पतंजलि मधुनाशिनी वटी के 13 लाभ उपयोग और नुकसान हिंदी में

Patanjali Divya Madhunashini Vati Uses In Hindi शुगर मरीजों के इलाज के लिए एक आयुर्वेदिक दवा है जो बिना डॉक्टरी पर्चे के मिल सकती है। इसके अतिरिक्त भी आप इसका उपयोग अन्य समस्याओ के लिए कर सकते है जिसे आगे बताया गया है। इस आर्टिकल में जानिए Patanjali Divya Madhunashini Vati के फायदे, उपयोग, व्यक्ति के लिंग के अनुसार खुराक, इस्तेमाल का तरीका और नुकसान। 

पतंजलि मधुनाशिनी वटी के 13 लाभ उपयोग और नुकसान हिंदी में


पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी में शामिल घटक - Ingredients of Madhunashini Vati 

मधुनाशिनी वटी के घटक - गिलोय, बेल पत्र, छोटी हरड़, करेला, गुड़मार, हल्दी, वट जटा, गोखरू, बहेड़ा, नीम पत्र, अश्वगंधा, कालमेघ, कुटज छाल, मेथी, शिलाजीत, आंवला, जामुन, नीम, कचूर, काला जीरा, कुचला, कुटकी, बबूल, चिरायता, लौह भस्म, परवल पिष्टी, आतिश, वांग भस्म .


मधुनाशिनी वटी क्या है? | Madhunashini in Hindi

मधुमेह पीड़ितों के लिए madhunashini एक हर्बल चमत्कार है, जो ग्लूकोज के स्तर को कंट्रोल और उसकी जटिलाओं को कम करने के लिए शरीर के कई तंत्रों के माध्यम का प्रयोग करता है। यह निमलिखित तरह से लाभकारी है जैसे-

मधुमेह रोगी (diabetes patients) के सेहत को बेहतर होने में मदद करता है।

हृदय, तंत्रिका, गुर्दे, नेत्र, और रक्त वाहिकाओं की रक्षा करता है।

शरीर के कामकाज को स्वस्थ और लम्बा जीवन जीने के लिए योग्य बनाना है।

कार्य को बेहतर ढंग से करने के लिए सहायक और दक्षता में सुधार करता है।


मधुनाशिनी वटी के स्वास्थ्य लाभ | Health Benefits of Madhunashini Divya Vati Extra Power in Hindi



1. मधुनाशिनी डायबिटीज (Diabetes) लिए अच्छी दवा है इसमें मौजूद एंटी-ग्लाइसेमिक गुण शर्करा लेवल को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है,  साथ ही यह इंसुलिन (insulin) को स्त्रावित होने के लिए उत्तेजित करती है। 

2. यह ग्लूकोज को ग्लाइकोजन को परिवर्तन करने वाली चयापचय क्रिया की सहायता करती है।  कार्ब्स के चयापचय (metabolism of carbs) को नियंत्रित करता है। इसके अलावा यह स्पाइक्स (spikes) को भी नियंत्रित करती है जो रक्त शर्करा में अचानक बढ़ जाती है।  

3. सुबह खाली पेट मधुनाशिनी का उपयोग करने से LDL का संचयन कम होता है, जिससे मेटाबोलिज्म फिट रहता है और वजन में कमी होती है। 

4. इसमें फ्लेवोनॉयड्स  और एल्कलॉइड (flavonoids and alkaloids) रपूर मात्रा में होते हैं  जो वजन घटाने में (Helps In Weight Loss) तेजी से मदद करती है। मधुनाशिनी में अमा दोष को कम करने की शक्ति होती है जैसे - शरीर के टॉक्सिन पदार्थो को बाहर निकालने में सक्षम, भूख को नियंत्रित करना। 

5. शर्करा(sugar) युक्त उत्पादों के अधिक सेवन से  जीवनशैली निष्क्रिय होने लगती है।  इस हर्बल दवा के  सेवन से खाने की छमता और क्रेविंग हो पर नियंत्रण हो सकता है। 

6. तनाव (stress) अनेक बीमारियों की तरह diabetes को भी प्रभावित कर सकती है।  मधुनाशिनी चिंता (anxiety) की लेवल को कम करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।  इसमें मस्तिष्क के टॉक्सिन्स को साफ कर एकाग्रता और संज्ञानात्मक क्षमता में सुधार करने के गुण मौजूदा है।  

7. डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabeteic Retinopathy) मधुमेह के दौरान होने वाली एक chronic metabolic disorder है ऐसे में ब्लड का शुगर लेवल बढ़ जाता है। जिस कारण रेटिना के अंदर छोटी-छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचता हैं। इससे सूजन के साथ द्रव का रिसाव हो सकता है।  यह हर्बल दवा रेटिना के कोशिकाओं को बचाता है और नई ब्लड वाहिकाओं को बनने से रोकता है। 

8. यह गोली या टैबलेट आपकी पेट की परेशानियों जैसे - पेट फूलना, सूजन  को रोकता है। नियमित इस्तेमाल से यह अपच कम करे, पोषक तत्वों के  अवशोषण को बढ़ावा दे और आंतो में होने वाले संक्रमण को काबू करने में मदद करता है। 

