क्या सफ़ेद दाग (विटिलिगो) ठीक हो सकता है जाने घरेलू इलाज - home remedies of white spots in hindi

क्या सफ़ेद दाग (विटिलिगो) ठीक हो सकता है जाने घरेलू इलाज
सफ़ेद धब्बे(ल्यूकोडर्मा)


विटिलिगो का घरेलू इलाज  यह शरीर के मेलैनोसाइट्स सेल्स के नष्ट होने के वजह से मुख्यतः होता है।  भारत में करीब 8 प्रतिशत लोग इससे प्रभावित है।  यह  एक त्वचा सम्बन्धी रोग है इसे ल्युकोडेर्मा भी कहते है ।  काफी हद तक इसका इलाज संभव है।  इस आर्टिकल में जानेंगे सफ़ेद दाग का घरेलू इलाज -

विटिलिगो या सफेद दाग कैसे होता है - 

विटिलिगो एक त्वचा सम्बंधित ऑटो इम्म्यून रोग है।  जिसमे व्यक्ति के शरीर के कुछ हिस्से में सफ़ेद रंग के धब्बे(spots) दिखने लगते है।  कभी-कभी यह आधे से अधिक शरीर में भी फैला होता है।  आखिर ऐसा क्यों होता है ? मेलेनो साइट्स जो हमारे स्किन के रंग को निर्धारित करता है, लेकिन जब इंसान के बॉडी की इम्युनिटी की कार्य छमता  असंतुलित हो जाती है जिससे त्वचा के रंग को बनाने वाली मेलेनो साइट्स कोशिकाएं नष्ट होने लगती है जिस वजह से स्किन पर सफ़ेद स्पॉट्स नजर आने लगते है।  

समाज में इसे अच्छा नहीं माना जाता है लेकिन यह छूने से नहीं फैलता है।  यह चर्म रोग है।  इलाज कराने पर कई लोगों में यह ठीक भी हो जाता है।  इसे ल्यूकोडर्मा भी कहते है।   

इसे निम्न प्रकरो में बाँट सकते है -

सिर्फ चेहरे, सर और हाथ में होना इसे एक्रो फेसियल विटिलिगो कहते है। 

जब शरीर के किसी एक भाग  में ही  होना इसे सेग्मेंटल विटिलिगो कहते है 

जब शरीर के पूरे हिस्से में यहाँ तक बाल भी सफ़ेद हो जाये इसे यूनिवर्सल विटिलिगो कहते है। 

कम उम्र में ही विटिलिगो होना लेकिन फिर फैलना कम हो जाना भी एक प्रकर है। 

आँख, होठ, पलक, जननांगो पर भी होना जिसे म्यूकोजल विटिलिगो कहते है  । 

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सफ़ेद दाग होने के कारण - causes of white spots in hindi

ल्युकोडेर्मा होने के कई कारण हो सकते है -

अनुवांशिकी होना 

हार्मोन्स असंतुलन 

बर्थ मार्क से फैलना 

कभी-कभी कीमोथेरेपी से 

जलने से 

चोट लगने से 

फंगल इन्फेक्शन से 

थॉयरॉइड से 

अधिक केमिकल का संपर्क से 

सनबर्न  

न्युट्रिशन की कमी से 


सफेद दाग के प्रारंभिक लक्षण - symtoms of vitiligo in hindi 

त्वचा का रंग फीका या सफ़ेद पड़ना और उस  जगह के बाल भी सफ़ेद होने लगना 

चोट लगने के बाद उस स्थान का सफ़ेद होने लगना। 

यदि होठ पर सफेदी आने लगे  

पलक का ऊपरी हिस्सा का रंग बदलना 

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सफ़ेद दाग का इलाज कैसे होता है - vitiligo ka permanent ilaj

सफ़ेद दाग (ल्यूकोडर्मा) के इलाज कराने पर असर दिखने महीनो लगते है इसलिए धैर्य रखने की आवश्यकता है डॉक्टर से इलाज सबंधी पूछताछ के बाद ही उपचार कराये -

विटलिगो के इलाज के लिए विकिरण थेरेपी और साथ ही दवाईया उपलब्ध है।  इसके जरिये आप अपने रंग को इम्प्रूव कर सकते है।  लेकिन इसके कुछ नुकसान भी है।  तो यदि आपके सफ़ेद दाग बहुत कम है तो इनके वैकल्पिक उपाए लें।  लेकिन यदि आप इसके प्रभाव को जानते हुए इलाज कराने के लिए तैयार है तो इसमें वक्त लगता है।  


