सर्जरी के बिना एवैस्कुलर नेक्रोसिस आयुर्वेदिक उपचार

Avascular Necrosis Ayurvedic Treatment In Hindi हड्डियों में होने वाले दर्द हमेशा सामान्य नहीं होते है कुछ के अलग कारण हो सकते है जिनमे से एक अवास्कुलर नेक्रोसिस हो सकता है बहुत कम लोगो को इसके बारे में पता है, इसका इलाज न करने पर भविष्य में समस्या गंभीर हो सकता है।

इस आर्टिकल में जानिए नेक्रोसिस के कारण चरण, लक्षण और क्या सर्जरी के बिना आयुर्वेद से उपचार हो सकता है। 

एवैस्कुलर नेक्रोसिस क्या होता है ? - (Avascular-Necrosis)

जब हड्डियों के ऊतक(बोन टिशू) को उचित मात्रा में रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती है तो वे मरने लगते है तो इसे एवैस्कुलर नेक्रोसिस (Avascular Necrosis या AVN) की स्थिति कहते है। अधिकतर यह समस्या कूल्हे की हड्डी में होती है।  ऐसे में कूल्हे का जोड़ बनाने वाला हिस्सा जिसे फेमर का गोल कहते है गलने लग जाता है। 

 वैसे  तो यह किसी भी आयु के लोगो को हो सकता है लेकिन 30 से 60 उम्र के लोग अधिक परेशान रहते है। सही समय पर पता चलने पर आयुर्वेद  द्वारा इसका उपचार करा सकते है। 

अवास्कुलर नेक्रोसिस का मुख्य कारण क्या है? - Causes Of Avascular Necrosis In Hindi 

रक्त बाधित होने से हड्डियों के टिशूज तक भली-भांति रक्त नहीं पहुँचता है जिसके कारण इन टिशूज(ऊतको) को पोषण भी नहीं मिलता है और वे गलने या मरने लगती है। इसे ऑस्टियोनेक्रोसिस या अस्थिगलन बीमारी के नाम से भी जान सकते है। 

एवैस्कुलर नेक्रोसिस (एवीएन) होने के सबसे अधिक कारण तम्बाकू और मदिरा(शराब) हो सकता है।दरअसल। शराब और तम्बाकू में उपस्थित वसा की कुछ छोटी बुँदे शरीर में इधर-उधर बह कर रक्त ले जाने वाली वाहिकाओं में जमा होने लगती है और आगे जाकर रक्त प्रवाह को बाधित कर देती है। इसलिए का बहुत अधिक सेवन  के पीछे के सबसे बड़े कारण के रूप में जाने जाते हैं।  इसलिए एवीएन(AVN) ना हो इसके लिए आप इनका सेवन बंद कर दे।

इसके अलावा अनियंत्रित और अधिक मात्रा में स्टेरॉइड्स का इस्तेमाल करना भी AVN होने का खतरा पैदा कर सकता है।  यह  स्टेरॉइड्स बोनस पर गलत प्रभाव डालते है इसलिए इन्हे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह ले। 

मोटापा, असंतुलित डाइट आदि कारण भी है। 

अवास्कुलर नेक्रोसिस - Stages Of Avascular Necrosis In Hindi

स्टेज 1: इस चरण में कूल्हे में मुख्य रूप से  दर्द कूल्हे का दर्द। इसके अलावा और कोई लक्षण अभी नहीं दिखते है। ऐसे में दवाये, कम वजन उठाना, थेरेपी, आयुर्वेद आदि उपचार शामिल है। 

चरण 2: इस चरण में जॉइंट्स के ऊपरी भाग में सबचॉन्ड्रल सिस्ट की शुरुवात हो सकती है एक्स-रे द्वारा हड्डी के जोड़ का गलना देखा जा सकता है। इसमें कोर डिप्रेसन जैसी प्रक्रिया की जा सकती है। 

स्टेज 3: चरण में एक्स-रे में सबचॉन्ड्रल हड्डी और इसमें अंतर्निहित ट्रैब्युलर पैटर्न का पतन दिखाई देने के साथ ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षण भी साफ दिखाई देते हैं।

स्टेज 4:  यह चरण बहुत गंभीर है ऑस्टियोआर्थराइटिस होने के साथ ही ऊरु सिर(femoral head) की क्षति दर्शाता है। खड़े होने और चलने-फिरने कठिनाई होती है।  

स्टेज 5: इस चरण में जोड़ निष्क्रिय हो जाता है। जॉइंट रिप्लेसमेंट  सिफारिश की जा  सकती है। 

एवैस्कुलर नेक्रोसिस के  लक्षण - Symtoms Of Avascular Necrosis In Hindi

इसका सबसे आम लक्षण है प्रभावित जोड़ वाले स्थान पर दर्द होना। समय के साथ दर्द का बढ़ना और जोड़ो में कठोरता बढ़ सकती है। स्थिति ख़राब होने पर संयुक्त प्रतिस्थापन सर्जरी(joint replacement surgery) का सहारा लेना पड़ सकता है।  हड्डी रोग विशेषज्ञ दिखाए। 

एवैस्कुलर नेक्रोसिस का निदान 

  • शारीरिक परीक्षण द्वारा 
  • मेडिकल हिस्ट्री देखकर 
  • एम आर आई
  • एक्स - रे
  • सीटी स्कैन
  • रेडियोधर्मी पदार्थ इंजेक्ट कर स्कैन लेना 
  • अस्थि मज्जा दबाव

