यष्टिमधु टेबलेट के फायदे, उपयोग और नुकसान - yashtimadhu tablet ke fayde in hindi

 Yastimadhu tablet benefits in hindi-मुलेठी(लीकोरिस) कि जड़ के चूर्ण को ही यष्टिमधु पाउडर कहते है. यह स्वास्थ्य रूप से बहुत लाभदायक होती है क्योंकि इसकी जड़ स्वाद में मीठी होती है इसलिए इसे अंग्रेजी में  ‘स्वीट्रोट’ कहते है . जब इसकि जड़ का पाउडर और टेबलेट बना लिया जाता है तब यह यष्टिमधु पाउडर या टेबलेट कहा जाता है . यहाँ जानिए इसके फायदे, नुकसान और उपयोग का तरीका 


आप किसी भी ब्रांड का यष्टिमधु चूर्ण या टेबलेट क्यों न खरीदे सभी के फायदे एक ही होते है क्योंकि सभी कि मुख्य सामग्री मुलेठी चूर्ण ही है. इसके अन्य नाम जैसे - जेठीमधु, मीठी लकड़ी, मुलेठी ही यष्टिमधु कहलाती है . यह गले कि खराश और पेट के लिए अधिक उपयोगी होती है . आयुर्वेदिक चीनी चिकित्सक में मुलेठी का उपयोग प्रोस्टेटऔर स्तन कैंसर के उपचार के रूप में करते हैं .

चलिए जानते है कि यह कैसे किस तरह फायदेमंद है .



                               


यष्टिमधु टेबलेट कैसे लाभकारी है - Yashtimadhu tablet ke Fayde


यष्टिमधु आयुर्वेदिक औषधि है जो . 


  • शरीर कि उर्जा को बढ़ाने के लिए इसका सेवन उपयोग किया जाता है . 
  • जुखाम, खांसी के उपचार के लिए इस जड़ी बूटी बहुत लोकप्रिय है जो बलगम को पतला कर निकालने में मदद करती है .
  • यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम जैसे - छाती में जलन, फ़ूड  पॉइजनिंग,अल्सर आदि में आराम के लिए जाना जाता है .
  • यष्टिमधु में ग्लाइसीरिज़िक एसिड होता है जिससे पेप्टिक अल्सर के इलाज किया जा सकता है।
  •  यष्टिमधु अधिवृक्क ग्रंथियों को उत्तेजित करता है जिससे  एड्रेनालाईन का उत्पादन होता है .
  •  त्वचा पर एक्जिमा और सोरायसिस के इलाज के लिए यष्टिमधु पाउडर लगाया जा सकता है।
  • मुलेठी पाउडर का उपयोग क्रोनिक थकान सिंड्रोम के इलाज के लिए भी किया जा सकता है क्योंकि इसका ग्रंथियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है
  • यह माहवारी या  रजोनिवृत्ति में होने वाली दर्द और ऐंठन से राहत के लिए भी प्रयोग किया जाता हैं।
  •  यह गोली (yastimadhu tablet)एस्ट्रोजन हार्मोन को बढाता है .
  • यह शरीर में तनाव हार्मोन कोर्टिसोल के स्वस्थ स्तर को बढ़ावा देता है।
  • स्किन को ब्राइट करने के लिए मुलेठी पाउडर(Liquorice) का फेस पैक कि तरह बहुत उपयोग किया जाता है . एक कटोरी में एक चम्मच दूध में एक चम्मच यष्टिमधु पाउडर मिलकर पेस्ट बना ले, चाहे तो रोज वाटर भी मिला सकते है और 20 मिनट के लिए लगाये . फिर सादे पानी से धो ले .



यष्टिमधु के से होने वाले नुकसान - side effect of yashtimadhu tablet in hindi


  • स्तनपान कराने और गर्भवती महिलाये चिकित्सक परामर्श पर ही मुलेठी टेबलेट या चूर्ण का सेवन करे .

  • अधिक मात्रा यष्टिमधु खाने से पोटेशियम का लेवल कम हो सकता है . 

  • इसके अलावा कोई खास दुष्प्रभाव देखेंने को नहीं मिलता है .

एसिडिटी के लिए यष्टिमधु कैसे लें?

हिमालय यष्टिमधु टेबलेट का सेवन गुनगुने पानी के साथ भोजन के पहले।

यष्टिमधु चूर्ण का सेवनसुबह पानी के साथ  करे .



डिस्क्लेमर 

इस लेख में यष्टिमधु tablet के सिर्फ सामान्य फायदे और फायदे और नुकसान बताये गए है उपयोग से पहले अपने किसी आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह ले।