसे होता है जिससे सबकुछ पा सकते है

क्या चीज़े law of assumption को कमजोर बनाती है 

  • आपको अपनी भौतिक सच्चाई जो भी उसको ध्यान में  नहीं रखना है इस पर ध्यान देंगे तो आपकी इच्छा सच होने में अधिक समय लगाएगा या पूरा ही नहीं होगा। 
  • परिणाम कि चिंता नहीं करना है  स्वयं और  इरादों पर फोकस करे पर टाइम लगाए। 
  • अवचेतन मन को विश्वास दिलाने में टाइम लगता है इसके लिए पॉजिटिव अफर्मेशन दे। इससे इच्छा अउ प्रबल होगी। 
  • यदि व्यक्ति को स्वाभाविक रूप से assumption(अनुमान) करने की प्रैक्टिस नहीं है, तो वह इस लॉ(कानून) को अच्छे से उपयोग नहीं कर सकता। इसमें विश्वास और तत्परता महत्वपूर्ण है।
  • अगर किसी असफलताओ का सामना किया है तो उसे सेल्फ टॉक और सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी की वजह से वह law of assumption का भलीभांति उपयोग नहीं कर पायेगा।
  • आपके आस-पास यदि नकारात्मक माहौल है तो यह आपकी धारणा को नेगेटिव बनाते है।
  • आत्मसमर्पण की कमी कुछ भी पॉजिटिव assume करने से रोकते है।

कैसे law of assumption को मजबूत बनाये -

  • कुछ बड़ा मैनिफेस्ट दौरान अधिक नेगेटिविटी आती है इसलिए छोटी चीज़े मैनिफेस्ट करे। एक दो इच्छापूर्ति होने पर आत्मविश्वास आने लगता है।
  • मैनिफेस्ट करने से पहले स्वयं में सेल्फ कॉन्फिडेंस बिल्डप करे।
  • अपनी प्रेजेंट स्थिति को न देखे बल्कि धारणा बनाये यानि अपनी इच्छा के बारे में कहानी की तरह सोचे और साथ में यह भी कि उस इच्छा अंत क्या है।
  • आपका फोकस अंत गोल पर होना चाहिए।
  • affirmation बहुत जरुरी है यह आपके दिमाग तक आपको चाहिए उसके लिए सन्देश पहुंचाता है।
  • अपने माहौल पॉज़िटिव रखे, नेगेटिव लोगो की बातो को इग्नोर करे।