Mahamrichyadi Tail in hindi, यह विभिन्न औषधीय घटकों से बना आयुर्वेदिक तेल है। इसका उपयोग त्वचा संबंधी रोगों के उपचार के लिए जाता है। आईये जानते है इसके फायदे, नुकसान और उपयोग का तरीका
यह विभिन्न प्रकार के त्वचा रोगों जैसे कुष्ठ रोग, सूजन, घाव, न भरने वाले घाव, फोड़े, फुंसी, खुजली, दाद, हिचकी आदि में किया जाता है। इसमें कृमिनाशक गुण होते हैं।
इस तेल को लगाते समय आँखो को न छुंए, लगाने के बाद अच्छे से हाथ धो ले और बच्चो की पहुंच से दूर ही रखे क्योंकि इसमें आक, वत्सनाभ जैसे जहरीले तत्व होते है। बैद्यनाथ महामरिच्यादि तैल की कीमत(price) 100 ml - रुपये 167 .
बैद्यनाथ महामरिच्यादि तैल का चिकित्सीय क्या उपयोग है - Mahamarichyadi Oil Uses In Hindi
महामरिच्यादि तैल मेडिकेटेड आयुर्वेदिक तेल है शरीर में किसी भी प्रकार की रैशेज, खुजली, दाद-खाज, शीतपित्त, फोड़ा आदि क्यों न हो यह चर्म रोग के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
कुछ लोगो के शरीर पर सफ़ेद रंग के दाग होते है महामरिच्यादि तेल को लगाने से बहुत आराम मिलता है।महामरिच्यादि आयुर्वेदिक तेल इसमें अवश्य प्रयोग करे।
कुष्ठरोग बहरी नसों और श्वसन तंत्र के श्लेष्म का रोग होता है। सही उपचार न मिलने पर यह बढ़ सकता है। यह औषधिये तेल इसमें उपयोगी साबित हो सकता है।
एक्जिमा भी त्वचा संक्रमण रोग है जिससे स्किन पर बहुत खुजली होती है और त्वचा का रंग लाल हो जाता है महामरिच्यादि तेल ऐसे में जरूर उपयोग करे।
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महामरिच्यादि तैल में उपयोग होने वाले घटक - Mahamarichyadi Tel Ingredients in Hindi
महामरिच्यादि तेल में अर्क दुग्ध, काली मिर्च, दन्तीमूल, दरहरिद्र, निसोथ, गोबर का रस, देवदारु, कूठ, इंद्रायणमूल, कनेर की जड़, गिलोय, हरिताल, मनशिला, गौमूत्र, कलिहारी मूल, वायविडंग, पवांड़ बीज, नीम बार्क, सिरस बार्क, सप्तपर्ण, सरसों तैल, पिप्पली, कुटज बार्क, मालकांगनी, थूहर दुग्ध, बच, वत्सनाभ, खादिरवुड, स्टेम, पवांड़ बीज, नागार मोथा, अमलतास आदि घटक शामिल है।
महामरिच्यादि तैल के फायदे - Benefits of Mahamarichyadi Tel in hindi
यह कई प्रकार के चर्म रोग सबंधी आयुर्वेदिक तेल है। इसमें एंटीसेप्टिक और एंटी-फंगल के गुण पाए जाते है यदि कोई भी आपका पुराना त्वचा रोग खत्म नहीं हो रहा है तो उसका उपयोग कर सकते है।
महामरिच्यादि तेल को प्रयोग करने की विधि - How to Use Mahamarichyadi Tel in hindi
- इसे तेल को दिन में सिर्फ एक बार ही लगाए।
- तेल आँखों के संपर्क में ना आने दे, बाहरी त्वचा पर ही लगाए।
- यह किसी भी आयुर्वेदिक सामानो के विक्रेता या ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते है।
- लगाने के बाद अच्छे से हाथ धोंये
इस लेख में mahamarichyadi oil uses in hindi के बारे में समान्य जानकारी उपलब्ध कराई गयी है। प्रयोग करने से पहले आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।