काली चाय(black tea) पीने से होते है ये जबरदस्त फायदे और नुकसान -

काली चाय(black tea) पीने से होते है ये जबरदस्त फायदे और नुकसान  -


black tea drinking benefits चाय न सिर्फ शरीर में गर्मी लेकर एनर्जी देने का काम बल्कि हार्ट के लिए भी  इंफ्लामेन्टोर्य और एंटी-ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज से भरपूर चाय कैंसर से बचने में भी मदद करती है।  काली चाय को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है।  काली चाय को दूध वाली चाय की तुलना में ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।  इसमें नींबू, दालचीनी, मुलेठी, , चॉकलेट कुछ जड़ी-बूटियां तथा तुलसी मिलाकर भी पिया जाता है।काली चाय में मौजूद  एंटीऑक्सीडेंट्स, फ्लोराइड्स, फायटोकेमिकल्स, टेनिन्स जैसे तत्व सेहत के लिए गुणकारी माने जाते हैं। 

काली चाय पीने के फायदे - black tea health benefits in hindi

1- कोलेस्ट्रॉल को control रखने के लिए जरूरी है बिना दूध की चाय

दिन में सिर्फ एक बार काली चाय पीने से कोलेस्ट्रॉल संतुलित रखने  मिल सकती है। अमेरिका के एक रिसर्च सेंटर के शोध के अनुसार, बिना दूध वाली चाय कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित बनाए रखने में helpful साबित हो सकती है।शोध के अनुसार अगर संतुलित और कम वसा वाली चीजों के साथ इस चाय का सेवन किया जाए तो कोलेस्ट्रॉल को आसानी से संतुलित किया जा सकता है।

    2- डायबिटीज के लिए 

      बिना दूध की चाय डायबिटीज से होने वाले जोखिमों को दूर करने के साथ ही ब्लड शुगर से बचाए रखने में भी        मदद कर सकती है। इसमें पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी व एंटी ऑक्सीडेंट प्रभाव ब्लड शुगर लेवल को        कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं     विशेषज्ञों के अनुसार, बिना दूध की चाय में थियाफ्लेविंस नामक पॉलीफेनॉल पाया जाता है जो अपने एंटी-           डायबिटिक प्रभाव से इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाकर ब्लड शुगर को कम कर सकता है।
   3- प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक

शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने के लिए भी काली चाय का इस्तेमाल कारगर साबित हो सकता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। इम्यूनिटी मजबूत होने से वायरल से होने वाले संक्रमण से बचा जा सकता है। कई शोध के अनुसार, बिना दूध की चाय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

    4- हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी


काली चाय को नियमित इस्तेमाल में लाकर हृदय स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मदद मिल सकती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण धमनी से जुड़े हृदय विकार में सहायक साबित हो सकता

5- अस्थमा में राहत दिलाये बिना दूध वाली चाय

विशेषज्ञों के मुताबिक, बिना दूध की चाय का सेवन अस्थमा की समस्या से कुछ सीमा तक निजात दिलाने में मददगार साबित हो सकता है।यह संभव होता है इसमें पाए जाने वाले थियोफिलीन नामक खास रसायन के कारण जो अस्थमा के उपचार में प्रयोग होता है।लेकिन इसकी अधिक मात्रा लेने के कारण इसके कुछ दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं लेकिन चाय में सामित मात्रा में बिना दूध वाली चाय का सेवन सुरक्षित माना जा सकता है।

    6- वजन नियंत्रण में मदद करें 


ब्लैक टी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स बिना किसी दुष्परिणाम के मोटापा कम करने वाल प्रभाव प्रदर्शित कर सकते हैं। साथ ही यह मोटापे के कारण पैदा होने वाले जोखिमों को दूर करने में भी सहायक साबित हो सकते हैं।


7- मुंह के स्वास्थ्य के लिए 

बिना दूध वाली चाय में पाए जाने वाले एंटीमाइक्रोबियल मुँह के सुक्ष्म जीवों को खत्म करने में मदद कर सकता है। मुंह में यह पहले से ही मौजूद होते है और स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं।  

   8- हड्डियों को स्वस्थ बनाने में

काली चाय ओस्टियोपोरोसिस की समस्या के जोखिम को कम करने के लिए भी काली चाय का सेवन फायदेमंद हो सकता है। हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखने और उनकी कमजोरी दूर करने में भी काली चाय फायदेमंद होता हैं।


 उत्पादन के अनुसार काली चाय के प्रकार :

