Eye flu home treatment in hindi-आई फ्लू से छुटकारा दिलाएंगे ये सरल घरेलू उपाए

 

Eye flu home treatment in hindi-आई फ्लू से छुटकारा दिलाएंगे ये सरल घरेलू उपाए

Eye Flue home remedies in hindi आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस बीमारी बारिश के मौसम में अधिक होती है पहले तो यह एक आँख में होती है लेकिन कई बार संक्रमण के वजह से दूसरी आँख में भी फ़ैल सकती है।   इस दौरान क्या सतर्कता बरतनी चाहिए, इसके लक्षण और उपचार किस प्रकार करे की यह शीघ्र ठीक हो जाये उसके लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़े। 

आई फ्लू (pink eye) में कहा गया है कि ओवर द काउंटर की दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए।  कई बार ठीक हो जाने के बाद भी सावधानी न रखने पर कुछ समसयाओ का सामना करना पड़ सकता है और पुनः इन्फेशन हो सकता है।  

आई फ्लू के के कितने प्रकार है ? - Types of Eye Flu(Conjunctivitis) in hindi

1-बैक्टीरियल, वायरल, क्लैमाइडियल, गोनोकोकल, जीएंट पैपिलरी  और एलर्जिक। 

2- वायरल आई फ्लू सबसे सामान्य है जो अधिकतर लोगो को होता है यह खांसने, छींकने आदि हवा के माध्यम से फैलता है । 

3- बैक्टीरियल आयी फ़्लु संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। 

4- गोनोकोकल आई फ्लू निसेरिया गोनोरिया के द्वारा होती है और बहुत दुर्लभ है। एंटीबायोटिक थेरेपी से इसका उपचार किया जाता है। 

5- गोनोकोकल आई फ्लू का मामला एकतरफा होता है इसमें कॉनकरंट जेनिशल इंफैक्शन  एक साथ होता है। ऑरल एंटीबायोटिक्स  ट्रीटमेंट किया जाता है। 

6- एलर्जिक आई फ्लू किसी भी मौसम में हो सकता है। यह धूल, किसी जानवर या कीड़े के एलर्जी के वजह से होती है। इसमें अधिकतर आई ड्रॉप्स दी जाती है। 

7- जीएंट पैपिलरी आपके दोनों नेत्रों को इफेक्ट करती है।  इसके अधिकतर मामले कांटेक्ट लेंस पहनने वालो को होता है। 

आई फ्लू के क्या लक्षण है - Eye Flu Symptoms in Hindi

आई फ्लू को या पिंक आई में लक्षण दिखाई देते हैं-

  • आंखों में अधिक सफ़ेद कीचड़ आना
  • आँख में खुजली और लालपन 
  • सुबह के समय उठने पर आंखों का चिपकना
  • सूजन के साथ पानी आना और दर्द 


  • आई फ्लू से छुटकारा दिलाने वाले घरेलू उपाए - Home Remedies for Eye Flue in hindi


    • 1- आई फ्लू(conjunctivitis) से निजात पाने के लिए आपको रोज वाटर का उपयोग करना चाहिए, इसमें  एंटीसेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते है जो संक्रमण  छुटकारा दिलाने में बहुत मदद करते है।  यह आँखों को ठंडक देता है जिससे जलन और चुभन नहीं होती है। दोनों नेत्रों में दो-दो बून्द रोज वाटर की डाले और कुछ देर बंद रखे।  
    • 2- एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट तत्वों से सम्पन्न तुलसी जिसे होली बेसिल भी कहते है में आंखों के इन्फेक्शन से राहत पाने में हेल्प हो सकती है।  यह आँखों में होने वाली चुभन और साथ ही जलन से को दूर रखता है।  आपको इसके पत्तियों को रातभर के लिए पानी में भिगो दे और अगले दिन की सुबह इससे आँखों को धोये तीन से चार दिन तक लगातार करे।  
    • 3- जैसा की आपको भी पता होगा की नीम स्किन इंफेकशन में कितना लाभकारी होता है।  इसके पत्तियों को धो कर पानी में रातभर के लिए भिगोकर छोड़ दे और अगले दिन सवेरे इससे आँखों को धोये यह बहुत सरल और फायदेमंद उपाए है। 
    • 4- हर्बल ग्रीन टी एक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर चाय होती है, इसके टी बैग्स को गुनगुने पानी में  डुबोकर फ्रीज़ में ठंडा होने  रख दे और फिर आँखों पर रखे या फिर सीधे आँखों पर इससे कम होगा ही जलन भी कम होगी। 
    • आई फ्लू  बरती जाने वाली सावधानिया-

      • संक्रमित व्यक्ति के तौलिया, रुमाल और कपडे के संपर्क से बचे। 
      • इन्फेक्टेड व्यक्ति छुए नहीं, यदि छूते है तो हाथ अवश्य धोये। 
      • जिस व्यक्ति को संक्रमण हुआ था उसके ठीक होने के कुछ दिन तक भी दूरी बनाये रहे। आंखों में जलन और दर्द होने पर डॉक्टर की सलाह लें
      • ओवर द काउंटर वाली दवाये न ले। 
      • बारिश के मौसम में आंख से पानी आये तो चिकित्सक को दिखाए। 
    • डिस्क्लेमर 
    • आई फ्लू के लिए जो भी घरेलू तरीके बताये गए है यह शुरुवाती लक्षण के लिए, स्थिति गंभीर है तो डॉक्टर को दिखाए।