लाइट थेरेपी 

इसे फोटोथेरेपी भी कहते है इसके क्या जोखिम हो सकते है इसके लिए अपने डॉक्टर से अवश्य पूछे।  आपको इसे दो से तीन बार कराने की जरुरत पड़ेगी। इस प्रक्रिया में UVA और UVB रेज़ का इस्तेमाल किया जाता है जिससे त्वचा का रंग सामान्य हो सके।  

असर दिखने में महीने भर से अधिक समय लग जाता है और पूर्ण प्रभाव दिखने में सात महीने भी लग सकते है। थेरेपी के बाद कुछ देर के लिए  उस जगह पर जलन व खुजली हो सकती है जो ठीक हो जाती है।  

इस थेरेपी को पूवा भी कह सकते है क्योंकि इसमें कई बार सोरालेन का प्रयोग किया जाता है जो त्वचा के छोटे क्षेत्र में लगाया जाता है।  इसे मुँह द्वारा लिया जाता है।  

सफ़ेद दाग का इलाज एलोपैथिक दवाओं से 

सफ़ेद दाग और अधिक न बढे  इसलिए व्यक्ति को खाने के लिए दवाये दी जाती है।  केवल चिकित्सक द्वारा कैल्सीनुरिन और कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स जैसी दवाईया दी जाती है।  इनसे काफी हद तक सफ़ेद त्वचा अपने मूल रंग में आ जाती है।  लेकिन जिनकी स्किन पतली होती है उनके लिए यह अधिक उपयोगी नहीं होती है।    

स्किन लाइट थेरेपी 

यह तभी किया जाता है जब अन्य उपायों से सफेदी ठीक नहीं होती है।  इसमें जहां सफेदी है वहां पर डिपिगमेंटिंग एजेंट लगाया जाता है।  इसमें आठ महीनो से अधिक टाइम लग जाता है। विटिलिगो ठीक होने लगता है लेकिन धूप से आपकी त्वचा लाल हो सकती है। 

लेजर थेरेपी 

यह हाइपरपिगमेंटेशन में अधिक इस्तेमाल किया जाता है।  यह सामान्य और हल्के विटिलिगो के लिए प्रभावी है। 

सर्जरी 

सर्जरी उस जगह पर की जाती है जहां मांस बहुत कम होता है और दवाई का असर नहीं हो पाता है। 

सक्सन ब्लिस्टर एपिडर्मल ग्राफ्टिंग 

इसमें कोई टांके वगैरा नहीं लगते है।  त्वचा के दो हिस्से किये जाते है सफ़ेद दाग वाली स्किन को नीचे रखा जाता है और ऊपर नार्मल स्किन को, जिससे इसके कर्ण सफ़ेद दाग वाली त्वचा में प्रवेश करते है और सफ़ेद त्वचा में सामान्य रंग आने लगता है लेकिन ऐसा होने में कम से कम 2 महीने लग जाते है। 

मेलोसाइट एपिडर्मल सेल सस्पेशन 

इस प्रक्रिया में नार्मल स्किन के रंग बनाने वाले कणों को पहले तरल रूप में बदला जाता है फिर उसे सफ़ेद दाग की स्किन में प्रवेश कराया जाता है जिससे उस जगह में सामन्य रंग आने लगता है लेकिन कुछ महीने लग सकते है। 


होमियोपैथिक से भी कई लोग सफ़ेद दाग का इलाज कराते है लेकिन इससे भी ठीक होने में समय लगता है तकरीबन एक से डेढ़ साल तक का धैर्य रखना पड़ेगा। 

 किसी भी प्रक्रिया के लिए चिकित्सक से सुझाव ले। 

  

विटिलिगो का घरेलू इलाज - safed daag ka gharelu ilaj


how to remove white patches यदि दाग बहुत कम है और इसका घरेलू उपचार करना चाहते है तो कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे है जो इसके इलाज में असरदार है।  सभी उपाए के असर दिखने कई महीने लग सकते है आईये जानते है safed daag ka desi ilaj


