Alzheimer's diet and natural treatment in hindi-अल्ज़ाइमर का घरेलू उपाय और आहार


अल्ज़ाइमर का घरेलू उपाय और आहार - Alzheimer's diet and natural treatment in hindi
Alzheimer in hindi 

अल्ज़ाइमर(Alzheimer ka ilaj aur diet)  यह एक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है। यह डेमनीशिया का ही एक रूप या प्रकार है। अल्ज़ाइमर में  संज्ञानात्मक कार्य(cognitive work) और दैनिक कार्यों से सम्बंधित स्मृति प्रभावित होती है।  इस आर्टिकल में जानेंगे कि अल्ज़ाइमर क्या है और इससे सम्बंधित आहार।  


अल्ज़ाइमर क्या है - what is alzheimer's disease in hindi

अल्ज़ाइमर वह स्थति होती है जिसमे की मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट हो जाती है। जिससे व्यक्ति की याददाश्त  बहुत कमजोर हो जाती है, सोचने समझने की शक्ति नहीं रह जाती है और वह चीज़ो को भूलने लगता है।   अधिकतर यह 60 से 65 आयु के बाद ही होता है। युवाओ में इसकी आशंका बहुत कम ही होती है।  इसका अभी तक कोई स्थायी इलाज उप्लब्ध नहीं है। 

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अल्ज़ाइमर का कारण - reasons of alzheimer in hindi

मस्तिष्क की कोशिकाओ का नष्ट होना 

सिर पर चोट लगने के कारण 

अनुवांशिक कारण  

अल्ज़ाइमर के लक्षण - symtoms of alzheimer in hindi

इसके लक्षणों को तीन भागो में बाँट सकते है सामान्य, माध्यम और गंभीर। 

सामन्य लक्षण 

बोलने  में तकलीफ 

समझने की शक्ति खोना 

चीज़ों को भूल जाना 

याददाश्त कमजोर 

अलग व्यवहार 

जानकारी याद रखने में कठिनाई 

निर्णय न ले पाना 

कपडे पहनने में मुश्किल 

अल्ज़ाइमर के प्रकार 

अल्ज़ाइमर के कई प्रकार है जो हल्के से लेकर गंभीर तक है -

हल्के अल्ज़ाइमर 

इस प्रकार के अल्ज़ाइमर में व्यक्ति छोटी बात पर क्रोधित हो जाना, दैनिक कार्यों को करने में कठिनाई आदि होती है। 

मध्यम अल्ज़ाइमर 

चीज़ों को अधिक भूलना, नयी चीज़े न सीख पाना, भ्रम होना आदि। 

गंभीर अल्ज़ाइमर 

इस प्रकार के अल्ज़ाइमर में दिमाग के ऊतक सिकुड़ जाते है प्लाक पुरे दिमाग में फ़ैल जाते है। 

अल्ज़ाइमर का परिक्षण 

अनुवांशिक टेस्ट 

एम आर आई 

न्यूरोलॉजिकल टेस्ट 

अल्ज़ाइमर का घरेलू आयुर्वेदिक उपाय - Alzheimer aayurvedic home treatment in hindi

अल्ज़ाइमर का अभी तक कोई इलाज नहीं है लेकिन कुछ घरेलू एवं आयुर्वेदिक उपाए है जो इसे ठीक तो नहीं, लेकिन कण्ट्रोल करने का कार्य कर सकता है। जिससे कि व्यक्ति गंभीर स्थिति तक न पहुंचे। 

अश्वगंधा 

अश्वगंधा दिमाग की कार्य छमता को बढ़ाने का कार्य भी करती है। इसका उपयोग करें। 

बादाम एवं अखरोट 

जैसा कि हमेशा कहा जाता है कि बादाम याददाश्त को मजबूत रखता है। अखरोट में मेलाटोनिन, ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते है, ये कोशिकाओं को एक्टिव रखते है जो अल्ज़ाइमर की शुरुवात को धीमा कर देते है।   

हल्दी 

हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल के साथ एंटी-कैंसर के गुण भी होते है।  हल्दी तनाव देने वाले हार्मोन्स को कम करता है।  क्योंकि अल्ज़ाइमर में तनाव आगे चलकर अवसाद बन जाता है। इसके लिए हल्दी वाला दूध पिए साथ ही भोजन में भी भलीभांति उपयोग करे। 

क्रूसिफेरस सब्जियां

ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, और अन्य क्रूसिफेरस सब्जियां बी विटामिन और कैरोटीनॉयड में उच्च होती हैं इन सुपरफूड्स को स्मूदी, सूप में डालें। इनमे होमोसिस्टीन के स्तर को कम करने की क्षमता होती है,  लहसुन का प्रयोग करे और जैतून के तेल में सब्जी बनाये। 

