Kalmegh ke fayde aur nuksan क्या आपने कालमेघ के बारे में सुना है, आज हम आपको बताने वाले है इसके खूबियों के बारे में। यह एक जंगली आयुर्वेदिक पौधा है जिसे अब नर्सरी में भी रखा जाने लगा है। यह रक्तशोधक के लिए खास जाना जाता है। इस आर्टिकल में जानिए कालमेघ फायदे और नुकसान।
हम आपको बता दे कि कालमेघ की पत्तियां बिलकुल मिर्च की पत्तियों की तरह पतली और नुकीली दिखती है। इसका वैज्ञानिक नाम एंड्रोग्राफिक्स पैनिकुलाटा है। इसके अन्य नाम भी है जैसे - ग्रीन चिरेता किंग ऑफ़ बिटर, कालनाथ, महातिक्त आदि। यह दक्षिण पूर्व एशियाई देशो में बहुतायत पाया जाता है।
कालमेघ चूर्ण के फायदे जबरदस्त फायदे - Kalmegh Benefits in hindi
वही दूसरी ओर कालमेघ एंटी-क्लॉटिंग यानि रक्त के थक्के बनने से रोकने में भी सहायक है इससे ह्रदय की और जाने वाली धमनियों में थक्के नहीं जिससे ह्रदय घात का खतरा कम रहता है।
कई जड़ी-बूटियों की तरह कालमेघ भी आपकी अनिद्रा सबंधी परेशानियों को दूर कर सकता है इसमें स्ट्रेस को कम करने के एजेंट पाए जाते है। इसके अतिरिक्त यह ल्यूकेमिया जैसे कैंसर के खतरों को कम करने में उपयोग की जाती है। इसके एंटी-कैंसर विशेषताएं फेफड़ो और ब्रैस्ट कैंसर के लक्षणों को कम करने में योगदान कर सकती है लेकिन ध्यान रहे यह इसका इलाज नहीं करती है।
पेट की सभी समस्याओं के लिए अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे
कालमेघ के कुछ लाभों में यह भी के ये वायरल से होने वाले बुखार, कोखम, फ्लू इन्फेक्शन आराम दे सकता है इसके लिए इसका काढ़ा उपयोग करे। इसके अलावा यदि आपको पाचन से जुडी कोई समस्या है तो बस रोज खाली पेट एक गिलास नार्मल पानी के साथ कालमेघ पाउडर या चूर्ण को ले, इससे अपच जैसी प्रॉब्लम दूर हो जाएगी।
दरसल कालमेघ शरीर के विषाक्त(toxin) पदार्थ को बाहर निकालता है इससे पाचन तंत्र तो बेहतर होता ही है साथ ही स्किन से जुडी परेशानिया (kalmegh for skin) जैसे मुहांसे आदि से भी छुटकारा मिलता है। आप कालमेघ की 5 से 6 पत्तियों को पानी में भिगो दे और अगले दिन की सुबह पत्तियों को निकल कर जल पी लें।
यह जल प्रतिरोधक छमता में भी सुधार कर सकता है
खुराक - Dosage
कालमेघ की दैनिक खुराक 60 मिलीग्राम से 300 मिलिग्रा है। इसे दिन में कभी भी ले सकते है।
कालमेघ की कैप्सूल (tablet) का भी उपयोग कर सकते है लेकिन चिकित्सक सलाह पर।
कालमेघ का उपयोग कैसे करे – How to Use Kalmegh in Hindi
कालमेघ का उपयोग आप इसके चूर्ण, सिरप, अर्क और इसकी पत्तियों को पानी में भिगो कर अगली सुबह पि सकते है। वही घाव को इफेक्शन से बचाने के लिए पत्तियों का पेस्ट बना कर लगा सकते है लेकिन डॉक्टर को अवश्य दिखाए।कालमेघ क्या नुकसान है – Side Effects of Kalmegh in Hindi
यदि कालमेघ का सेवन खुराक से अधिक करे है तो आपकी शुगर लो सकती है इसके अलाव भूख कम होनम ऐलर्जी समस्याएं आ सकती है ,
गर्भवती और स्तनपान कराने वालो औरते बिना चिकित्सक सलाह के न ले। का अधिक मात्रा में सेवन करना लो ग्लूकोज, एलर्जी और लो ब्लड प्रेसर, भूख में कमी की समस्या उत्पन्न कर सकता है।
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