Ragi ka aata khane ke fayde रागी या मंडुवा जिसे अंग्रेजी में फिंगर मिलेट(finger millet) कहते है भारत में यह इसकी खेती करीब चार हजार वर्ष पूर्व आरम्भ हुई। इसका सबूत हड़प्पा सभ्यता के खुदाई के दौरान प्राप्त हुए। इसके अलावा युगांडा, इथियोपिया और अफ्रीका में इसकी खेती होती आ रही है। रागी आटा की रोटी खाने से आपको विभिन्न प्रकार के लाभ प्राप्त होते है जिन्हे आगे जानिए -
ragi ke fayde |
रागी खाने से क्या फायदा होता है - Ragi Flour benefits for health in hindi
हाई फाइबर और प्रोटीन का स्रोत
अगर आप प्लांट बेस्ड प्रोटीन सोर्स की तलाश में है तो रागी के आटे में आपके यहां प्राप्त हो सकता है एक कप राजी में आपकी आराम से पंछी रोटियां बना सकती है जिसमें आपके करीब 10 ग्राम तक प्रोटीन प्राप्त हो सकता है। प्रोटीन का मुख्य अंश एलुसिनिन जिसका जैविक मूल्य उच्च(high biological value) है, इसका मतलब है कि यह बहुत सरलता से शरीर ऑब्ज़र्व हो जाता है वहीं इसमें अघुलनशील फाइबर आपके पाचन तंत्र को फिट रख सकता है।
ग्लूटेन फ्री आहार
यह प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन मुक्त(gluten free) होता है जो कि गेहूं के आटे के विकल्प के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
फैट लॉस में सहायक
फैट लॉस या वेट लॉस कम करने वालो को गेंहू की रोटी की जगह रागी के आटे(ragi flour) की एक से दो रोटी खाने के लिए कहा जाता है जो आपके वजन कमी में मददगार माना जाता है। कैलोरी गेंहू से कम होती है और इसका प्रोटीन पेट को काफी देर तक भरा हुआ रहता है जिससे भूखका एहसास कम होता है।
कैल्शियम युक्त रागी
यदि आपको डेयरी उत्पाद नहीं पचता है तो ऐसे में आप रवि का विकल्प चुन सकते हैं यह एक नॉन डेरी कैल्शियम युक्त सोर्सभी है । कैल्शियम ऑस्टियोपोरोसिस और अर्थराइटिस में काफी लाभदायक होता है इसलिए पुराने समय से ही रागी की रोटी का उपयोग होता आ रहा है।
हीमोग्लोबिन की कमी दूर करे
यदि किसी व्यक्ति को एनीमिया है या हीमोग्लोबिन कम है तो उसे अपने आहार में रागी का आटा इस्तेमाल करना चाहिए। इसकी रोटी का सेवन एनीमिया में फायदेमंद हो सकता है।
रागी डायबिटीज नियंत्रित करें
रागी के आटे का उपयोग करने से रक्त में इंसुलिन का स्पाइक, गेहूं के आते की तुलना में कम होता है।
एंटी-माइक्रोबियल युक्त रागी
फिंगर बाजरा या रागी में शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले कई प्रकार के बैक्टीरिया जैसे कि बैसिलस सेरेस, यह भोजन को विषाक्त करता है इससे से मुक्ति दिलाने का कार्य कर सकता है।
खराब कोलेस्ट्रॉल कम करे रागी
कई शोध से पता चलता है कि रागी का आटा आपके ह्रदय रोगो के जोखिम को कम कर सकने योग्य है। एलडीएल जो एक ख़राब कोलेस्ट्रॉल के रूप में जाता है को धमनियों में सूजन पैदा करता है और स्ट्रोक का कारण बनता है।
एक कप रागी में मौजूद मुख्य पोषक तत्व
पोषक तत्व | पोषक तत्व की मात्रा |
Calories | 472 kcal |
Carbohydrates | 103 g |
Protein | 10.5 g |
Fat | 1.87 g |
Fiber | 16.56 g |
Phosphorous | 407 mg |
Magnesium | 197 mg |
Vitamin B1 | 0.6 mg |
Calcium | 495 mg |
Zinc | 3.31 mg |
Iron | 5.6 mg |
Vitamin B9 | 26.3 mcg |
Vitamin B2 | 0.27 mg |
Vitamin B3 | 1.58 mg |
Potassium | 587 mg |
Vitamin A | 60.4 mcg |
रागी कब नहीं खाना चाहिए
- जिन लोगो को किड्नीकी कोई समस्या है।
- रागी के आटे में ऑक्सेलिक होता है इसलिए जिन्हे पथरी है वे इसे न खाये।
- थाइरोइड रोगियों के लिए भी यह अधिक लाभदायक नहीं है।
- अधिक सेवन से पेट में गैस बन सकती है।
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में रागी या फिंगर मिलेट के बारे में सामान्य जानकारी प्रदान की गयी है कृपया सेवन से पहले किसी एक्सपर्ट या अच्छे डाइटीशियन से संपर्क कर ले।
FAQS
Q- क्या रागी का आटा गर्म होता है?
A- रागी का आटा तासीर में गर्म होता है लेकिन बाजरे से कम। इसे नाचनी भी कहते है।
Q- रागी की रोटी कब खानी चाहिए?
A-रागी के आटे की रोटी को आप सुबह नाश्ते में कर सकते है यह आयरन और प्रोटीन के साथ अन्य प्रकार के तत्व भी प्रदान करता है।