Dandelion के फूल, पत्ते और जड़ से होने वाले फायदे और उपयोग का तरीका

 

Dandelion के फूल, पत्ते और जड़ से होने वाले फायदे और उपयोग का तरीका

 Dandelion benefits in hindi इसे सिंहपर्णी भी कहते है इसका फूल बहुत सुंदर होता है वही इसके पत्ते और जड़ भी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है।  डेंडिलियन पौधा(Plant) सूरजमुखी के परिवार से जुड़ा है इसलिए उसके जैसा ही थोड़ा बहुत दिखता है। इस आर्टिकल में जानिए सिंहपर्णी के पत्तों के क्या लाभ(advantage of dadelion in hinid) होते हैं  और उपयोग का तरीका 

सिंहपर्णी(Sinhparni) का साइंटिफिक नाम टराक्सेकम ऑफिसिनल (Taraxacum Officinale) है। पूरा पौधा ही औषधियों रूप से उपयोगी है।

सिंहपर्णी से होने वाले फायदे - Dandelion benefits in hindi

1) हड्डियों के लिए बेहतर

सिंहपर्णी के पत्तों में ल्यूटोलिन, कैल्शियम और विटामिन सी का पाया जाता है जो आपकी  हड्डियों की कमजोरी को  काबिल है और उन्हें नुकसान से बचा सकता है। 

2) स्किन के लिए लाभकारी

सिंहपर्णी के  डंठल निकलने वाला दूध स्किन को फंगल संक्रमण से बचाता है जो लाल चककतो और दानों के रूप में निकलते है। 

3) डायबिटीज कंट्रोल करता है

डेंडिलियन का जूस (dandelion juice) पीने से डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन का प्रोडक्शन लेवल बढ़ता है और ब्लड शुगर मेंटेन करने में प्रभावकारी होता है। य

4) पाचन क्रिया में सहायक

यदि आपका पेट अक्सर ख़राब रहता है तो सिंहपर्णी(sinhparni ke fayde) इसमें सुधार करते हैं इसके पत्तों में लैक्सटिव कार्य करता है यह तत्व भूख को बढ़ाता हैं। इसके साथ ही यह सीने की जलन और पित्त में सुधार करते है। 

5) इन्फ्लेमेशन कम करते हैं

सिंहपर्णी के पत्तों में एंटीऑक्सिडेंट्स,फाइटोन्यूट्रिएंस और फैटी तत्व शरीर की सूजन और दर्द कम करते हैं। 

6) कैंसर को रोकने में मददगार

सिंहपर्णी के पत्तों में एंटी- कैंसर गुण भी मौजूद है हलाकि यह इलाज नहीं करता है लेकिन कैंसर की गति के विकास को धीमा करने में सहायक हो सकते है।  

8) इम्युनिटी बढ़ाये सिंहपर्णी

जानवरों पर किये गए एक शोध के अनुसार - जब उन जानवरो के आहार में सिंहपर्णी को मिलाया गया तो इससे उनके प्रतिरोधक छमता में पॉजिटिव रेस्पॉन्स मिला।

7) हार्ट के लिए

सिंहपर्णी के पत्तो और जड़(Dandelion root) में हाइपोलिपिडेमिक जो कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक है और इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ये दोनों एथेरोस्क्लेरोसिस से होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस में प्रभावी हो सकते है।

सिंहपर्णी का उपयोग करने का तरीका – How to Use Singhparni (Dandelion) in Hindi

आप नीचे बताये गये निम्न तरीको से संहपर्णी का उपयोग कर सकते है- 

  • सिंहपर्णी को चाय के रूप में पी सकते है। 
  • सिंहपर्णी की पत्तियों को सलाद में डालकर सेवन कर सकते है। 
  • सिंहपर्णी को पहले उबाल ले जिसकी कड़वापन कम हो जाये फिर से सब्जी में पकाकर या सूप में डालकर खाये।
  • इसकी  चूर्ण बनाकर सेवन करे। इसके लिए फूल, पत्तियों व फूलों को पहले सुखा ले। फिर चूर्ण बनाये।
  • सिंहपर्णी को सप्लीमेंट के रूप में भी लिया जा सकता है लेकिन विशेषज्ञ सलाह पर ही लें। 
Dosage

शोधानुसार वाटर रिटेंशन(शरीर में पानी जमा होना) की परेशानी होने पर दिन में तीन बार 4 से 10 ग्राम सिंहपर्णी की सूखी पत्तियों से तैयार काढ़ा पीने के बारे में बताया गया है। 

कब्ज(constipation) लिए सिंहपर्णी टिंचर की 1 से 15 बूंद को पानी में मिलाकर लेने की सलाह दी दई है।

किडनी की बीमारी से पीड़ित लोग इसका सेवन न करे।

मधुमेह रोगी भी सेवन से पहले डॉक्टर से पूछे खासकर लो डाइबिटिक रोगी।

Dandelion अधिक सेवन करने से गैस(gas) की समस्या हो सकती है।

जिन्हें, मेरीगोल्ड, रैगवीड जैसे पौधों से एलर्जी है वे भी सिंहपर्णी का उपयोग न करें।



निस्कर्ष

इस लेख में sinhparni(dandelion) ke fayde aur nuksan बताये गये है ये सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है।

FAQs

Q- क्या सिंहपर्णी(dandelion) से मल त्याग में आसानी होती है?

A- हां, इसमें लैक्सेटिव प्रभाव  होता है जिससे मल त्याग में सरलता होती है।

Q- क्या सिंहपर्णी को कच्चा खा सकते है?

A- हां

Q- क्या सिंहपर्णी से वजन कम कर सकते है?

A- इसकी चाय वजन कम करने में प्रभावी हो सकता है।