हाइड्रोसील (hydrocele) |
अंडकोष के नसो की सूजन (testicular pain) का इलाज हाइड्रोसील को होने से रोका नहीं जा सकता है। जन्म लेने वाले 10 बच्चों में से कोई एक को हाइड्रोसील हो जाता है और यह स्वयं ठीक भी हो जाता है। लेकिन वयस्कों में अधिकतर यह किसी इन्फेक्शन के कारण या चोट लगने से हो सकता है।
कुछ में इलाज की आवश्यकता नहीं होती है पर समस्या अधिक होने पर तकलीफ होना शुरू हो जाता है जिससे आपको डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा। कुछ आयुर्वेदिक घरेलू इलाज के जरिये भी इसे ठीक किया जा सकता है लेकिन कुछ महीनो बाद यदि फिर से तकलीफ होने लगती है तो चिकित्सक को दिखाए । आईये देखते है हाइड्रोसील (अंडकोष) का घरेलू इलाज कैसे दर्द की समस्या खत्म करता है -
हाइड्रोसील क्या होता है -what is hydrocele (testicular pain) in hindi
हाइड्रोसील को जलवृषण भी कहते है जो एक द्रव से भरी थैली होती है जो पुरुषों के एक या दोनों अंडकोष के पास बन जाती है। कुछ समय बाद इसमें पीड़ा होना एवं बैठने और चलने फिरने में समस्या होने लगती है। इलाज न मिलने पर इसके आकार में वृद्धि हो सकती है।
हाइड्रोसील के प्रकार - types of hydrocele in hindi
हाइड्रोसील दो प्रकार के होते है -
नॉन कम्युनिकेटिंग हाइड्रोसील
इसमें अंडकोष की थैली बंद होती है और तरल पदार्थ शरीर द्वारा अवशोषित नहीं होता है। इस प्रकार का हाइड्रोसील जन्म लेने वाले बच्चों में अधिक होता है और एक वर्ष के भीतर ठीक भी हो सकता है।
कम्युनिकेटिंग हाइड्रोसील
इसमें अंडकोष की थैली खुली होती है और द्रव शरीर में अवशोषित होती है। तथा दर्द के साथ सूजन भी रहती है।
हाइड्रोसील दर्द के लक्षण - symtoms of hydrocele in hindi
हाइड्रोसील में निम्न तरह के लक्षण प्रकट होते है -
अंडकोष में सूजन रहती है
चलने में तकलीफ
अंडकोष का आकार बढ़ जाना
बैठने में दर्द
सहवास में परेशानी
हाइड्रोसील होने के कारण - reasons of hydrocele in hindi
अंडकोष में सूजन के निम्न कारण हो सकते है -
चोट लगना सबसे बड़ा कारण हो सकता है
जेनेटिक (अनुवांशिक) होना
हाइड्रोसील के इलाज का तरीका
अंडकोष में पानी भरने का इलाज का तरीका इस प्रकार है-
मरीज को सबसे पहले बेहोश किया जाता है
साँस लेने के लिए मुँह में ट्यूब डाला जाता है।
फिर पेट में कट लगाया जाता है
सक्शन मशीन से हाइड्रोसील को बाहर निकाला जाता है।
फिर टांके लगा दिए जाते है।
हाइड्रोसील दर्द का देसी घरेलू इलाज/ बचाव के तरीके - home remedies treatment /prevention of hydrocele(testicular pain) in hindi
इन देसी घरेलू इलाज से हाइड्रोसील से बचा जा सकता है -
सेंधा नमक के पानी से स्नान
इस पानी से स्नान करें इससे दर्द से राहत मिलेगी और सूजन कम होगी। कम से कम 15 मिनट इस गर्म (गुनगुने) पानी में बैठे रहे। पानी की गर्मी अंडकोष के तरल पदार्थ को उत्तेजित कर सकती है जिससे अंडकोष की सूजन कम हो जाएगी। ध्यान रखें पानी बहुत अधिक गर्म न हो, नहीं तो यह नुकसान कर सकता है। यह नमक मैग्नीशियम में समृद्ध होता है जो मांसपेशियों को आराम देता है।