  • लैपसैंग सुचोंग (Lapsang Souchong)
  • असम ब्लैक टी (Assam Black Tea)
  • नीलगिरी ब्लैक टी (Nilgiri Black Tea)
  • दार्जलिंग ब्लैक टी (Darjeeling Black Tea)
  • फुजियन मिनहोंग (Fujian Minhong)
  • युनान डियनहोंग (Yunnan Dianhong)
  • अन्हुई कीमुन (Anhui Keemun)
  • सेयलोन ब्लैक टी (Ceylon Black Tea)
  • केनयान ब्लैक टी (Kenyan Black Tea
  • मिली हुई अन्य सामग्रियों (Blend with other ingredients) के आधार पर काली चाय के प्रकार

    • अर्ल ग्रे काली चाय (Earl Grey Black Tea)
    • रोज ब्लैक टी (Rose Black Tea)
      • राशियन कैरावान (Russian Caravan)
      • इंग्लिश ब्रेकफास्ट (English Breakfast)
    • आयरिश ब्रेकफास्ट (Irish Breakfast)
    • चाय टी (Chai Tea)
    • आफ्टरनून टी (Afternoon Tea)
  • त्वचा के लिए फायदेमंद काली चाय – Skin Benefits of Black Tea in Hindi


  • 1. स्किन इंफेकशन से बचाए ब्लैक टी 

    जैसा की ऊपर बताया गया है कि काली चाय में कैटेचिन नाम का अनोखा तत्व पाया जाता है। इस कारण काली चाय में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं । चूंकि, फंगस और बैक्टीरिया त्वचा पर संक्रमण के मुख्य कारणों में शामिल हैं, इसलिए स्किन इंफेकशन से जुड़ी समस्याओं में काली चाय के सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।

    सामग्री :

    • ताजा इस्तेमाल किया हुआ टी बैग(चायपत्ती बैग)

    इस्तेमाल करने का तरीका  :

    • प्रयोग किए हुए टी-बैग को चेहरे पर जहां इंफेक्शन हुआ है वह पर 5 से 10 मिनट तक रखें। 
    • इस प्रक्रिया को नियमित रूप से करने पर इंफेक्शन पर प्रभावी असर दिखा सकता है।

    2. त्वचा को रखे रिंकल फ्री 

    काली चाय में एंटी-ऑक्सीडेंट और पॉलीफेनोल पाया जाता है जो समय से पहले आने वाले बुढ़ापे के असर को कम करता है। साथ ही यह दोनों तत्व फ्री रेडिकल्स यानी मुक्त कणों के प्रभाव को कम करते और कोलेजन की मात्रा को नियंत्रित रखने में सहायक साबित होती है जो तव्चा को जवां रखते है। 

    सामग्री :

    • काली चाय से तैयार आइस क्यूब

     इस्तेमाल करने का तरीका  :

    • काली चाय का आइस क्यूब बना लें और चेहरे पर गलने तक लगाए।  
    • इसे नियमित रूप से इस्तेमाल करे। स्किन फ्रेस  शाइनी होती है। 

    3. अल्ट्रा वायलेट(uv रेज़) के प्रभाव से बचाए

    काली चाय में कैटेचिन नाम का खास तत्व के वजह से स्किन को uv किरणों के प्रभाव से बचाया जाता है । इसके अलावा यह अन्य प्रभावों के साथ एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं। यह गुण यह त्वचा को मुक्त कणों के प्रभाव से बचाकर अल्ट्रा वायलेट किरणों के प्रभाव को कम करने में सहायक होता है तो यह कहा जा सकता है कि काली चाय का प्रयोग सूरज की uv किरणों से बचाव करने में भी सहायक हो सकता है।

    सामग्री :

    • काली चाय का एक टी बैग
    • एक कप गर्म पानी
    • एक चम्मच शहद स्वाद के लिए (वैकल्पिक)

     इस्तेमाल करने का तरीका  :

    • पहले एक कप पानी गर्म कर लें ।
    • इस पानी में टी बैग डालें और करीब 10 मिनट के लिए छोड़ दें।
    • स्वाद के लिए एक चम्मच शहद मिला सकते है।
    • अब धीरे-धीरे चाय को पिएं।

    4. दाग धब्बों को करे दूर

    काली चाय में अन्य तत्वों के अलावा गेलिक एसिड भी उपलब्ध होता है जो त्वचा के लिए कॉपर-युक्त एंजाइम्स जिसे टायरोसिनेस(tyrosinase) कहते है को कम करने में प्रभावी पाया गया है।  टायरोसिनसे मेलेनिन के प्रभाव को बढ़ाते है और दाग-धब्बों का कारण बनते हैं। ऐसे में त्वचा पर मौजूद दाग-धब्बों से छुटकारा पाने में भी काली चाय मददगार साबित हो सकती है।

    सामग्री :

    • दो चम्मच काली चाय(black tea)
    • आधा कप पानी
    • एक रूई का टुकड़ा

    इस्तेमाल करने का तरीका :

