आंतरिक शांति कैसे प्राप्त की जाती है जाने सरल तरीके और फायदे

आंतरिक शांति कैसे प्राप्त की जाती है जाने सरल तरीके और फायदे


how to find inner peace and calm in hindi जिसे मन की शांति प्राप्त होती है यह आवश्यक नहीं कि वह हमेशा हँसते हुए दिखाई दे, लेकिन वह प्रसन्न है क्योंकि शांति उसकी आंतरिक दिनचर्या बन चुकी है।  इसलिए उसे हर वक्त दिखाने की जरुरत नहीं।  इस आर्टिकल जानिए कैसे मन की शांति(peace of mind) प्राप्त कर सकते है। 

ख़ुशी थोड़े समय के लिए होती है लेकिन शांति लम्बे समय तक या यू कहे की आपकी आदत बन जाती है। जिसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है इसके लिए आपको बहुत अधिक कुछ करने की आवश्यकता नहीं है केवल छोटे कदम उठाने है।  

व्यक्ति को लगता है कि यदि उसकी परेशानियों का अंत हो जाये तो उसे शांति(Inner Peace) मिल जाएगी लेकिन यकीन मानिये ऐसा बिल्कुल  नहीं है, जब तक आप इसे अपने व्यवहार में नहीं लाएंगे।  इंसान समस्याओ से घिरे रहने के बाद भी शान्ति पा सकता है और इससे उसकी प्रॉब्लम्स भी सॉल्व होने लगती है और आपको पीस ऑफ़ माइंड, calmness आदि प्राप्त होती है -

कैसे जाने आप में आंतरिक शांति है - how i know am  peaceful person in hindi

यदि आप दिन-प्रतिदिन की चिंताओं से अधिक प्रभावित नहीं होते है। (You are not overly affected by day-to-day worries.)

जीवन आपके रास्ते लाये उसका स्वागत करते है। (welcome whatever life brings in your way)

स्वयं को सहज या सरल रखने का प्रयास करते है। (Tries to keep himself comfortable or simple)

आंतरिक शांति प्राप्त करने के सरल तरीके - How to Find Inner Peace in Simple Way in Hindi 


जिसे आप नियंत्रित नहीं कर सकते है उसे स्वीकार करना

कुछ न कुछ ऐसा होता रहेगा जो आपको डरा सकता है, कमजोर बना सकता है रुला सकता है आदि। ऐसे में गुस्सा, चिड़चिड़ापन स्वाभाविक है। जीवन को कण्ट्रोल नहीं कर सकते है, यह अप्रत्याशित(unpredictable) है। इसे हम नजरअंदाज भी नहीं सकते है। 

लेकिन स्वीकृति(accpetence) से बहुत फर्क पड़ता है कुछ दिन इसका अभ्यास करे कि "अभी जो हो रहा है वह हमेशा नहीं रहेगा, मै सिर्फ कोशिश कर सकता है हूँ और अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा। " ऐसा कहने से आपने दिमाग इसे स्वीकारने लगेगा। 

कुछ दिनों आप देखंगे की आप पहले से अच्छा महसूस कर रहे है। 

लेकिन हमारा दिमाग यह मानने को तैयार नहीं होता है।  फिर चाहे वह कुछ भी रेलशनशिप, कोई व्यक्ति, कार्य आदि। सबसे अच्छा है कि पहले एक्सेप्ट करे या प्रतिदिन प्रयास करे की, इसे मै नियंत्रित नहीं कर सकता।

आभार प्रकट करने वाला जर्नल लिखे 

यह सबसे अच्छा तरीका शांति पाने इससे आप आजीवन आंतरिक सुख पा सकते है।  लेकिन जर्नल में अच्छी बातो को ही लिखे, कई लोग उनके मन में जो चल रहा होता है उसे लिखने के लिए कहा जाता है तो उसमे दुखभरी चीज़े लिखने लगते है और इससे कोई फायदा नहीं उल्टा आप और पक्के हो जायेंगे की आपको शांति नहीं है।  बल्कि जीवन में बहुत सी अच्छी चीज़े भी होती है उन्हें लिखे और अपने ईश्वर को आभार दे।  शुरुवात में 5 से 10 अच्छी बातो को लिखे। 

