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talmakhana benefits in hindi |
तालमखाना(taalmakhana benefits in hindi) को कोकिलाक्षा भी कहते हैं। ये गीली मिट्टी में उगता और इसमे कांटे होते हैं। इसके बीजो से कई तरह के रोगो का नाश किया जाता है। इस आर्टिकल जाने तालमखाना के बीज के फ़ायदे।
मखाने और तालमखाने दोनों अलग होते है तालमखाना तिल जैसा होता है जबकि मखाना बड़े और सफ़ेद होते है।
कोकिलाक्षा (तालमखाना) क्या होता है- what is talmakhana in hindi
कोकिलाक्षा इसका संस्कृत नाम है यह यौन रोग के उपचार के लिए अधिक अपयोग किया जाता है। तालमखाना ठंडा प्रकृति और अमलिये गुण वाला होता है। ये ऐकेन्थेसी कुल का है और इस्का वनस्पतिक नाम है हाइग्रोफिला ऑरीकुलाटा है। इसके जड़, तना वा पत्तो का खास महत्व है। इसके पत्ते मीठे लेकिन बीज थोड़े कड़वे होते है।
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तालमखाने में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की मात्रा -
तालमखाना में वसा सिर्फ 0. 1 प्रतिशत
फास्फोरस की मात्रा 0.9%
पानी की मात्रा 12.8%
आयरन 1.4/100 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 76%
खनिज लवण की मात्रा 0.5%,
प्रोटीन 9.7%
तालमखाना खाने के फ़ायदे -talmakhana health benefits in hindi
talmakhana ke fayde in hindi यह आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। कोकिलाक्ष के अंगिनत फायदे है।
नींद न आने की समस्या दूर करें तालमखाना
यदि नींद बहुत कम आती है तो तालमखाने का सेवन बहुत लाभकारी होता है इसकी जड़ को पानी में उबालकर उस पानी का ही सेवन करें। नींद की गोलियाँ खाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
रक्त सम्बन्धी रोगो के लिए तालमखाना
अगर कोई रक्त संबंधी बीमारियों से परेशान हैं तो उनके लिए तालमखाना बहुत फायदेमंद हैं। रक्त संबंधी बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए 1-2 ग्राम तालमखाना के बीज के चूर्ण का सेवन पानी के साथ करे।
दस्त वा डायरिया रोके तालमखाना का बीज
यदि दस्त नहीं रुक रहा है तो इसके बीजो को दही के साथ खाने से डायरिया रुक जाता है। इसके अलावा डिब्बाबंद खाना और मिर्च मसाला कम खाए।
कब्ज़ में राहत दे तालमखाना
यदि कब्ज की वजह से मल तय करने में परशानी हो रही है तो तालमखाना इसमे फायदमानंद होता है।
यौन रोगो हेतु तालमखाना
तालमखाना सेक्स संबंध समय के इलाज के लिए विशेष रूप प्रभावी होता है। इसके बीज के साथ ही इसमे खसखस, जावित्री, गिलोय और केसर को बराबर लेकर एक साथ मंथन बनाया। यह नपुसंकता को दूर करने में है। लेकिन चिकत्सक प्रमर्श आविष्कारक है।
सुजन कम करे
यदि शरीर में किसी प्रकार की सुजन है तो कोकिलाक्षा के बीजो को पानी के साथ सेवन करने से राहत मिलती है।
मूत्र सम्बन्धी बीमारी के लिए तालमखाना
यदि लम्बे समय से मूत्र के रंग में बदलाव है तो किसी बीमारी संकेत हो सकता है। तालमखाने को अरंड के साथ पीसकर दूध के साथ खाये। हाइड्रोसील (अंडकोष की सूजन) का घरेलू इलाज करे दर्द की समस्या खत्म
गठिया में लाभकारी है तालमखाना
गठिया के दर्द में कोकिलाक्षा बहुत फायदेमंद होता है बस तालमखाने में गुडुची को सामान मात्रा में मिलाकर काढ़ा बना ले और पिए कुछ ही दिन में आराम होने लगेगा।
तालमखाना खाने के नुकसान
एक बार में 4 ग्राम से अधिक कोकिलाक्षा ना खाये।
गर्भवती महिलाये खाने के सबंध में डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
एलर्जी महसूस होने पर न खाये।
निष्कर्ष