सुपारी खाने के सिर्फ नुकसान नहीं 16 फायदे भी होते है, जानिए रामबाण लाभ

सुपारी (betel nut) खाने के 14 आयुर्वेदिक फायदे और नुकसान
supari ke fayde in hindi


supari khane ke fayde सुपारी का प्रयोग खाने और पूजा-पाठ दोनो में किया जाता है। यह कई तरह से फायदेमंद होता है। सुपारी में मीठा रस होता है और इसकी तासीर ठंडी होती है। यह एक आयुर्वेदिक जडी बूटी होती है। इस लेख में जाने सुपारी के फायदे और नुकसान।    

सुपारी क्या होती है - what is betel nut in hindi in hindi 

इसका वनस्पति नाम ऐरेका केटेचू है। इसका पेड़ नारियल के पेड़ जैसा होता है और फल संतरी रंग का गोल होता है।  फल पहले हरा होता है और पकने के बाद नारंगी हो जाता है इसी के अंदर ही सुपारी पैदा होती है। सुपारी की खेती में भारत में पहला स्थान है दूसरा बांग्लादेश तीसरा म्यांमार और चौथा इंडोनेशिया।  आयुर्वेद में गुरु रूक्ष और संस्कृत में पुग कहते है। 


सुपारी प्रमुख रूप से दो प्रकार की होती है- लाल सुपारी और सामान्य सुपारी।  पके हुए  ऐरेका (areca) को ही लगभग एक से दो महीने तक सुखाया जाता है और फिर तैयार होता है सामान्य सुपारी और वही बिना पकी हरी areca को गर्म पानी और भूंसी में उबाल कर बनायीं जाती है।  दोनों ही सुपारी हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ में भी उपयोग की जाती है। 


लाल सुपारी खाने के फायदे - betel nut (supari) benefits in hindi

लाल सुपारी (betetl nut benefits in hindi)  कई औषधिये गुण होते है जिनमे से कुछ यहाँ बताये गए है - 


दांत दर्द में फायदेमंद सुपारी - lal supari ke fayde daant dard me 

दांत दर्द होने पर मरिच, सुपारी और पिपली का बराबर भस्म बनाकर दांतो में मले इससे दर्द कम होने लगेगा। सिर्फ सुपारी का पाउडर रगड़ने से भी आराम मिलता है। 

सुपारी मुंह की दुर्गन्ध दूर करें 

सुपारी खाने से मुह की दुर्गंध दूर होती है।  यह एक माउथ फ्रेशर का कार्य करता है लेकिन इसकी आदत न बनाएं। समस्या हल हो जाने पर छोड़ दे। 

मायोपिक नेत्र के लिए 

क्या आपको है की लाल सुपारी  नियमित रूप से सेवन करने पर मायोपिक आँखे ठीक होने में सहायता मिलती है। इसमें मौजूद टॉरीन नेत्र के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होती है। मायोपिक में आँखों के पास और दूर के ब्लेड्स में प्रॉब्लम आती है।  

मुँह छाले खत्म करने में कारागार सुपारी 

मुह में छाले  होने पर सुपारी खा सकते है इससे छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं। सुपारी का चूर्ण बना लें फिर इसमें शहद मिलाकर छाले पर लगाए कुछ देर लगा रहने दे और मुह ना खोले। कुछ दिन ऐसा करें। 

सुपारी स्ट्रोक के खतरे को कम करें 

लाल सुपारी की पत्तियों के साथ सुपारी का सेवन करने से स्ट्रोक के जोखिमों को कम किया जा सकता है। लाल सुपारी की पत्तियों में फ्लेवोनोइड, एल्कलॉइड, टेरपीनोइड, टैनिन, सायनोजेनिक, एमिनो एसिड और यूजेनॉल आदि तत्व होते हैं स्ट्रोक की समस्या को कम कर सकते हैं।  लेकिन अभी इसके बारे में ज्यादा रिसर्च नही हुई है। 

दांत और पेट के कीड़े हटाए सुपारी 


दांत में यदि कीड़े लग गए हैं या पेट में कींडे हो गए हैं तो लाल सुपारी इसमे लाभकारी है। पेट के कीड़ो  को खत्म करने के लिए सुपारी के फल का काढ़ा बनाकर पिए और दांत के कीड़ो को खत्म करने के लिए पान के पत्ते में सुपारी रख कर खाने से भी लाभ होता है। विषेशज्ञ की सलाह अवश्य लें। 

पीठ दर दूर करे सुपारी 


पीठ में दर्द होने पर लाल सुपारी की पत्तियों  को पीस कर लेप बना लें फिर इसे दर्द वाली जगह पर लगाए। 

दाद और खुजली दूर करे सुपारी 


दाद, खाज होने पर सुपारी को चंदन की तरह घीस कर इसका लेप बनाकर खुजली वाली जगह पर लगाये।

गर्भाशय को टाइट करने के लिए सुपारी

 गर्भाशय को टाइट करने के लिए सुपारी खा सकते है क्योंकि सुपारी कसाव करती है जिससे इसके सेवन से गर्भाशय टाइट हो जाता है। डॉक्टरी सलाह आवशयक है। 