नए कंडोम का उपयोग करें -
संक्रमण होने के जोखिम को काफी कम करने के लिए सेक्स करते समय हमेशा एक नए कंडोम का उपयोग करें। एसटीडी (sexually transmitted disease) हमेशा अंडकोष को संक्रमित नहीं करते हैं, लेकिन यह असामान्य भी नहीं है।
आइस पैक लगाए-
आप हफ्ते में दो या तीन बार आइस पैक या कोल्ड कंप्रेशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह हाइड्रोसेले की असुविधाओं को दूर करने और सूजन को कम करने में मदद करेगा।
हाइड्रोसेले के लिए पेस्ट -
गर्म पानी में काली मिर्च और जीरा पाउडर का पेस्ट बना सकते हैं। इस पेस्ट को अंडकोष की सूजन वाली हिस्से पर लगाएं। इस पेस्ट को कुछ मिनट के लिए छोड़ दें, फिर इसे गर्म पानी से धो लें। याद रखें कि बहुत गर्म पानी का उपयोग न करें क्योंकि इससे हाइड्रोसेले की अधिक सूजन हो सकती है।
अंडकोष को चोट लगने से बचाये रहे। खेल के दौरान सुरक्षा कवच पहने।
आराम दायक कपडे पहने, चुस्त पहनने से बचे।
धूम्रपान और शराब पीना बहुत बड़ी बात है
इस दौरान वजन उठाने वाले या भरी कार्य न करे।
चाय और कॉफी लेने से बचें।
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हाइड्रोसील में क्या खाये - what to eat in hydrocele in hindi
हाइड्रोसील के दौरान आपको खानपान में ध्यान देने की आवश्यकता है यहाँ जो खाने के लिए बताया गया उसे डॉक्टरी सलाह पर खा सकते है -
उबली हुई सब्जी
आप अपने लंच और डिनर में उबली हुई सब्जियां ले सकते हैं। या आप हर दिन एक ताजा सब्जी का सलाद भी ले सकते हैं। यह आपको हल्का महसूस कराएगा और हाइड्रोसेले में भारीपन और दर्द को कम करेगा। यह काफी सरल लेकिन प्रभावी उपाय है जिसका उपयोग करके आप हाइड्रोसेले के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
पानी पीते रहे
अपनी शरीर को हाइड्रेटे रखे इसलिए तरल पिए पर वह हेल्दी हो कैफीन युक्त नहीं।
हाइड्रोसेल पर काली चाय और अदरक की चाय के स्वस्थ प्रभाव-
काली चाय दर्द को दूर करती है और हाइड्रोसेले की सूजन को कम करती है। हर दिन एक छोटा कप अदरक की चाय पीने से हाइड्रोसिले के दर्द और सूजन को कम किया जाता है।
एलो वेरा और आंवला जूस-
एलोवेरा और आंवले का रस
रोज सुबह खाली पेट एक कप एलोवेरा और आंवले का रस (बराबर अनुपात में) लेने से हाइड्रोसील में मदद मिलती है। यह सूजन, खुजली और खराश से राहत देता है जो हाइड्रोसेले का कारण बनता है।
स्वस्थ जीवन शैली में परिवर्तन-
अपनी जीवन शैली में क्रमिक और स्वस्थ बदलाव लाएं। निष्क्रिय जीवन शैली को खुद से हटाए और शरीर के स्वस्थ वजन को बनाए रखें। सरल योग आसनों का अभ्यास करें जो हाइड्रोसेले को ठीक करने में प्रभावी हैं।
जूस पिए
संतरे और अनार का ताजा जूस पीना अंडकोष की इस बीमारी फायदेमंद है।