रोज 10 मिनट करे हलासन मिलेगी कई रोगो मुक्ति जानिए करने का तरीका

रोज 10 मिनट करे हलासन मिलेगी कई रोगो मुक्ति जानिए करने का तरीका


halasana benefits in hindi योग आपको स्वस्थ, शांत और सुखी बनता है।  इन्ही असानो में से एक हलासन होता है।  यह करने में बहुत सरल है, इसे आप कही खुले में या घर में कर सकते है।  यदि प्रतिदिन 10 मिनट भी इसे करते है तो आपको कई प्रकार की शारीरक समस्याओ से निजात दिला सकता है।  इस आर्टिकल जानिए हलासन करने के फायदे और करने का तरीका। 

इस आसन में शरीर का पोज़ हल (खेती करने हेतु यंत्र) के सामान होता है इसलिए हलासन या प्लो पोज kahte hai. यह मांसपेशियों को स्ट्रांग, मस्तिष्क को तेज  करने में मदद मिलती है।  

हलासन कैसे करे  (How to do Halasana)

  1. सबसे पहले आपको एक समतल स्थान पर दरी या योगा मैट बिछाकर बैठ जाना है, आस-पास का वातावरण शांत और स्वच्छ वातावरण रहे तो और अच्छा रहेगा। 
  2. अब पीठ के बल आराम से लेट जाएं और दोनों हाथों को मैट पर ही रखें.
  3. अपने दोनों पैरों को अब धीरे धीरे ऊपर उठाएं, आप चाहे तो पहले एक पैर और फिर दूसरा पैर उठाये। 
  4. फिर दोनों पैरो को कमर से भी थोड़ा उठाते हुए सिर की ओर ले जाये . 
  5. सिर के पीछे तब तक ले जाये, जब तक दोनों पैर सिर के आगे ज़मीन को न छू लें.
  6. कुछ सेकंड या क्षमता के अनुसार इसी मुद्रा में रहें.
  7. इसके बाद सामान्य अवस्था में पहले जाइए आ जाये। इसे कम से कम 5 बार करे। 

हलासन करने के क्या फायदे है - Benefits Of  Plow Pose in Hindi

  1. हलासन करने से चयापचय(मेटाबॉलिक प्रक्रिया) अच्छी रहती है। 
  2. वजन कम करने के लिए यह यह आसन बेहतरीन है। 
  3. इस योग को करने से रक्त शर्करा नियंत्रित रहती है। 
  4. यह आपकी थकान  कम करती है और कमर दर्द में बहुत आराम  देती है। 
  5. माहवारी(पीरियड्स) में के दौरान हलासन करने से पेट दर्द में राहत होती है।  
  6.  रीढ़ की हड्डी के लिए यह पोज बेस्ट है। 
  7. थॉयरॉइड से जुडी समस्याओं के लिए भी यह योग उपयोगी है। 
  8. यह शरीर में खिंचाव कर लचीलापन बढ़ाता है। 
हलासन करने में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए - Precautions in the practice of Halasana in hindi 

  • जिन्हे दमा, डायरिया, या ब्लड प्रेसर की समस्या है वे लोग इस हालासन को करने से बचे। 
  • किसी एक्सपर्ट की देख-रेख में करे तो अधिक अच्छा रहता है।  
  • शुरुवात में करने पर शरीर में अधिक खिचाव महसूस हो सकता है खासकर गर्दन पर, लेकिन चिंता की बात नहीं।
  • सुबह खाली पेट इस आसान को करना ज्यादा बेहतर रहता है नहीं तो शाम के समय करे। 
  • जब भी करे हलासन करे तो ध्यान रखे कि भोजन कम से कम 4 घंटे पहले कर लिया हो।