12 सरल घरेलू उपाय देंगे अधकपारी के दर्द से राहत

माइग्रेन(अधकपारी) के दर्द का घरेलू इलाज दिलाये राहत
माइग्रेन(अधकपारी) का इलाज 


migraine treatment in hindi माईग्रेन सिर का तेज दर्द होता है जो सिर के आधे हिस्से में होता है।  इसे अधकपारी भी कहते है।  इसमें व्यक्ति को कई तरह की परेशानी होती है जैसे - विजुअल डिस्टर्बेंस होता है यानि देखने में परेशानी जिसमे आँखों के सामने चमकदार रौशनी दिखाई देती है, उल्टी, कमजोति आदि । इस आर्टिकल में जानेंगे  migraine treatment in hindi at home- 

 अधकपारी (माइग्रेन) क्या है - migraine meaning in hindi


अधकपारी का दर्द शारीरिक क्रिया के दौरान और भी अधिक कष्टदायी हो जाता है।  इसके होने के कोई सटीक कारण नहीं है।  कहा जाता है की यह न्यूरोकेमिकल  बदलाव के वजह से होता है इसके अलावा यह वंशानुगत भी हो सकता है। कई बार मैग्नीशियम की कमी के कारण भी यह समस्या उतपन्न हो जाती है।  महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले यह अधिक होता है।  

अधिकतर लोगो माइग्रेन उनके पारिवारिक इतिहास वजह से होती है।  तनाव इसे और भी अधिक बढ़ावा देता है। 

माइग्रेन के प्रकार - types of migraine in hindi

क्लासिकल माइग्रेन - जिन लोगो को माइग्रेन दर्द शुरू होने से पहले लक्षण प्रकट होने लगते है उसे क्लासिकल माइग्रेन कहते है। 

माइग्रेन लक्षण के साथ - करीब 20 प्रतिशत लोग माइग्रेन उनके लक्षण के साथ शुरू होते है और कई बार दर्द शुरू होने के बाद यह दिखाई देते है। 

 सामान्य माइग्रेन - इस प्रकार के माईग्रेन में पहले से कोई लक्षण महसूस नहीं होते है। यह सबसे सामान्य तरह का दर्द है। 

साइलेंट माइग्रेन(Menstrual migraine) - कई बार महिलाओं में सिर्फ पीरियड्स के दिनों में माइग्रेन का दर्द होता है।

  
क्रोनिक (chronic migraine): इस माइग्रेन में जो लोग किसी विशेष दवा का सेवन करते है उन्हें होता है। 
 
 
दृस्टि सहित माइग्रेन (Ophthalmic migraine):- इस प्रकार के माईग्रेन में आँखों में दर्द होता है लम्बी अवधि तक दर्द होने से दृष्टि पर असर पड़ता है। 

हेमिप्लेजिक माइग्रेन - इस तरह के माइग्रेन का दर्द होने पर शरीर के आधे  हिस्से  कमजोरी महसूस होती है। 

माइग्रेन की अवस्थाये - steps of migraine in hindi 


माइग्रेन की निम्न चरण होते है -

प्रोड्रोम (Prodrome): यह माइग्रेन की शुरुवाती अवस्था होती है इसमें लक्षण महसूस हो भी सकते है और नहीं भी। कई लोगो में दो दिन पहले से ही उन्हें ज्ञात हो जाता है कि इन्हे माइग्रेन का अटैक होने वाला है। 

औरा (Aura):- दर्द शुरू होने से पहले कुछ लक्षण दिखने लगते है जैसे आँखों के सामने चमकदार रौशनी दिखने लगना, दृश्य जिगजैक होना, मिचली लगना आदि।  

दर्द शुरू होना (Headache):- आधे सिर में दर्द होने के दौरान उलटी या मिचली आना।
 
पोस्टड्रोम (Postdrome): यह माइग्रेन का अंतिम अवस्था होती है जो दर्द के बाद होती है जैसे कमजोरी महसूस होना। 


माइग्रेन के कारण - migraine causes in hindi


इसके अन्य कारण भी है जैसे - 

अचानक ठंडी जगह चले जाना
विटामिन और मैग्नीशियम की कमी 
मौसम में बदलाव, 
कैफीन के अधिक लेने से
अधिक तनाव से
हार्मोन्स के बदलाव होने से 

