विपश्यना मेडिटेशन कैसे करे इसके चमत्कार और नुकसान

विपश्यना मेडिटेशन कैसे करे इसके चमत्कार और नुकसान


Vipassana Meditation benefits in hindi विपश्यना ध्यान आत्म शुद्धि और स्वयं का निरिक्षण करने का बेहतरीन तरीका है। यह एक प्राचीन विद्या है जिसे योगी करते आये है।  इस ध्यान के जरिये स्वयं को जानने में सक्षम हो पाएंगे और आनंद की सीमा तक पहुँच सकेंगे। 

कोई भी ध्यान(meditation) करने का तरीका क्यों न हो, वह आपको अपने बारे में आँतरिक रूप से जानने में मदद करती है।  आपको दुनिया जैसे देखती है या आप जैसे देखते है यह उससे अलग सच से परिचय कराती है।  इसलिए मैडिटेशन को बहुत उत्तम माना जाता है।  गौतम बुद्ध ने ध्यान से ही जीवन के असली पहलुओं से अवगत हुए थे। 


विपश्यना ध्यान क्या है इसे कैसे करे ? - What is Vipassana Meditation and how to do it in hindi 

विपश्यना मैडिटेशन का अर्थ है-जो चीज़े जैसी है उसे उसी तरह देखना और समझना। इस ध्यान में अधिक तामझाम नहीं होता है इसमें आपको कोई सोच या विचार को रोकना नहीं होता है क्योंकि सबसे अधिक टेंशन थॉट्स को रोकने में ही होती है।  

वैसे तो सुबह का समय सबसे अच्छा होता है लेकिन आप शाम को या जब भी आप टेंशन फ्री हो और अच्छा टाइम मिले कर सकते है लेकिन प्रतिदिन करे। ऑफिस में, घर पर, स्कूल-कॉलेज कही भी कर सकते है किसी को पता भी नहीं चलता है।  यह meditation आपको प्रसन्न और बैलेंस रहना सिखाती है। 

vipassana meditation में आपको अपने सांसो पर ध्यान देना है और जो भी विचार आते है उन्हें भगाने के बजाये उसे बस देखना होता है देखे लेकिन उसमे संलग्न नही होना होता।   


स्टेप 1 

आपको आराम से बैठ जाना है और नॉर्मल जिस तरह साँस लेते है वैसे ही ले।  अधिक तेज या धीरे लेने की कोशिश न करे।  एक दम आराम से से। आरम्भ में प्रतिदिन सिर्फ थोड़ी देर ही बैठे इससे, बैठने की प्रैक्टिस  लगेगी।  

कुछ दिनों बाद आप पहले से अधिक अपनी सांसो पर ध्यान लगा पर रहे है।  जब आप श्वास पर फोकस करते है तो फालतू विचार रुक जाते है।

श्वास पर ध्यान दे कि यह किस तरह नाक के छिद्रो से अंदर जा रही है कितनी देर में बहार निकल रही है।  आपको सामान्य रूप से साँस लेना है। ब्रह्माण्ड ने कितनी उत्तम चीज़ आपको दी है साँस। 


स्टेप 2 

अगले स्टेप में यह कि कोई विचार आ रहा है तो उसे जबरदस्ती न भगाये, उसे विचार को आने दे उसे बस देखे जैसे की कोई पिक्चर चल रही है। इस पिक्चर में इवॉल्व नहीं होना है,  सिर्फ देखना(विटनेस) है जिस तरह सड़क  पर तमाशा देखते है और फिर लौट जाते है आपको उससे अधिक मतलब नहीं होता है आप न तो खुश होते है न दुखी। बस आपको उस thought पर गुस्सा आ रहा है या आप दुखी हो रहे तो सिर्फ इस गुस्से को धीरे से जाने दे। 

जैसे की पिज्जा का thought उत्पन्न हुवा आप स्वयं को पिजा खाते देख रहे तो सिर्फ देखे कोई रियेक्ट नहीं करे और फिर वह विचार वही खत्म। अब जैसे की पिज्जा का टेस्ट कैसा है उसके साथ और क्या खाया यह आप स्वयं से सोच कर उस थॉट को बढ़ा रहे है इसे इन्वॉल्व होना कहते है यह नहीं करना है। 

 हमें अधिक गुस्सा तब आता है जब उस पिक्चर या विचार को  हटाने के लिए फाॅर्स करना होता है लेकिन इसमें ऐसा कुछ नहीं करना है बस देखते जाये और सांसो पर ध्यान दे। जबदरदस्ती गुस्से को बढ़ाने के लिए उसके बारे में अधिक नहीं सोचे। 

अगले दिन फिर से कोई परेशान करने वाला विचार आ सकता है तो फिर से यही करना है। 

शुरुवात में जितनी देर कर पाए दो तीन मिनट उतना ही करे, लेकिन धीरे-धीरे अपना समय बढ़ाये।  आलस्य आ सकता है परन्तु दिमाग को सन्देश दे कि यह करना कुछ महीनो बाद आपको फर्क देखने लगेगा  थॉट आता है तो आप सिर्फ देखते है 



विपश्यना मेडिटेशन सेंटर भी होते है जहां 10 से लेकर 60 तक के कोर्स कराये है। 


विपश्यना मेडिटेशन करने के फायदे - Benefits of Vipassana Meditation in hindi 

ओवरथिंकिंग कम हो जाती है। 

कंसन्ट्रेशन(एकाग्रता) पावर बढ़ती है। 

चेहरे का तेज का बढ़ता है। 

ऊर्जावान महसूस करते है। 

मानसिक विकार से मुक्ति 

लालच, ईर्ष्या, द्धेष समाप्त होने लगता है। 

सेल्फ कॉन्फिडेंस से भरपूर हो जाते है। 

शांति मिलने लगती है।