तुलसी के पत्ते से सफ़ेद दाग का इलाज किया जा सकता है।  इसमें एंटी एजिंग के गुण पाए जाते है।  इसके पत्तो के रस को सीधे लगाए या इसके रस में नीबू का रस मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाए । इससे मेलेनिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिलती है। 

बथुआ से भी सफेद दाग के इलाज करागार  माना जाता है इसके रस को समस्या वाले स्थान पर लगाए। संतरे के छिलके का फेस पैक लगाने फायदे और उपयोग

मूली के बीज को रात में भिगो दें दूसरे दिन पीस ले और और 20 मिनट तक सफ़ेद त्वचा पर लगाए रहे। इसके बीज में विटामिन बी और फास्फोरस होता है।     

हल्दी और सरसो के तेल को आपस में मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाये और विटिलिगो पर लगाए। एक से डेढ़ साल तक प्रयोग करें। 

लाल मिटटी में अदरक के अर्क या रस को मिलाकर लेप बनाये फिर इसे समस्या वाली जगह पर लगाए।  इसे भी तकरीबन एक वर्ष तक लगते रहे।  इससे सफेदी कम होने लगती है। 

सफ़ेद दाग का आयुर्वेदिक इलाज - ayurvedic treatment of vitiligo in hindi 

आयुर्वेद में तीन दोष वात, कफ और पित्त में जब असंतुलन हो जाता है तब अनेक रोगो की उत्पत्ति होने लगती है।  यह दोष जब वसा वाले ऊतकों को नष्ट करने लगते है तो त्वचा का रंग फीका या सफेद होने लगता है।  

  1. सेंट जॉन के पौधे के फूल को रगड़ कर इसके रस सफेद दाग पर लगाए।  यह बहुत  प्रभावी होता है।  इसे दवा को मौखिक भी लिया जा सकता है।  लेकिन इसके सम्बन्ध में आयुर्वेदिक चिकित्सक  परामर्श अवश्य लें। 
  2. लगभग 20, 20 ग्राम गिलोय का चूर्ण या गोली और कायाकल्प वटी का मिक्सचर ले, इसमें लगभग 100 ग्राम बावची का चूर्ण मिलाये।  इन सभी मिश्रण को 2 ग्राम के आधार पर खाये।  सफ़ेद को कम करने में यह नुस्खा फायदेमंद है।  लेकिन चिकित्सक से जरूर पूछे।  
  3. नीम की पत्ती भी सफ़ेद दाग या विटिलिगो में बहुत फायदा करता है इसके लिए  
  4. जिन्कगो विलोबा यह एक प्रकार की पसंद की जाने वाली जड़ी-बूटी  है  यह  त्वचा के रंग को वापस लाती है। 


विटिलिगो से बचाव के तरीके - prevention of white spots

यदि आपके सफ़ेद दाग थोड़े है तो उन्हें मेकअप के जरिये छुपा सकती है।  यह कोई स्थायी उपाय तो नहीं  है लेकिन अस्थायी तौर पर कर सकती है।  ध्यान रहे कि मेकअप आपके चेहरे के रंग के अनुसार ही होना चाहिए।  वह अलग सा प्रतीत नहीं होना चाहिए। 


अपने शरीर को अधिक देर तक धूप में रहने से बचाये।   सनस्क्रीन का प्रयोग करे।    

ताम्बा मेलेनिन बढ़ा सकता है इसके लिए रातभर ताम्बे के बर्तन में पानी भर के रखे और सुबह पिए। 

दूध के साथ मछली, मसालेदार पदार्थ और नमक का प्रयोग न करे।  वैसे इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण अभी तक नहीं है लेकिन लोगो के द्वारा यह माना जाता है। 

यदि सफ़ेद दाग किसी संक्रमण के कारण हुआ है तो नारियल तेल का प्रयोग करे।  यह एंटी-बैक्टीरियल होता है।  

निष्कर्ष 

सफ़ेद दाग ठीक करने वाले स्पेशलिष्ट से ही इलाज करवाए।  यह आवश्यक नहीं है कि सभी स्किन विशेषज्ञ विटिलिगो का उपचार करता हो। यहाँ बताये गए सभी इलाज की प्रक्रियाएं सामान्य जानकारी उपलब्ध कराते है।  अपने डॉक्टर से अवश्य परामर्श लें।