अवास्कुलर नेक्रोसिस का इलाज - Treatment of In Hindi

एवैस्कुलर नेक्रोसिस  के गैर सर्जिकल के उपचार में दवाये, थेरेपी, आयुर्वेदिक उपाए शामिल है।  लेकिन अधिकतर लोगो में  avn बढ़ने के लक्षण जल्दी प्रदर्शित नहीं होते है इसलिए उन्हें सर्जरी की सिफारिश करनी पड़ती है। इनमे तरह की सर्जरी को शामिल किया जाता है। 

  • कोर डिप्रेशन(Core Depression) - प्रभावित हड्डी के अंदर के पार्ट को हटा कर बीच में जगह बना दिया जाता है। इससे दर्द में कमी होगी और नयी रक्त वाहिकाएं व ऊतक बनाने में मदद मिलती है। शुरुवाती एवीएन के लिए यह बढ़िया रहता है। 
  • जॉइंट रिप्लेसमेंट - जब हड्डी पूरी तरह गल जाती है और कार्य नहीं करती है तो उसकी जगह कृत्रिम या प्लास्टिक धातु की हड्डी लगाते है। 
  • ग्राफ्ट (अस्थि प्रत्यारोपण) - दूसरी जगह की हड्डी का थोड़ा भाग लेकर जोड़ को फिर से मजबूत किया जाता है।  
  • ऑस्टियोटॉमी - (बोन को फिर से आकार देना)- अधिक वजन पड़ने वाले जोड़ो से हड्डी का टुकड़ा निकाल लिया जाता है जिससे प्रभावित जोड़ पर अधिक भार न पड़े। 
  • पुनर्योजी चिकित्सा उपचार(Regenerative medicine treatment)- क्षतिग्रस्त कोर को कूल्हे की हड्डी और उसकी जगह स्टेम सेल्स को लगा दिया जाता है जो बोन मैरो से जाती है। इससे नयी हड्डी संभावित रूप से बन सकेगी। 

एवैस्कुलर नेक्रोसिस का आयुर्वेदिक उपचार - Ayurvedic Treatment For Avascular Necrosis In Hindi 

1- एवैस्कुलर नेक्रोसिस में तीनो दोषो को देखा जाता है लेकिन मुख्यतः वायु दोष क्योंकि कुल्हा वायु का स्थान है। आयुर्वेद में इस रोग को ठीक करने के लिए विभिन्न चरणों से गुजरना पड़ सकता है जैसे - पचाना, दीपन, रुक्षण।  

2- इसके अतिरिक्त पंचकर्म और स्नेहन थेरेपी द्वारा भी उपचार किया जाता है। 

3- आयुर्वेदिक उपचार(ayurvedic treatment) के जरिये एवैस्कुलर नेक्रोसिस का इलाज पीड़ित को कड़वे जड़ी-बूटियों(पित्त द्रव) का सेवन कराया जाता है। यह हर्ब्स बोन्स के लिए लाभकरी होती है।

4- इन जड़ी बूटियों के द्रव को मल द्वार जिसे बस्ती थैरेपी कहते है के द्वारा भी दिया जा सकता है। 

5- इसके अलावा प्रभावित स्थान पर भाप और मसाज करने को कहा जा सकता है इससे रक्त परिसंचरण बढ़ने में मदद होती है। एवैस्कुलर नेक्रोसिस का उपचार आयुर्वेद के द्वारा कराने पर राहत मिलने की समय सीमा बीमारी की गंभीरता के आधार भिन्न हो सकती है। बेहतर होगा कि किसी पेशेवर आयुर्वेद चिकित्सक से ही इलाज कराये। 


डिस्क्लेमर 

एवैस्कुलर नेक्रोसिस से गंभीर स्टेज में निपटना कठिन स्थिति हो सकती है, लेकिन रोगी को विकल्प के तौर पर आयुर्वेदिक उपचार इसमें प्रभावी और सुरक्षित उपचार प्रदान की क्षमता हैं। कोई भी उपाए अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह ले। 


FAQS


प्रश्न - क्या AVN गंभीर है?

उत्तर: जी हाँ, यह गंभीर हो सकता है यदि इसका इलाज न किया गया हड्डी अपना आकार खो सकती है और गंभीर तरह का गठिया हो जाता है। 


प्रश्न - एवस्कुलर नेक्रोसिस का निदान कैसे किया जाता है?

उत्तर: एवस्कुलर नेक्रोसिस का निदान   एक्स-रे, स्कैन और एमआरआई जैसे इमेजिंग परीक्षणों के माध्यम से किया जाता है।


प्रश्न - क्या बिना सर्जरी के नेक्रोसिस का इलाज किया जा सकता है?

उत्तर: यदि शुरुवाती अवस्था है तो सर्जरी के बिना सिर्फ दवाये और बताये गए व्यायामों के द्वारा को ठीक किया जा सकता है। 

प्रश्न - एवस्कुलर नेक्रोसिस के लिए उपचार के क्या विकल्प  हैं?

उत्तर: एवस्कुलर नेक्रोसिस के लिए दवाएं, आराम और सर्जिकल हस्तक्षेप उपचार के विकल्प शामिल हो सकते हैं।

प्रश्न -अवास्कुलर नेक्रोसिस के 4 चरण क्या हैं?

उत्तर: चौथे चरण को उन्नत है इसमें गंभीर रूप का गठिया हो जाता है जिससे चलने और खड़े होने में भी परेशानी होती है।