9. मधुनाशिनी वटी शर्करा के स्तर का संशोधन कर स्मृति क्षमता, एकाग्रता,  मानसिक शांति बढ़ाने और न्यूरो-डीजेनेरेटिव विकारों के इलाज का एक पारंपरिक और प्राचीन और  उपाय है। 

10. मधुनाशिनी वटी समय से पहले अधिक उम्र के दिखने की प्रक्रिया को धीमा करने में मददगार है।  इसका रसायन द्रव्य ऊतकों के  पुनर्जनन ( regeneration) मरम्मत करने में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य कर सकता है। इसके अलावा ह्रदय, फेफड़ो को मजबूत कर सकने योग्य है। 

11. मधुनाशिनी  के एंटीफंगल( antifungal)एंटी-वायरल(anti-viral) एंटी-बैक्टीरियल(anti-bacterial) के गुण इसे और शक्तिशाली बनाते है जो शरीर के  बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करती है और घावों के उपचार में सहयोग प्रदान करती है। 

12. मधुनाशिनी वटी मूत्र सबंधित अंतर्निहित विकारों मूत्र विकारों के उपचार के लिए भी उपयोगी है। पेशाब त्यागने के दौरान होने वाली जल, दर्द से राहत दिला सकता है इसके एंटी-माइक्रोबियल गुण (anti-microbial  properties) मूत्र संक्रमण रोकने में फायदेमंद है।

13. मधुनाशिनी वटी नेचुरल उच्च रक्तचापरोधी(antihypertensive) एजेंट है जो blood pressure लेवल को नियंत्रित करता है। यह कार्डियोवैस्कुलर के सहने की शक्ति को बढ़ाने मददगार, रीडिंग को संतुलित रखता है। 

मधुनाशिनी वटी पतंजलि price

मधुनाशिनी वटी 125 की टेबलेट की कीमत 255 रूपए हो सकती है।  

पतंजलि मधुनाशिनी दिव्य वटी की खुराक एवं सेवन का तरीका - Patanjali Divya Madhunashini Dosage in Hindi


ध्यान रखे की प्रत्येक रोगी की स्थिति अलग हो सकती है इसलिए देने से पहले आयु, मात्रा, रोग का इतिहास आदि देखे। 


व्यस्को के लिए -for adult

  • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
  • खाने के पहले या बाद : भोजन से पहले
  • अधिकतम मात्रा: 1 टैबलेट
  • सेवन का तरीका: गुनगुने पानी से 
  • दवा का क्या प्रकार: गोलिया  (वटी)
  • दवा खाने का माध्यम: मुँह से 
  • आवृत्ति : दो बार दिन में 
  • दवा सेवन की समय : इलाज लम्बे समय तक जारी रहेगा
बुजुर्गो के लिए - for senoir

  • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
  • खाने के पहले या बाद:भोजन से पहले
  • अधिकतम मात्रा: 1 टैबलेट
  • सेवन का तरीका: गुनगुने पानी से 
  • दवा का प्रकार: बटी (गोलियां)
  • दवा खाने का माध्यम: मुँह से 
  • आवृत्ति : दो बार दिन में
  • दवा सेवन की अवधि:  इलाज लम्बे समय तक जारी रहेगा


मधुनाशिनी दिव्य वटी के नुकसान -Side-effects Of Madhunashini Vati  

सेवन के लिए मधुनाशिनी वटी को सुरक्षित माना गया है। विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों के लिए यह में बेहद फायदेमंद हो सकता है। लेकिन फिर भी सही तरीके से खुराक लेना है।  यदि पीड़ित पहले से ही मधुमेह के लिए किसी प्रकार की दवाई ले रहा है तो मधुनाशिनी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ले क्योंकि यह टेबलेट शर्करा लेवल को अचानक से बहुत कम कर सकता है जो की खतरा है। 

प्रेग्नेंट स्तनपान करने वाली महिलाये इसे ले सकती है या नहीं इसका कोई खास अध्ययन मौजूद नहीं है।


निष्कर्ष 


इस लेख में मधुनाशिनी के फायदे , उपयोग के साथ दुष्प्रभाव बताया गया है जो केवल सामान्य जानकारी के लिए है इस्तेमाल से पहले चिकित्सक परामर्श जरुरी है। 


FAQs


Q- मधुनाशिनी वटी कब खाना चाहिए?

A- मधुनाशिनी वटी को खाने से पहले दिन में एक से दो बार चिकित्सक सलाह पर ले सकते है। 


Q- क्या मधुनाशिनी वटी किडनी को प्रभावित करती है?

A- मधुनाशिनी वटी एक हर्बल अवयवों द्वारा निर्मित है और इसका गुर्दे(kidney) पर कोई नुकसानदायक  प्रभाव नहीं पड़ता है। डॉक्टरी सलाह अनिवार्य है। 

Q- क्या मधुनाशिनी वटी को टाइप 2 मधुमेह के लिए ले सकते है ?

A- यह टैबलेट टाइप 2 मधुमेह के उपचार इलाज में बिना दुष्प्रभाव काफी प्रभावी हो सकता है लेकिन पहले docter से पूछे।