शुक्राणु रोग में सुपारी खाने के फायदे –  (Supari Uses for Sperm Disorder in Hindi)


5 ग्राम सुपारी के फूल के चूर्ण में 3 से 4 ग्राम चीनी मिलाकर दूध के साथ सेवन करें।  इससे स्पर्म रोग में फायदा होता है। 


मूत्र रोग में फायदेमंद सुपारी  ( Supari to Treat Urinary Disorder in Hindi)


सुपारी (suapri in hindi) को मूत्र सम्बन्धी बीमारी के उपचार में इस्तेमाल कर सकते है जैसे- बार-बार पेशाब आना, पेशाब-रुक रुककर होना आदि।  इसके लिए खादिर की छाल और सुपारी का काढ़ा बनाये इसमें 20 मिली शहद मिलाये और पिए।  विषेशज्ञ से परामर्श करें। 

दस्त में फायदेमंद सुपारी 

सुपारी (supari ke fayde) दस्त को रोकने में बहुत असरदर होती है।  सुपारी को आग में पकाये जब यह अंदर से भी जलने लगे तब निकाल लें और इसे काट लें और खाये इससे दस्त रुकने लगती है। 

रक्तस्राव में सुपारी के सेवन से फायदा -Betel nut Benefits to Stop Bleeding in Hindi


सुपारी के फल का चूर्ण और चन्दन के तने का चूर्ण बराबर मात्रा में लें।  इसे शहद के साथ खाये। इससे खून रोकने मदद मिलती है।   

एक्जिमा में सुपारी के उपयोग

सुपारी की भस्म में तिल का तेल मिलाकर एक्जिमा वाली जगह पर लगाने से फायदा होता है। इसी   प्रकार उबलते पानी में सुपारी डाले और फिर उस पानी से दूसरे दिन स्किन की रैसेज को धोने से रैसेज ठीक होने लगते है।  

सुपारी का सिफलिस रोग में लाभ

सुपारी के लेप को सिफलिस के घाव में लगाने से बहुत फायदा होता है।  प्रतिदिन ऐसा करने से बहुत जल्दी ठीक होने लगता है। 

सुपारी खाने के नुकसान - side effect of betel nut in hindi

अधिक सुपारी खाने से मसूड़ों ढीले पड़ जाते हैं और दांतों का इनेमल भी प्रभावित होता है।
सुपारी खाने  बनाये। 
मसूड़े खराब होने लगते है। 
अधिक मात्रा में सुपारी खाने से मुँह का कैंसर हो सकता है। 
अधिक प्यास लगना। 
साँस लेने में तकलीफ। 
ह्रदय गति धीरे होना। 

लाल सुपारी का उपयोग - Red Areca Nuts uses 

सुपारी को चूर्ण  के रूप में 5 से 6 ग्राम खा सकते है। 
सुपारी का लेप  के रूप में 10 से 12 ग्राम कर सकते है 
सुपारी का काढ़ा 10 से 20 मिली बना सकते है। 
सुपारी कैसे खाना चाहिए ?
सुपारी को खाने के तरीके भिन्न-भिन्न होते हैं। निम्नलिखित तरीकों में से आप अपनी पसंद के अनुसार चुन सकते हैं:
सुपारी को बिना कोई मसाले के सीधे खाया जाता है। इसके लिए, आप एक सुपारी को दो से तीन टुकड़ो में काट ले और उसे धीरे-धीरे चबाकर खाएं।
आप सुपारी के साथ सौंफ, लौंग अंजीर, काजू, इलायची डालकर भी खाई जा सकती है। 
सुपारी को पान के पत्ते, कच्ची सौंफ और मसालों के साथ गोंद का पानी डालकर बनाया जाता है। यह भारत में प्रसिद्ध है और मुख्य रूप से भोजन के बाद खाने का एक अच्छा विकल्प माना जाता है।

निष्कर्ष 
सुपारी (supari ke fayde) खाने के और भी बहुत से फायदे है यहाँ केवल सामान्य जानकारी दी गयी है।  चिकित्सक सलाह आवशयक है। 


FAQs

Q- सुपारी गर्म है या ठंडी?

A- सुपारी अम्लीय प्रवत्ति की और तासीर में ठंडी होती है। 

Q- लाल सुपारी खाने से क्या फायदा होता है?

A- लाल सुपारी निम्न समस्याओं में लाभकारी है - त्वचा के घावों को भरे. पेचिश में राहत दे, दांतो को मजबूत बनाये और मसूड़ों में होने वाली प्रॉब्लम्स को कम करे।  

Q- क्या सुपारी चबाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है?

A- यदि अधिक सुपारी खाने की आदत है तो मुँह में छाले हो सकते है, दांतो का रंग बदलने लगता है और मसूड़ों में सड़न होने लगती है। 

Q- सुपारी की खेती किस महीने में की जाती है 

A- सुपारी सितंबर से अक्तूबर और मई से जून के महीने में को जाती है।

Q-  सुपारी कितने दिन में तैयार होती है?

A-  बीज बोने के पांच साल बाद सुपारी की पैदावार तैयार होती है।