मसाले 

सेज, जीरा, और दालचीनी जैसे मसालों का खाने में प्रयोग करें इस तरह के मसाले मस्तिष्क की पट्टिका को दूर करते है और संज्ञानात्मक हानि और अल्जाइमर को रोकने के लिए सूजन को कम करने की क्षमता रखते हैं। इनमें बहुत सारे पॉलीफेनोल्स भी होते हैं - जो एक यौगिक है यह स्मृति(याददाश्त) और मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करते हैं।  अपने मसाले के रैक को विभिन्न प्रकार के मसालों से भरना शुरू करें जो आपके मस्तिष्क को स्वस्थ रखते है।

ओमेगा -3 एस

सूरजमुखी के बीज, अलसी के बीज और कद्दू के बीज सभी में एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन ई, जिंक, ओमेगा -3 एस और कोलीन जैसे पोषक तत्व होते हैं जो संज्ञानात्मक गिरावट को कम करते हैं। इन बीजों को ब्रेकफास्ट में डालें , सलाद पर छिड़कें, बेहतर मस्तिष्क स्वास्थ्य से लाभ उठाने के लिए उन्हें हलवा और मफिन जैसे डेसर्ट में डालें।  


विटामिन डी और के 

अपने आहार में विटामिन के एवं डी को शामिल करें।  पत्ता गोभी, ब्रोकोली, अंडा, हरी सब्जी आदि में यह पाया जाता है। 

इसके अलावा टमाटर, ब्लू बेरी शरीर को फ्री रेडिकल्स बचाते है एवं उच्च सोडियम वाले खाद्य पदार्थों को सीमित प्रयोग करें और कम नमक का उपयोग करें। संयुक्त राज्य में अधिकांश लोग बहुत अधिक सोडियम का सेवन करते हैं, जो रक्तचाप को प्रभावित करता है। 

हल्का व्यायाम करे, दिमागी गतिविधियों को बढ़ाये। 

 अल्ज़ाइमर से संबंधित मन आहार - mind deit for alzheimer in hindi

शोध में पता चला है कि इंसान की आंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया एक रसायन का उत्पादन करते है और वे सही प्रकार के डाइट (आहार)  से प्रभावित होते है और बीमारी के लक्षणों करने में मदद कर सकते है। 


माइंड डाइट को मस्तिष्क की सोचने-समझने की शक्ति के गिरावट को रोकने या धीमा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये शुरुआती मस्तिष्क परिवर्तन मनोभ्रंश के लक्षणों को रोकने या देरी करने के अवसर की एक संभावित खिड़की का सुझाव देते हैं। जीवन शैली विकल्पों को नियंत्रित कर सकते हैं। 

हम जो खाते हैं उसका हमारे दिमाग पर क्या प्रभाव पड़ सकता है? यह संभव है कि एक निश्चित आहार खाने से जैविक तंत्र प्रभावित होते हैं, जैसे कि ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन, जो अल्जाइमर के अंतर्गत आते हैं। या शायद आहार अन्य अल्जाइमर के जोखिम वाले कारकों, जैसे मधुमेह, मोटापा और हृदय रोग को प्रभावित करके अप्रत्यक्ष रूप से काम करता है। 

अध्ध्यन से पता चलता यही है कि  MIND आहार खाने वाले लोगों की सोचमें सकारात्मक बदलाव आये है। इनमे प्रोटीन का स्तर और कम ग्लूकोज चयापचय और बीटा-एमिलॉइड अधिक था  और संज्ञात्मक गति की कमी भी धीरे हुई इसका पालन करने वाले लोगो का दिमाग के कॉर्टिकल एरिया मोटा था यह एरिया अल्ज़ाइमर से पीड़ित में सिकुड़ जाता है। साथ ही लगभग 54 % नियंत्रित  तुलना में जिन्होंने इसका पालन नहीं किया। 

MIND डाइट डिमेंशिया की रोकथाम से जुड़े पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों पर केंद्रित है। यह संज्ञानात्मक स्वास्थ्य(cognitive health) के लिए है। 


अल्ज़ाइमर माइंड डाइट (आहार) खाने का तरीका 


पत्तेदार हरी सब्जियां, कम से कम ६ सर्विंग्स/सप्ताह

अन्य सब्जियां, कम से कम 1 सर्विंग/दिन

जामुन, कम से कम 2 सर्विंग्स/सप्ताह

साबुत अनाज, कम से कम ३ सर्विंग्स/दिन

मछली, १ सर्विंग/सप्ताह

मुर्गी 2 सर्विंग/सप्ताह

बीन्स, ३ सर्विंग्स/सप्ताह

मेवे, ५ सर्विंग्स/सप्ताह

शराब, १ गिलास/दिन* यदि सेवन करते है तो, अच्छा होगा यदि न लें। 

जतुन तेल

MIND डाइट रेड मीट, मिठाई, पनीर, मक्खन/मार्जरीन और फास्ट/फ्राइड फूड को सीमित करती है। ये सभी खाद्य पदार्थ प्रोटीन में उच्च और संतृप्त वसा में कम होते हैं, जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे होते हैं।


निष्कर्ष 

यह एक सामान्य जानकारी है।  चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।