aloo bukhara ke fayde aur nuksan iजिसे पल्म भी कहते है एक बहुत स्वादिष्ट मौसमी फल है जो गर्मियों में खाया जाता है। इसे खाने से व्यक्ति में हाई बीपी, स्ट्रोक का खतरा कम होने में मदद मिलती है। यह पीले, बैंगनी, नारंगी और लाल के छोटे या बड़े हो सकते हैं। आर्टिकल में जानिए में आलूबुखारा के फायदे और नुकसान -
पहले प्लम चीन में उगाए जाते थे फिर वहां से जापान, यूरोप और अमेरिका के कुछ क्षेत्रों में उगाया जाने लगे। आज इसकी 2,000 से अधिक किस्में दुनिया उगाई जाती हैं।
सेहत के लिए आलूबुखारा के फायदे - Aloo Bukhara benefits in hindi
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
प्लम को एंटीऑक्सिडेंट का पावरहाउस कहते हैं जो आपके शरीर के कोशिकाओं को मुक्त कणों(फ्री रेडिकल्स) कारण नुकसान नुकसान पहुंचने से बचाते है इनसे कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।। पीले प्लम और बैंगनी प्लम दोनों कई प्रकार के एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करते हैं
आलूबुखारा के फायदे in pregnancy
गर्भावस्था में आलूबुखारा खाने से कब्ज से राहत, एनीमिया के खतरे को कम करे, मितली समस्या में राहत और ब्लड प्रेस्सर कण्ट्रोल करता है।
वजन नियंत्रण
यदि आप अपने आहार से कैलोरी में कटौती करना चाहते हैं तो आलू बुखारा आदर्श हो सकता है इसमें 100 ग्राम पल्म में 46 कैलोरी होती है। एक शोध में 100 से अधिक वजन वाले लोगो को दो समूहों बनाया गया। एक समूह को 12 सप्ताह की अवधि तक प्रतिदिन आलूबुखारा खिलाया गया और दूसरे को नहीं दिया गया है। परिणाम में आलूबुखारा समूह में 4.4 पाउंड और एक इंच की कमी देखी गई।
कोशिका क्षति से सुरक्षा
प्लम में मिलने वाला नीला और लाल रंगद्रव्य हानिकारक मुक्त कणों को हटाने में सहायक है। जिससे साथ आपके शरीर की कोशिका क्षति से बचाने में मदद करता है।
रकत चाप कम करे
2010 में एक शोध अध्ययन के अनुसार, आलूबुखारा खाने वाले, प्रून जूस पीने वाले और खाने वाले की तुलना में रक्तचाप कम था।
हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए
ओक्लाहोमा स्टेट और फ़्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटीज़ में रिसर्च द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों ने आलूबुखारा खाया, कैल्शियम और विटामिन डी की खुराक ली, उनकी रीढ़ हड्डियों के घनत्व में बहुत सुधार हुआ।
कब्ज से राहत के लिए
वास्तव में, आलूबुखारा फल फाइबर से भरा होता है यह कब्ज से राहत दिलाने में काफी मदद करने के लिए जाना जाता है। एक अध्ययन से पता चलता है कि 51 वयस्क लोगों के एक गुट में सभी को कब्ज थी। आलूबुखारा खाने के बाद उनमे इसके लक्षणों से राहत मिली।
स्मृति स्वास्थ्य में सुधार करे
हार्वर्ड स्वास्थ्य अनुसंधान ने दिखाया है कि एंटीऑक्सिडेंट अल्जाइमर के बढ़ने की दर को धीमा कर सकते हैं।आलूबुखारा एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। इसमें क्वेरसेटिन और एंथोसायनिन भी होते हैं, दोनों ही स्वस्थ मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होते हैं।
मधुमेह को रोकने में मदद करें
स्वास्थ्य एक्सपर्ट के अनुसार, आलूबुखारा में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जो रक्त शर्करा को कण्ट्रोल करने में मदद करता है, जिससे टाइप 2 मधुमेह का खतरा कम हो सकता है।
ह्रदय के स्वास्थ्य लाभकारी
मध्यम आकार के आलूबुखारा में 113 मिलीग्राम पोटेशियम पाया जाता है इसे आहार में शामिल करके स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेसर को कण्ट्रोल कर सकते है।
आलूबुखारा (पल्म) खाने के नुकसान- aloo bukhara side effects in hindi
एक दिन में 250 ग्राम से अधिक आलूबुखारा खाने से सूजन व गैस समस्या हो सकती है ।
पल्म में ओक्सेलेट होता है। यदि किसी को पथरी(stone) की समस्या है तो वे भी न खाये।
आलूबुखारा (पल्म) खाने का तरीका
निष्कर्ष
इस लेख में आलूबुखारा के फायदे और नुकसान बताये गए है। किसी प्रकार की बीमारी से पीड़ित है तो डॉक्टर से पूछ कर ही सेवन करें।