गुणों का खजाना लाल चौलाई(amaranth) सब्जी खाने के10 अनोखे फायदे

 

गुणों का खजाना लाल चौलाई(amaranth) के10 अनोखे फायदे
चौलाई के फायदे 

 lal chaulai khane ke fayde लाल चौलाई एक   साग  का प्रकार है। इसे अमरंथ की पत्ती भी कहते है।  इसके   बीजो से ही रामदाना मिलता है। यह पूरे वर्ष उगने वाला पौधा है और नैचुरली रूप से ग्लूटेन फ्री होता है,  इसे लाल भाजी भी कहते है।  पोषक तत्व के वजह से यह बहुत उपयोगी हो जाता है।  इसका वैज्ञानिक नाम  एमरेंथ   डबियस है.   

भारत में यह ओडिशा, केरल, छत्तीसग़ढ, महारष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, असम आदि के मैदानी और पहाड़ी दोनों क्षेत्र में उगाई जाती है।  आईये जानते है लाल चौलाई(amaranth) की सब्जी खाने के फायदे -

चौलाई क्या है? - what is chaulai(rajgira) in hindi

हमारे देश(भारत) में पत्तेदार हरी सब्जियों को बहुत महत्व दिया जाता है।  जिस भी मौसम में जो भी हरी सब्जियां आती है उनका सेवन करा जाता है, उन्ही में से एक लाल चौलाई होती है जिसके मुलायम पत्तो का खाने के रूप में इस्तेमाल करते है, वही इसके बीजो का भी उपयोग किया जाता है।  स्वाद में यह पालक के सामान लग सकती है।  

इसमें मेथियोनिन, सेलेनियम, मैग्निसियम, कैल्शियम, आयरन, जस्ता, फाइबर जैसे मुख्य तत्व पाए जाते है।  इसकी  कई प्रजातियां पायी जाती है।  आपको यह लाल, हरी रंगो में बाजार में दिख जाएँगी।  आज यहाँ जानिए लाल रंग के चौलाई के बारे में। 

लाल चौलाई की सब्जी या भाजी खाने के फायदे - red chaulai (amaranth) benefits in hindi

  लाल चौलाई की भाजी (लाल साग) खाने के निम्नलिखित        गुण होते है।  यह गर्म तासीर वाला साग है। 

प्रतरोधक छमता बढ़ाये लाल चौलाई - chaulai benefits for immunity boost in hindi

लाल चौलाई से विटामिन सी प्राप्त होता है जो बॉडी की प्रतिरोधक छमता को बनाये रखता है।  जिससे शरीर बिमारियों से लड़ सके।  विटामिन सी कोशिकाओं क मरम्मत का कार्य करती है। 

 आँखों को स्वस्थ बनाये चौलाई - red chaulai benefits for healthy eyes in hindi

चौलाई में विटामिन ए पाया जाता है जो आँखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।  100 ग्राम चौलाई में 2.11 ग्राम प्रोटीन प्राप्त होने से वजन भी नियंत्रित रहता   सूजी(रवा) किससे बनती है इसके फायदे और नुकसान


सूजन दूर करे चौलाई -  chaulai reduce inflamation of body in hindi

लाल चौलाई शरीर की सूजन को कम करती है।  इसमें एंटी-इंफ्लामेंटरी, फाइटो न्यूट्रीएंट्स के गुण पाए जाते है। 

कब्ज ठीक करें लाल चौलाई - chaulai relief for apptite in hindi  

लाल चौलाई का साग खाने से कब्ज की समस्या ठीक हो जाती है। इसमें फाइबर पाया जाता है।  जो पाचन को दुरूस्त रखता है।  दलिया के सेहतमंद फायदे

त्वचा के लिए चौलाई - chaulai for skin in hindi 

शरीर में यदि फुंसियां निकल आये तो चौलाई के पत्तों का लेप लगाने से लाभ होता इसके रस को छाले पर लगाने से छाले जल्दी ठीक होने लगते है।  

