रेनोग्रिट कैसे काम करता है? जानिए इसके फायदे और उपयोग

रेनोग्रिट कैसे काम करता है? जानिए इसके फायदे और उपयोग

Renogrit Ptanjali Kaise Kaam Karta Hai यदि आपको गुर्दे से सबंधित कोई परेशानी है तो बाबा रामदेव ने इसके लिए बेहतरीन आयुर्वेदिक टेबलेट का निर्माण किया है रेनोग्रिट के क्या फायदे और उपयोग  के बारे में इस आर्टिकल में जान सकते है। 

रेनोग्रिट टेबलेट क्या है ? 

पतंजलि की रेनोग्रिट टैबलट, वृक्क विकार(renal disorder) एवं जीर्ण वृक्क व्याधि यानि क्रोनिक किडनी डिजीज जिसमे ट्रांसप्लांट की भी जरुरत पड़ सकती है उसमे यह टेबलेट बहुत असरदार है।  

रीनल डिजीज में किडनी को बहुत नुकसान पहुँचता है यह गुर्दे के कार्य छमता को कम करने लगता है। यह दवा  रीनल सिस्टम को नैचुरली रूप से सपोर्ट करती है।  

गुर्दे अपशिष्ट पदार्थो और बेकार रक्त को छानते है क्रोनिक किडनी डिजीज के अंतर्गत जब गुर्दो को अत्यधिक नुकसान पहुँचता है तो इनके कार्य में कमी आने लगती है स्थिति गंभीर होने पर रक्त को मशीन द्वारा छानने की प्रक्रिया की जाती है जिसे डायलिसिस कहते है। दूसरे विकल्प के रूप में प्रत्यारोपण की जरुरत हो सकती है।  


किडनी का फंक्शन कब बिगड़ता है ? 

कैंसर में उपयोग की जाने वाली कुछ एंटीबायोटिक और एलोपैथिक दवाओं के अधिक उपयोग से किडनी पर बुरा असर पड़ता है। वही शुगर की बीमारी, कम पानी पीने से, स्ट्रेस और अधिक नमक के सेवन से भी गुर्दो पर प्रभाव पड़ता है। 

रेनोग्रिट पतंजलि का उपयोग क्या है? - Renogrit Patanjali Tablet Uses In Hindi?

दिव्य रिनोग्रिट पतंजलि किसी भी प्रकार की किडनी डिसऑर्डर जिसमे से बार-बर यूरिन(मूत्र) आना या उसका का रंग बदल गया हो में इस्तेमाल की जा सकती है। कुल मिलाकर यह  किडनी के लिए रामबाण हो सकती है। इसके अलावा यूरिक एसिड बढ़ने, यदि वजन बढ़ गया हो और हीमोग्लोबिन असंतुलन  के लिए भी चिकित्सक परामर्श पर उपयोग कर सकते है। 

नोग्रिट पतंजलि का सेवन कैसे करे ?

दिव्य रेनोग्रिट टेबलेट को दिन में दो बार, भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ ले सकते ले है। 

प्राकृतिक घटको का इस्तेमाल किया गया है इसलिए अभी तक इसका कोई खास नुकसान के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। 

disclaimer 

इस लेख में दवा के सम्बन्ध सामान्य जानकारी दी गयी है कृपया सेवन करने से पहले डॉक्टरी सलाह आवश्यक है।  यदि आप गुर्दे  की बीमारी के लिए कोई उपचार चाहते है तो किसी अच्छे आयुर्वेद एक्सपर्ट से सलाह ले।