सायटिका दर्द का घरेलू उपचार - sciatica pain treatment in hindi

 
सायटिका दर्द का घरेलू उपचार - sciatica pain treatment in hindi
सायटिका का घरेलू इलाज


साइटिका का घरेलू इलाज इन हिंदी  सायटिका का दर्द पीठ के नीचले हिस्से से दोनों कूल्हों और नितम्बों से होते हुए कभी कभी पैरों की एड़ी तक चली जाती है। अक्सर यह तब होता है जब रीढ़ की हड्डी पतली हो गयी हो ।


सायटिका को कटीस्नायुशूल भी कहते है। अधिकतर यह  घरेलू उपचार से ठीक हो जाते है पर कुछ में गंभीर होने पर सर्जरी की जरूरत  होती है।  

यह 30 से 50 की आयु में अधिक होता है। अधिक भारी सामान उठाने वाले और अधिक समय तक मेहनत काने वालों  में अधिक संभावना होती  है। आगे scaitica pain home treatment in hindi बताया गया है। 

साइटिका के लक्षण - symtoms of sciatica in hindi

हर तरह का बैक पैन साइटिका हो यह जरुरी नहीं है। यहाँ इसके कुछ स्वाभाविक लक्षण दिए गए है -

अधिकतर यह दर्द एक पैरों में होता है, 

एक पैर में सुन्नपन 

खड़े होने में समस्या 

बैठने में दर्द 

कूल्हे में दर्द 

पीठ घुमाने में दर्द 

गर्भावस्था के दौरान भी यह दर्द होने लगता है। 


सायटिका होने के कारण - causes and reason of sciactia in hindi

अधिक समय तक भारी सामान उठाने रहने के कारण 

रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के कारण 

एक ही अवस्था में खड़े रहने के वजह से 

 एक जगह पर अधिक देर तक बैठना 

सायटिका नाड़ी के पास कोई द्रव जम जाने के कारण 

आर्थराइटिस होने से भी 

वजन अधिक होना 

पिरिफोर्मिस सिंड्रोम के वजह से भी यह हो सकता है , यह पिरिफोर्म्स मांसपेशियां  रीढ़ की हड्डी को जांघों से जोड़ती है।


  

 

सायटिका दर्द का घरेलू इलाज - ayurvdic home remedies treatment of sciatica pain in hindi 

इन घरेलू उपायों को करने से सायटिका पेन से जल्द आराम मिल सकता है इन्हे एक दो हफ्तों तक करें -

सायटिका दर्द में बर्फ से सिंकाई 

 अधिकतर लोग बिना सर्जरी के ही ठीक हो जाते है।  7 दिनों तक सिर्फ बर्फ से अपने पीठ के नीचले हिस्से की सिंकाई करें इसके लिए बर्फ को तौलिये में लपेटे या आइस पैक का उपयोग 15 मिनट तक करें। तपश्चात आधे घंटे बाद फिर करें।  

सायटिका का इलाज दूध और लहसुन से  

दूध में लहसुन को डालकर उबाले और रोजाना पिए। दूध मांसपेशियों और हड्डीयो में ताकत देता है।

सायटिका से अजवायन दे राहत


अजवायन को किसी कॉटन के कपड़े में गर्म करके बांध लें और सायटिका का पेन वहाँ रखें या फिर अजवायन को पानी मे उबले और जब गुनगुना हो जाये तो पिये । कुछ दिन ऐसा करने पर राहत मिल सकती है।

सायटिका दर्द में मालिश करें 


जंहा दर्द हो रहा हो यानि मुख्य बिंदु पर दशमूल तेल, तिल का तेल, निर्गुन्डी तेल या प्रशारिणी तेल से मॉलिश करिये। 

हरसिंगार पत्तों का काढ़ा से सायटिका के दर्द का इलाज 


हसिंगार पत्तो को डेढ़ ग्लास पानी में तब तक उबाले जब तक यह आधा न रह जाये उसके बाद इसे पिए।  रोजाना पिए लाभ होगा। 

