Gratitude Journal in hindi-कृतज्ञता पत्रिका से बदले जीवन जीने का तरीका

How to Write gratitude journal in hindi-आभार पत्रिका से बदले जीवन जीने का तरीका


Gratitude Journal positive benefits in hindi यह अधिकतर व्यक्ति की समस्या है कि वह पहले किसी भी चीज़ के बारे में नकरात्मक ही सोचता है और इसलिए वह उसे ही अट्रैक्ट करता है, लेकिन शायद उसने इस और कभी ध्यान ही नहीं दिया उसके जीवन में हजारो, लाखो सकारात्मक पल भी मिले है। लेकिन वह अपनी उदासीनता से हारा है ऐसे में gratitude जर्नल बहुत फायदेमंद  होती होती है।  

ग्रेटिट्यूड(कृतज्ञता) जर्नल कोई भी नोट बुक या डायरी हो सकती है। इसमें आपको कोई भी दुखभरी बाते नहीं लिखनी है आप सिर्फ उन्ही को लिखेंगे जिससे लिए आप कृतज्ञ है। कुछ दिनों में ही आपको एक जादुई (magical) अंतर दिखने लगेगा।

आभार पत्रिका क्या है ? - What is Gratitude Journal in hindi?

gratitude journal को आभार पत्रिका कहते है। इसमें आप अपने जीवन के कुछ अच्छे अनुभव लिखते है जिनपर आपने पहले ध्यान नहीं दिया था लेकिन उनसे आपको ख़ुशी प्राप्त हुई थी। 

आप किसी भी चीज़ के लिए कृतज्ञ हो सकते है किसी कभी कोई उपहार दिया हो, अच्छा भोजन, कोई सामान जिसका आप बहुत उपयोग करते हो, रिश्ता, प्रकृति से जुडी यादें, कोई जगह  आदि।  चाहे वह छोटी चीज़ हो या बड़ी।  इससे ब्रह्माण्ड आपको बार-बार थैंकफुल होने के मौके देता रहेगा। 

आप देखंगे की  आपकी निराशा पहले से काफी कम होने लगेगी और आप अधिक पाजिटिविटी अट्रैक्ट करेंगे। 

दरअसल कृतज्ञ हो होने से आपके सबकॉन्सियस माइंड का पैटर्न बदलने लगता है और आपका ध्यान नेगेटिविटी से हट कर positive  चीज़े ढूंढने लगता है। 

एक रिपोर्ट के अनुसार - कृतज्ञता जर्नलिंग का प्रैक्टिस कम से कम 21 दिन करने से आप फर्क महसूस करने लगते है। शायद आपको पता न हो बड़े से बड़े काबिल लोग जर्नलिंग करते है।

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ग्रैटिट्यूट जर्नल लिखने के फायदे 

  • जीवन जीने का नजरिया बदलने लगता है। 
  • छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लेने लगते है। 
  • आपके अंदर बदला लेने की भावना कम हो जाती है। 
  • सेफ केयर करने लगते है।
  • ईर्ष्या करने से बचने लगते है। 
  • स्वयं को और रिलेशन को बैलेंस करने लगते है। 
  • सिंपल रहने का प्रयास करने लगते है। 
  • प्रोडक्टिव डे बनाने की कोशिश करते है। 
  • मानसिक(mental health) रूप से स्वस्थ होने लगते है।   
How to Write gratitude journal in hind



Gratitude Journal कैसे लिख सकते है ?

आभार किस पर लिखे 


कृतज्ञता(gratitude) लिखने के लिए आप कोई भी नोट बुक या कोई सुन्दर डायरी भी ले सकते है ।  उसमे प्रतदिन लिखे।  इसमें अन्य कोई और चीज़े न लिखे।  यह आपकी पर्सनल होनी चाहिए। 


कृतज्ञता लिखने का समय 


आपको  जर्नल लिखने के लिए अधिक समय देने की जरुरत नहीं यह मुश्किल से कुछ मिनटों का कार्य है।  आप इसके लिए एक समय निर्धारित कर ले, सुबह या फिर  रात को सोने से पहले का वक्त सबसे अच्छा है नहीं तो आपको जब भी टाइम मिले।  

क्या लिखे 


पिछले दिन जो भी अच्छा हुवा उसके अगले दिन की सुबह लिख सकते है नहीं तो आज जो भी अच्छा हुआ उसे रात को।  आपको एक दिन में एक बार ही लिखना है। आप कोई वर्षो पुरानी अच्छी चीज़ और आज का दोनों मिलाकर भी लिख सकते है। 
 

शुरुवाती लोग gratitude कैसे लिखे 


शुरुवाती अवस्था में है और नहीं समझ आ रहा है तो कुछ इस तरह लिखे जैसे -
  • मुझे अच्छा स्वास्थ्य देने के लिए ध्यानवाद भगवान या यूनिवर्स, 
  • मेरे पास पीने के लिए अच्छा पानी है जो मेरी प्यास को बुझाता है उसके लिए थैंक यू गॉड। 
  • ह्रदय से आभार कि  मेरे पास पंखा है जो मुझे गर्मी में हवा देता है। 
  • थैंक्यू गॉड, मेरे पास लैपटॉप है जिससे मैं प्रतिदिन कार्य करती/करता हूँ। 
  • इतने अच्छे माता-पिता देने के लिए धन्याद जो मेरा ख्याल रखते है। 
  • शुक्रिया यूनिवर्स इतना टेस्टी भोजन देने के  लिए। 

कुछ तरह ही इसके बाद आप नयी पुरानी, आज की, कल की, कोई खास पल, अपनी घर की चीज़ो जो आपके लिए बेहद उपयोगी हो को मिलाकर लिख सकते है। 


किससे लिखे 


आप किसी भी पेन से लिख सकते है।  लेकिन आपको कम से कम 3 रंग के पेन से लिखना चाहिए इससे देखने में अच्छा लगता है।  उसे कई तरीको से सजा सकते है।