घुटने के दर्द के लिए बबूल पाउडर का उपयोग कैसे करें?


Babool Ki Fali Powder Benefits In Hindi पुराने ज़माने में अधिकतर लोग बबूल की फलियों का उपयोग कई रोग की समस्याओ से छुटकारा पाने के लिए करते थे।  आज इसके पेड़ जल्दी देखने को नहीं मिलते है लेकिन इसके फायदों में कोई अंतर नहीं आया है इसका चूर्ण आपको आराम से मिल जायेगा वही इसकी फलियों और गोंद को सीधे उयपोग में लाया जाता है।   आर्टिकल में जानिए घुटने समेत अन्य प्रकार की शारीरिक समस्याओं के लिए बबूल की पाउडर(acacia powder) कैसे फायदेमंद हो सकती है।

भारत में लोग बबूल की टहनियों को टूथब्रश के तौर पर करते है इसके कसैला मारक तत्व दांतो को विभिन्न प्रकार के बीमारियों और जर्म्स से दूर रखता है। 


जोड़ो और घुटने के दर्द के लिए बबूल पाउडर का उपयोग कैसे करें? How To Use Babool Ki Fali Powder For Joint pain In Hindi 

बबूल की फली आपकी जोड़ो के दर्द या गठिया(arthritis) में बहुत तेजी से असर कर सकता है। यह वात को संतुलित कर घुटने के दर्द(knee pain) का उपचार करता है इसमें इंफ्लामेंटरी गुण है जिससे सूजन कम होती है। 

अन्य फायदे 

जिनके सिर में अक्सर दर्द बना रहता है वे बबूल का उपयोग ऐसे में कर सकते है।  इसके आधा चम्मच के करीब चूर्ण को सुबह शाम दूध या पानी के साथ सेवन करने से सिर दर्द दूर करने में फायदेमंद है। 

यदि कोई व्यक्ति धातु रोग और शीघ्रपतन से पीड़ित है तो वह इसके चूर्ण को पानी के साथ पिए। चिकित्सक सलाह है अनिवार्य है। 

को जो महिलाओ में होने वाली leucorrhoea समस्या जिसे श्वेतप्रदर भी कहते है।  बाबुल फली चूर्ण इसमें लाभ पाने में मदद कर सकता है। 

बबूल की फली तासीर ठंडी होने के कारण यह नकसीर में बहुत फायदेमंद हो सकती है। लेकिन इसका गोंड गर्म प्रकृति का होता है। 

वही यदि किसी को कमर दर्द है और इससे छुटकारा चाहता है तो वही भी इसकी फली के चूर्ण को पानी या दूध के साथ सकता है।  


बबूल की फली का चूर्ण कैसे खाएं?

बबूल की फली का चूर्ण या पीसकर पाउडर बनाये और आधा चम्मच, 1 गिलास गुनगुने या गर्म पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर इसका सेवन करें। आप चाहे तो फली को पानी उबालकर भी ले सकते है। 

बबूल की फली और मिश्री के फायदे

यदि बबूल की फली के चूर्ण के साथ मिश्री मिलाकार खाया जाये तो भी कमर दर्द, श्वेतप्रदर, मासिक धर्म से सबंधित प्रॉब्लम्स दूर हो सकती है। 

 

         बाबुल की छाल किस काम आती है?

         बाबुल जिसे कीकर भी कहते है कि छाल संक्रमण                   रोकने में असरदार माना जाता है।

         बाबुल की छाल का काढ़ा कैसे बनाएं?

         एक गिलास पानी मैं बाबुल की छाल को लगभग 10               मिनट तक उबाले। पहले से आधा हो जाने पर आंच               बंदकर दे और इसमें सेंधा नमक मिक्स करके पिए,                 लेकिन किस अच्छे आयुर्वेदाचार्य से संपर्क करके ही               सेवन करें।


डिस्क्लेमर 

इस लेख में बबूल की फली और इसके पाउडर के बारे में सामान्य जानकारी दी गयी है कृपया सेवन के पहले डॉक्टरी परामर्श जरुरी है।