माइग्रेन के लक्षण - migraine symptoms in hindi



आधे सिर में तेज दर्द होना
दर्द वाले हिस्से में धकधक या फड़कता हुआ महसूस होना 
लम्बे समय तक मइग्रेन रहने से आँखों के नीचे डार्क सर्कल हो जाना 
तेज रौशनी बर्दाश्त न होना 
तेज ध्वनि अच्छी न लगना 
चिड़चिड़ापन 
जी मिचलाना 
आँखों में दर्द होना 
बोलने की इच्छा न होना 
कुछ विशेष खाने का मन कर सकता है। 

माइग्रेन के घरेलू उपाए - migraine headache treatment at home in hindi



मइग्रेन से राहत पाने के कुछ घरेलू उपाए है।  इनके कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है -

1- अदरक से अधकपारी का इलाज किया जा सकता है।  इससे बहुत आराम मिलता है। 

2- केले के पत्ते के रस को नाक में दो से तीन बार डालने से मइग्रेन में आराम मिलता है लेकिन डॉक्टरी परामर्श अवश्य लें। 

3- लेवेंडर तेल को कम से कम 5 मिनट तक सुघने से माइग्रेन के शुरुवाती दर्द में आराम देता है।  

4- अपने आहार में मैग्नीशियम शामिल करें।  तिल, केला, शियासीड, सूरजमुखी के बीज, बादाम, काजू, मूंगफली, दूध को ले इनमे भरपूर कैल्शियम होता है। यह माहवारी के दौरान होने वालें माइग्रेन से बचाव करता है। 

5- ओमेगा फैटी 3 एसिड को शरीर स्वयं नहीं बना सकता है।  इसे हमें बाहर से लेना होता है।  ओमेगा ब्लड की क्लॉटिंग होने से बचती है जिससे स्ट्रोक का खतरा काम हो जाता है।  यह कद्दू के बीज, पाइन नट्स, फ्लेक्स सीड में पाया जाता है।  

6- गर्दन के पीछे एक्यूपंचर करने से भी इस दर्द में राहत मिलती है।  लेकिन चिकित्सक की देख  में ही  एक्यूपंचर सीखे। 

7- अंगूर के रस का सेवन करिये ये माइग्रेन बहुत अधिक फायदा करता है। 

8- कोल्ड पैक भी रख सकते है।  

9- विटामिन 12 की कमी से भी माइग्रेन हो सकता है।  फोलिक एसिड का स्तर भी शरीर में बनाये रखे।  इन्हे बाहर से हमें लेना होता है।  डॉक्टरी परामर्श आवश्यक है।  विटामिन बी 12 के फायदे और स्रोत सेहत के लिए

10- कभी-कभी सामान्य तरह का माइग्रेन डीहाइड्रेशन के वजह से भी होता है।  पानी पीते रहे।  ऐसे फल खाये जिनमे पानी की मात्रा हो। 

11- migraine ka ayurvedic upchar लौंग को कॉटन के कपडे में बांधकर पोटली बना ले और इसे सूंघे।  यह माइग्रेन के दर्द में बहुत असर करता है। 

12- दालचीनी  के पाउडर में पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाये और इसे माथे पर लगाए।  यह भी अध्कपरी के दर्द में लाभ पहुंचाता है। 


माइग्रेन से बचाव 


विटामिन बी आहार में शामिल करें
ओमेगा 3 फैटी एसिड लें।
दर्द के दौरान तेज रौशनी में न रहे। 
मौसमी फल खाये। 
हरी सब्जिया शामिल करे। 
शरीर को हाइड्रेट रखे। 
तनाव न लें 
योग करें। 
आंवला खाये। 

निष्कर्ष 

स्वयं की देखभाल करने से आधे सिर के दर्द यानी माइग्रेन दर्द से छुटकारा इन हिंदी  की समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।  यदि महीने में कई बार दर्द है तो डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।  साथ ही माइग्रेन का घरेलू उपचार भी कर सकते है यहाँ  बताई गयी जानकारी सामान्य है।