15 Tips To Control Anger-गुस्सा नियंत्रित करने के आसान 15 उपाए

15 Tips To Control Anger-गुस्सा नियंत्रित करने के आसान 15 उपाए


How To Anger in hindiगुस्सा आना एक स्वाभविक प्रक्रिया है और इसे नियंत्रित भी कर सकते है।  लेकिन ऐसे भी लोग होते है जो अपने क्रोध को कण्ट्रोल नहीं कर पाते है और अक्रामक हो जाते है, इससे उनका ही नुकसान होता है।  यह स्वास्थ्य के साथ ही आपके अपनों और रिश्तो पर भी असर डालता है।  आज इस आर्टिकल में जाइये कि गुस्से को कण्ट्रोल करने के तरीके। 

क्रोध आना सामान्य है परन्तु जब यह अधिक और बार-बार और हर छोटी बात पर आये तो यह बहुत नुकसंदेह होता है।  गुस्सा आने के कारण अनगिनत है, वही कई बार कुछ विशेष कारणों पर गुस्सा आता है और हमें पता भी होता है।  यदि हम समझ जाये कि इस चीज़ पर गुस्सा  की वजह क्या है तो उसे हम ठीक कर सकते है। यहाँ गुस्सा कम  करने के जो उपाए बताये गए उन्हें प्रतिदिन करे।  

एक परामर्शदाता और किशोर मनोचिकित्सक डॉ. जेम्स वूलार्ड के अनुसार "अक्सर जब लोग डर या खतरे को महसूस कर रहे हैं इसलिए क्रोध की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।" अफ़सोस है कि कई छोटे तरीको से गुस्से से आराम से दूर हो सकते है लेकिन लोगो सिर्फ बड़े तरीके ही चाहिए। इन सरल उपायों को कुछ महीने करके देखे। 

क्रोध पर नियंत्रण पाने के उपाए -  Easy Ways To Control Angerness In Hindi

10 तक उल्टी गिनती करे 

आप 100 या 10 से उल्टा गिनना शुरू करने से क्रोध शांत होने लगता है, सुनने में अजीब लग सकता है लेकिन छोटी-छोटी चीज़े बहुत असर करती है। 

पैटर्न बदले 

कई बार हम ऐसे विचारो को बार-बार सोचते है जिनसे तक़लीफ़ होती है और क्रोध आता है, इसकी बजाये हालत कैसे ठीक हो सकते है इसके बारे में सोचे।   

उदाहरण - पार्टनर के साथ घर पर साथ में बैठकर डिनर करने का मौका नहीं मिलता है इस बात का गुस्सा हमेशा रहता है तो इसका समाधान ढूंढे और डिनर के बजाये साथ नाश्ता करे या कुछ भी। 

धीरे-धीरे सांस लें

ब्रीथिंग करने से गुस्सा तुरंत शांत होता है।  बस आपको सामान्य साँस से धीरे-धीरे साँस लेना और छोड़ना है।  क्योंकि जब आप क्रोध की अवस्था में होते है तो आपकी ब्रीथ तेज होती है। 

 क्रोध का प्रबंधन करे 

जब आपको पता चलता है कि आपको किस चीज़ से अधिक गुस्सा आता है तो आप उस पर गुस्सा की बजाये, विचार करना शुरू करे और उसे मैनेज करने का तरीका ढूंढे। 

चुप रहे 

किसी चीज़ या बात पर गुस्सा रहा हो लेकिन वहां से उठ नहीं  सकते है तो चुप रहे, नहीं तो खुद सोचे कि गुस्से में आप कुछ गलत भी बोल सकते है इससे अच्छा स्वयं को उस वक्त चुप रहने पर जोर दे। 

ध्यान(मैडिटेशन) करें

जिन्हे बहुत तेज गुस्सा आता है इनको मैडिटेशन का अभ्यास करना चाहिए।  इससे अच्छा कुछ हो ही नहीं सकता है।  इससे आपका मस्तिष्क और मन दोनों को शांत करता है और आनंद की स्थिति में लाता है।  

व्यायाम क्रोध नियंत्रित करे 

व्यायाम, टहलना, योग, तैराकी, दौड़ने से गुस्से को काबू में किया जा सकता है।  इन सभी क्रियाओं के दौरान आपका ध्यान भटकता है और गुस्सा इन एक्टिविटी के माध्यम से निकल जाता है। साथ ही मस्तिष के सेरोटिन हार्मोन का स्राव होता है जो आपके तनाव को कम करता है। फिजिकल एक्टिविटी को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाये फिर देखे असर।  

सेफ केयर 

जी हाँ, जब आप स्वयं का ध्यान रखना शुरू कर देते है तो लोगो की बातो और कार्यो का जिनसे आपको गुस्सा आता है उसका असर आप पर नहीं होता है। 

अच्छी नींद ले

हम कई बार ध्यान नहीं देते है लेकिन नींद अच्छी न होने से भी मन चिड़चिड़ा रहता है और हर छोटी बात पर भी गुस्सा आता है।  जब आप पूरी और अच्छी नींद लेना चालू कर देते है तो मन, दिमाग शांत रहता है।  कुछ महीने इसे करके के देखे असर जरूर दिखेगा।   

क्षमा करे 

क्षमा क्रोध को शांत करने का एक बहुत शक्तिशाली उपकरण हो सकता है। इससे उस व्यक्ति के प्रति आपका द्वेष समाप्त होने लगता है, इससे करके देखे, यह जोरई की आप सामने से छमा करने जाए, स्वयं से कहे कि मैंने उसे माफ़ किया क्योंकि आप हमेशा क्रोध में नहीं रहना चाहते है।  

रचनात्मक(क्रिएटिविटी) बने

ड्राइंग बनाने, राइटिंग करने, डांस करने, कुकिंग, क्राफ्ट आदि क्रिएटिव कार्य करने से माइंड डाइवर्ट होता है और गुस्सा कम आता है।  यह बहुत ही आसान और अच्छा तरीका इसका लाभ बहुत जल्दी दिखता है। 


अपनी जगह बदले 

जिस जगह पर आपको क्रोध आता है लेकिन आप कुछ कह नहीं सकते है तो वहां से हट जाये। 

कुछ लोगो की घर में कोई खास जगह होती है जहां वे रोज बैठते है।  यदि आप अक्सर तनाव और गुस्सा में रहते है तो अपने स्थान को बदल कर देखे, ऐसा करने से आप उस नयी जगह बारे में सोचते है और माइंड डाइवर्ट होता है या फिर पुरानी जगह में ही कोई परिवर्तन करे।  

आलोचना करना बंद करे 

हम किसी की आलोचना क्यों करते है क्योंकि हमें उसके प्रति द्वेष है, यदि आप किसी को दोष देना बंद कर देते है तो उसके विषय में सोचना छोड़ रहे है।  

गुस्सा शांत होने बाद  

जब आपका क्रोध शांत हो जाये  सोचे कि या सच  में इतना गुस्सा होन जायज़ था या नहीं, इसके अलावा और इसे कम कैसे किया जाये ना की और गलत सोचे। 

अन्य 

एक डायरी में यहाँ कही भी लिखे कि आपको कैसा महसूस हो रहा है 

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