आयरन की कमी पूरी करें लाल चौलाई - red chaulai for iron in hindi

शरीर में आयरन की कमी है तो लाल चौलाई अवश्य खाये।  इसके अलावा इसमें कई मिनिरल्स और विटामिन पाए जाते है। 

बालों का टूटना कम करें चौलाई - chaulai for hair fall in hindi

चौलाई की सब्जी खाने से बाल झड़ने की प्रॉब्लम्स भी दूर होने लगती है और असमय ग्रे या सफ़ेद होने की संभावना भी रुक जाती है। इसमें उपस्थित लाइसिन बालों के रोमो को मजबूती प्रदान करते है जिससे इनकी पकड़ भी स्ट्रांग होती है और यह टूटना बंद कर देते है। 

मधूमेह के लिए चौलाई - benefits of chaulai in diabetes in hindi  

शुगर के मरीजों  लाल चौलाई खाना उत्तम है, यह ग्लूकोज लेवल को नार्मल रखने करती है। लेकिन डॉक्टर से पूछ कर ही सेवन करें। शतावरी के टॉप 13 फायदे और नुकसान

वजन घटाए चौलाई - chaulai for weight loss in hindi

चौलाई वजन नियंत्रित करने का कार्य भी करती है 100 ग्राम लाल चौलाई में सिर्फ 22 कैलोरी पायी जाती है।  चौलाई शरीर में मेटाबोलिज्म बढ़ाता है और जब मेटाबोलिज्म बढ़ता है तो फैट जमा नहीं होने पाता है जिससे वजन में कमी होती है। 

हृदय के लिए लाल चौलाई - red chaulai for heart in hindi

चौलाई में पोटेसियम पाया जाता है इसे खाने से ह्रदय की धमनियों की रुकावट दूर करने में मदद होती है। रुकावट के वजह से लो बीपी की समस्या होती है।  

लाल चौलाई की भाजी के नुकसान - red chaulai side effects in hindi

वैसे तो लाल चौलाई खाने के कोई नुकसान  सामने नहीं आये लेकिन एतिहयात आवश्यक है -

इसमें फोलेट पाया जाता है जो गर्भवती महिलाओं को खाना चाहिए या नहीं इसके सम्बन्ध में अपने डॉक्टर से पूछे। 

यदि कोई व्यक्ति विशेष दवाई खा रहा है तो भी इसे खाने से पहले चिकित्सक परामर्श जरुरी है। 

चौलाई को स्टोर कैसे करे ?

इसके बीजो को खरीदते समय ध्यान रखे की इसका पैकेट पहले से खुला न हो और बीजो को हवा बंद कंटेनर में रखे।  चौलाई के पत्तों को दो दिन रेफिजरेटर में रख सकते है,  कोशिश करे की ताजी ही बनाये। 


चौलाई का पौधा कैसा होता है ?

चौलाई का पौधा करीब 75 से 80 सेमी तक बड़ा होता है।  इसकी पत्तिया लाल रंग की होती है।  इसके बीजो से ही चौलाई के लड्डू बनते है और इसे ही रामदाना कहा जाता है। 

लाल चौलाई को लाल साग भी कहते है।  इसके लिए रेतीली दोमट मिटटी बहुत बढ़िया होती है।  इसे 25 डिग्री तापमान पर उगाया जाता है।  इसे सर्दियों में खाना अच्छा रहता है इसकी तासीर गर्म होती है।  यह कैल्शियम और विटामिन सी का स्रोत है इसके साथ  फॉस्फोरस, जिंक, पोटेसियम, सेलेनियम भी प्राप्त होता है। 

निष्कर्ष 

चौलाई के अनगिनत फायदे है यहाँ बताई गयी जानकारी सामान्य है।  कोई बीमारी है या गर्भवती है तो डॉक्टर से परामर्श आवश्यक है।