नेगड़ के बीज के चूर्ण से सायटिका का उपाय 


नेगड़ के बीजो को चूर्ण बना ले फिर रोज इसे आंटे के हलवे में मिलाकर खाये। तुरंत पानी न पिए, आधे घण्टे बाद ही पिए। 

काली मिर्च से सायटिका का इलाज 


4 से 5 काली मिर्च को भून कर पीस लें फिर से मक्खन के साथ सुबह खली पेट रोजाना खाये।  सायटिका में आराम मिलेगा। 
   

हॉट वाटर से सिंकाई से सायटिका उपचार 

हॉट वाटर बोतल से सिंकाई करे इससे ब्लड का बहाव भली भांति होगा। स्पांडिलोलिस्थेसिस यह डेसिनेरेटिव डिस्क विकार है। इसमें एक रीढ़ की हड्डी दूसरे रीढ़ की हड्डी से आगे बढ़ जाती है।  



सायटिका में क्या खाना चाहिए - food to eat in scaitica in hindi

यहाँ दी गयी सभी चीज़ो को सायटिका के दौरान खानी चाहिए -


प्याज़ खाये इसमें सूजन कम करने के गुण होते है। 


नाशपाती खाये। 


ब्रोकोली इसमें लो कैलोरी के साथ फाइबर और मिनिरल्स भी होते है। 


सोया बीन इसमें एंटी इंफ्लामेंटरी प्रभाव होता है जो मधुमेह, गठिया में जो सूजन से प्रभावित होते है उनमे फायदेमंद है।  


अंगूर खाइये इसमें सूजन लेन वाली कोशिकाओं को खत्म करता है। 


 ग्रीन टी या कोई हर्बल चाय जैसे सौंफ की।  इनमे एंटीऑक्सीडेंट होते है जो इंफ्लमैशन से लड़ते है। 



सायटिका में क्या नहीं खाना चाहिए - food to avoid in scaitica in hindi


ऐसे भोजन न करें जिससे आपका वजन न बढे क्योंकि मोटापा बढ़ेगा तो रीढ़ में दबाव पड़ता है और सूजन बढ़ती है जिससे दर्द में इजाफा ही होगा।  इसलिए निम्न चीज़ो को कम करना होगा -

चीनी 
तला भूना, प्रोसैसेड फ़ूड 
मैदे वाली चीज़े कम खाये जैसे - पिज़्ज़ा।
ट्रांसफैट न लें। 

ऐसे फ़ूड न खाये जिनका ग्लाइमेक्स इंडेक्स अधिक हो इससे सूजन को बढ़ावा मिलता है। 


सायटिका दर्द में योगासन - yogasan for scatica pain in hindi

सायटिका के दर्द में कुछ योगासन राहत दे सकते है -

सर्पासन यह सायटिका में सबसे अधिक आराम देता है।  

बलासन इस दर्द में कर सकते है इससे पेअर की सुन्नता कम करने में मदद मिलती है। 

पवनमुक्तासन  को सायटिका में करने से जांघ, कमर और पैर तीनो में ही असर पड़ता है। 

अर्ध चंद्रासन करे इससे सायटिका पेन में लाभ होता है।  इस आसान से जांघो और कमर में खिचाव होता है। 

हाफ फिश पोज़ या अर्ध मत्स्यासन करने से पीठ की नसों में खिंचाव जो सायटिका उपचार में फायदेमंद है। 
 




सायटिका से सम्बंधित सबसे अधिक पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

1. सायटिका दर्द की शुरुवात कैसे होती है ?

सायटिका दर्द के प्रारंभिक लक्षणों में एक पैरमें दर्द और सुन्न होना, कूल्हे में दर्द शामिल है।  

2. सायटिका दर्द कैसे ठीक करें ?

सायटिका को घरेलु उपचारों  किया जा सकता पर गंभीर होने पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए। 

3. सायटिका पेन कितने दिन में ठीक होता है ?

सायटिका पेन 15 दिन तक रह सकता है। 

4. क्या सायटिका दर्द में व्यायाम कारगार है?

  सायटिका दर्द में हल्के और ऐसे व्यायाम करे जिससे शरीर आगे की ओर खिंचे।