conscious और subconscious mind क्या है और कैसे कार्य करता है

 


चेतन(conscious) और अवचेतन(subconscious) मन कैसे काम करता है - व्यक्ति अपने मन की शक्ति से जैसा चाहे वैसा बन सकता है और अपने सपनो को हसकीकत में बदल सकता है जिसे जादू कहते है। असल में यह जादू दिमाग में होता है और फिर वही वास्तविकता बन जाता है। प्रत्येक व्यक्ति के पास तीन तरह का mind होता जिसके बारे में आगे बताया गया है। इस आर्टिकल जानिए अवचेतन मन की शक्ति(power ऑफ़ subconsious mind in hindi) को कैसे जाग्रत करें।

चेतन मन क्या है ? -Conscious Mind in Hindi  

जब हम पहली बार किसी कार्य को करते है तो हम उसे बहुत ध्यान से और सूझबूझ के साथ करते है क्योंकि उसे करने की हमारी आदत नहीं होती है। तो इस कार्य को करते समय जिस दिमाग का उपयोग होता है उसे चेतन मन यानि Conscious Mind या जाग्रत मन भी कहते हैं। 

हैरानी वाली बात Conscious Mind पूरे दिमाग का सिर्फ 10 प्रतिशत  ही होता है। इस माइंड से हम कोई भी काम ध्यान लगाकर करते है।  

किसी भी चीज़ की इच्छा सबसे पहले Conscious Mind में ही उत्पन्न होती है। यह मन लीजिये कि  हमारे विल पावर, गहन सोच, तर्क-वितर्क इस प्रकार के कार्यो को चेतन मन ही करता है। 

अचेतन मन क्या होता है?  ( Unconscious Mind in Hindi ) – 

अचेतन मन दिमाग का वह हिस्सा है होता जिसमें जन्म से लेकर अब तक सारी यादें होती है लेकिन हम याद नहीं रहती है क्योंकि यह दिमाग सक्रिय नहीं होता है।



अवचेतन मन क्या होता है ? ( Subconscious Mind in Hindi ) 

अवचेतन मन हमारे दिमाग का 90% भाग होता है इसे Subconscious Mind भी कहते है। जब किसी कार्य को करते हुए हमारी आदत बन जाती है और उस कार्य करने में हमें  अधिक सोचना नहीं पड़ता है तो यह Subconscious Mind की वजह से होता है। इस दिमाग में भावनाये(feelings), विश्वास, emotions, habbits, इमेजिनेशन, सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया, जवाबी करवाई रहती है। 

Subconscious Mind बहुत पावरफुल होता है यह हमारे विश्वास को हकीकत में बदलता है। लॉ आफ अट्रैक्शन इसी माइंड पर कार्य करता है। इसे नहीं पता होता कि क्या नेगेटिव है और क्या पॉजिटिव यह सिर्फ चेतन मन द्वारा दिए गए निर्देशों को धीरे धीरे स्टोर करने लगता है।

जब हम पहली बार खाना बनाते है तो बहुत ध्यान से सोच-समझ कर  सीखते है लेकिन जब हमे इसकी आदत हो जाती है तो हम बहुत आराम से किसी से बात करते हुए खाना बनाने लगते है। 

या जब कोई वाहन चालना सिख जाते है तो हमारे हाथ अपने आप क्लच और एक्सीलेटर पर बिना किसी भय के अपने आप चलने लगता है। 

कोई बात कार्य या बात जब हम प्रतिदिन या अक्सर करने लगते है और वह विश्वास और आदत बनने लगती है तब वह चेतन मन से धीरे-धीरे वह अवचेतन मन में जाने लगती है और फिर conscoius mind जैसे ही कोई विचार सोचता है Subconscious Mind तुरंत रिएक्ट करता है।  

आगे जाने Subconscious Mind को पावरफुल बनाने के  तरीके    


Subconscious Mind को कैसे जगाये 

बहुत से लोग कहते है वे चाहते है वैसा बिलकुल नहीं होता है, वही कई लोगो का  

Subconscious Mind उनके हिसाब से चलता है -

कुछ लोग बिना अलार्म के नहीं उठ पाते क्योंकि उनके अवचेतन मन को ये आदत पता है, कुछ बिना अलार्म उठ जाते है क्योंकि उनके अवचेतन मन यह फिट हो चुकी है। 
दरअसल Subconscious Mind जिसे वास्तविक मान लेता है फिर वैसा ही परिणाम दिखाता है।  इसलिए Subconscious Mind में सकारात्मक आदते और सुझाव डालने को कोशिश करनी चाहिए। फिर वे वैसा ही हकीकत बनाएंगी। 
यदि कोई अपने Subconscious Mind की नेगेटिविटी को निकालना चाहता है तो मुश्किल है  समय लगता है लेकिन यह असंभव नहीं है, धीरे-धीरे प्रयास से इसे रिप्रोग्राम किया जा सकता है।  
इस कार्य में पॉजिटिव affirmation  आती है जिन्हे  रोज कहने पर मस्तिष्क में पॉजिटिव वाक्य जाते है। 
सकारत्मक सोचने के लिए कहा जाता है हालांकि यह आसान नहीं वह भी तब जब नकारात्मक सोचने की आदत बन गयी हो।  लेकिन शुरुवात करिये।
 
निष्कर्ष 
आशा है की इस आर्टिकल में आपको चेतन, अचेतन और अवचेतन(Conscious, Unconscious and Subconscious Mind) के बारे पता चल गया होगा।