अफर्मेशन दे 

प्रतिदिन कुछ एक से दो बार प्रतिवाक्यों(affirmations)  दोहराये जब तक कि आपका दिमाग इन्हे स्वीकार न करने लगे।  जैसे- मेरा जीवन अच्छा चल रहा, मेरे काम बन रहे, मेरे रिश्ते ठीक है कुछ ऐसा ही।  शुरुवात में आपको इसे बोलने में मजा नहीं आएगा आपको लगता है कि ऐसा कुछ है ही नहीं।  शायद इसलिए आपके साथ हमेशा ऐसा है।  इस प्रकार के वाक्यों को कम से कम 21 दिन बोलकर देखे।  हर दिन कहे पॉजिटिव अफर्मेशन (positive affirmation)फिर देखे फायदे

जमीन से जुड़े 

इसका अर्थ है अपनी सेल्फ में रहे, तनाव से बचने के लिए पौधे रखे ु की देखभाल करे, कोई बुक खरीद ले, अच्छी मोटीवेट करने वाली मूवी देखे, कुछ भी अच्छा बना कर खाये।  जब हम अंदर से शांत नहीं होते है तो कुछ भी करने का मन नहीं करता है लेकिन एक कोशिश का मतलब ही है एक बार बिना मन तैयार होना और फिर जादू होन लगता है। 

 
वर्तमान में रहने का प्रयास करे 

भविष्य की चिंता से कई बार ह्रदय में डर, असुरक्षा चाहे वह पैसो को लेकर हो, कोई रिश्ता, किसी को खोने का भय आदि से मन अशांत रहता है और दिमाग से यह चीज़े जाती भी नहीं है।  इसके लिए वर्तमान में ध्यान केंद्रित करे कि जो है अभी है, इसे माइंडफुलनेस कहते है, इसकी आपको प्रैक्टिस करनी होगी। जब आप ऐसा करेने लगेंगे तो स्वयं में बदलाव महसूस करेंगे।   

दुसरो को और खुद को क्षमा करे 

यकीन माने यह बिल्कुल किसी जादू की तरह कार्य करताक्षमा  है।  जब आपके साथ कोई गलत व्यवहार या गलत करता है तो गुस्सा आना पूरी तरह स्वाभाविक है।  लेकिन मन में दबाये रखने से आपकी शांति भी चली जाती है जो कभी-कभी क्रोध के रूप में बहार आ जाती है।  क्षमा(forgivness) करने का अर्थ है कि अब आपके दिमाग में उसके लिए कोई भी अच्छा या बुरा कुछ भी नहीं है।  एक सर्वे के अनुसार - पांच हफ्तों तक अलग-लग आयु के लोगो ने क्षमा कर स्वयं को पहले से शांत महसुस किया। 

इसी तरह स्वयं को भी क्षमा करना बहुत जरुरी है यदि आपने कोई गलती की  और आपको एहसास है, और पुनः वैसी गलती न करने का निर्णय ले ऐसे में आप भीतर से शांति महसूस करेंगे। 

खुद स्वस्थ रखने के लिए क्षमा करे बेशक आसान नहीं पर करे। लेकिन भावना के साथ। इसे आपको उस व्यक्ति के सामने या अकेले स्वयं से कर सकते है कि मैंने उसे क्षमा किया। 

आतंरिक सुख के फायदे - benefits of inner peace in hindi

अपने खुश करने के लिए आपको किसी चीज़ अधिक जरूरत नहीं होती है। आप हर हाल में सुखी महसूस करते है। 

स्वयं को स्वस्थ रखने का प्रयास करते है।  

दुसरो की सफलता से प्रशन्न होते है। 

 जो भी आपके पास होता है उसके लिए आपके ईश्वर को आभार(grattitude) प्रकट करते है। 

जीवन को अपने तरीके से चलने देते है। 

गंभीर कम होने लगते है। 

कठिन समस्याओं में घबराते नहीं।  

इसके अलावा बहुत से लाभ जिसे केवल समझ सकते है।