    • एक पैन में एक कप पानी और दो चम्मच काली चायपत्ती डाल कर गैस पर चढ़ाएं।
    • इसे उबलने तक गैस पर चढ़ा रहने दें।
    • अब चाय को कप में अलग कर ठंडा होने के लिए रख दें।
    • चाय ठंडी होने पर रूई(cotton) के टुकड़े की मदद से इसे चेहरे पर लगाएं और करीब 10 से 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
    • अब चेहरे को धो लें।

    बालों के लिए काली चाय के फायदे – Hair Benefits of Black Tea in Hindi

    1. बाल झड़ने की समस्या करे दूर

    किसी को बाल झड़ने की समस्या है, तो काली चाय पीन से कुछ फायदा हो सकता है। लेकिन इस संबंध में कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है, जिसके आधार पर कहा जा सके कि ब्लैक टी टूटते बालों की समस्या को कुछ काम कर सकती है। चाहे तो ट्रायल के तौर पर बालों पर काली चाय को लगा सकते है। 

    सामग्री :

    • चार से पांच टी बैग
    • एक कटोरा पानी

    कैसे इस्तेमाल करें :

    • एक कटोरे में पानी लें और उसमें चार या पांच टी बैग डाले और उबलने तक गैस पर चढ़ा दें।
    • अच्छी तरह उबलने के बाद पानी को किसी दूसरे बर्तन में अलग कर लें और ठंडा होने के लिए रख दें।
    • ठंडा होने के बाद इस पाने से सिर की मसाज करे और अच्छे से धोएं।
    • अब तौलिए से बालों को लपेट कर करीब एक घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
    • फिर शैम्पू कर लें।
    2- बालों के ग्रोथ के लिए 

    शोध में पाया गया कि काली चाय में मौजूद पॉलीफेनोल्स एलोपेसिया यानी बाल टूटने की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह बालों को बढ़ाने में भी सहायक है।  

  • सामग्री 

    • एक चम्मच काली चाय लीजिये 
    • अब चार-पांच तुलसी की पत्तियां लें 
    • एक कप पानी लें 

    कैसे इस्तेमाल करें :

    • एक कप पानी में चार से पांच तुलसी की पत्तियां डालकर अच्छे से उबाल लें।
    • चाय तैयार होने के बाद इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
    • जब चाय ठंडी होने के बाद इससे करीब 10 से 15 मिनट तक मसाज करें।
    • अंत में बालों को शैम्पू कर लें।
     
  • काली चाय पीने के नुकसान – Side Effects of Black Tea in Hindi

  • किसी भी चीज की अधिकता से नुकसान ही होता है और यह नुकसान इसमें मौजूद कैफीन की वजह से हो सकता है।  

    • काली चाय में कैफीन की कुछ मात्रा भी पाई जाती है। इस कारण इसके अधिक पीने की वजह से अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
    • काली चाय के कैफीन के कारण किडनी के लिए ड्यूरेटिक (मूत्रवर्धक) की तरह काम करता है। यह मूत्र में पोटैशियम और सोडियम की मात्रा को बढ़ा देता है बार-बार पेशाब आने का कारण बन सकता है।
    • ब्लैक टी के अधिक मात्रा में सेवन के यह दांतों की बाहरी परत इनेमल को नुकसान पहुंचाता है। इससे दांतों की सेंसटिविटी बढ़ जाती है और गर्म या ठंडा खाने पर तेज झनझनाहट होती है।
    • चिंता या तनाव के मरीजों के लिए कैफीन की अधिक मात्रा हानिकारक हो सकती है। बेशक, ब्लैक टी में कैफीन की मात्रा कम होती है, लेकिन होती जरूर है (21) । इसलिए, काली चाय का अधिक सेवन करने से बचें।
    • काली चाय अधिक पीने से शुगर कम होने का जोखिम बढ़ सकता है। यह इसमें पाया जाने वाला टैनिन नाम के कारण होता है। टैनिन आयरन और कैल्शियम पोषक तत्वों के अवशोषण को कम कर सकता है इसलिए भोजन के साथ चाय नहीं लेनी चाहिए।
    निष्कर्ष 

    इस लेख को पढ़ने के बाद आपको काली चाय(black tea) के लाभ के बारे में भी अच्छी तरह पता चल गया होगा। लेकिन यह ध्यान रखें कि यह किसी बीमारी का इलाज नहीं है। कोई भी गंभीर अवस्था है तो डॉक्टर से इलाज करवाए।  सिमित मात्रा में पीने से आप यह स्वास्थ्य वर्धक है। आप बीमार न पड़ें, उस काम में यह चाय जरूर आपकी मदद कर सकती है। संतुलित मात्रा में करें।