किडनी स्टोन |
गुर्दे की पथरी का घरेलू इलाज किडनी और मूत्रवाहिनी में एक समय में एक से अधिक स्टोन हो सकते है जब आपको अपनी गुर्दे की पथरी का पता चलता है तो आप सोचते है कि सर्जरी का सहारा लेना पड़ेगा या नही। यदि गुर्दे की पथरी 10 मिमी से छोटी है तो वह सिर्फ दवाओं से ठीक हो सकती है और हो सकता है कि स्वयं ही पेसाब के रास्ते निकल जाए। इससे आप सर्जरी से बच सकते है।
क्या है गुर्दे की पथरी - what is kidney stone in hindi
गुर्दे की पथरी को नेफ्रोथयासिस भी कहते है। पथरी जो कि छोटे-छोटे ठोस क्रिस्टल से बना होता है। यदि आपको कभी अपने पीठ या पेट के एक तरफ दर्द होता है तो आपको पथरी की समस्या हो सकती है। मूत्र मार्ग में विशेष खनिज क्रिस्टल मौजूद होते है ये ही कुछ महीनों में पत्थर का रूप ले सकते है। कभी-कभी यह पत्थर गुर्दे से नीचे पेशाब नली में आ जाती है जिससे मूत्र में रुकावट हो जाती है और वही संक्रमण का कारण बनता है।
एक बार पथरी होने पर, वह दोबारा भी हो सकती है।
पथरी के प्रकार - types of kidney stone in hindi
पथरी के निम्न प्रकार होते है -
कैल्शियम की पथरी
कैल्शियम की पथरी सबसे आम पथरी है जो पुरुषों में 30 से 40 की उम्र म बनती है। यह अन्य तत्वों जैसे - ऑक्सालेट, कॉर्बोनेट और फास्फेट के साथ मिलकर स्टोन का निर्माण करता है।
सिस्टीन पथरी
यह उन लोगो में बनती है जिन्हे सिस्टिनूरिया होता है। जिन परिवार के सदस्यों में सिस्टि नामक एमिनो एसिड बनता है।
स्टूवाइट पथरी
जब महिलाओं या पुरुषों के मूत्र मार्ग में संक्रमण होता है तब उन्हें इस प्रकार क पथरी हो सकती है। यह पथरी बड़ी हो सकती है और गुर्दा, मूत्रवाहिनी के मार्ग को बाधित करती है।
यूरिक एसिड की पथरी
यह पथरी पुरुषों में अधिक होती है जहां गाउट का इतिहास होता है।
गुर्दे की पथरी का पता कब चलता है
जब पथरी गुर्दे से नीचे मूत्रवाहिनी में आती है तब स्टोन का पता चलता है। मूत्राशय से जब मूत्र नीचे आता है तब पथरी गुर्दे से उसे नीचे आने से रोकती है इससे तेज दर्द होता है जो थोड़ी देर बाद चला भी जाता है। यह सबसे सामान्य लक्षण है।
लेकिन कुछ ;लक्षण भी है जो लोगो में देखे जाते है जैसे - जी मिचलाना, मूत्र से खून आना, बुखार, उल्टी और ठंड लग सकती है। पुरुषों के अंडकोष में और महिलाओं के योनि में दर्द हो सकता है।
गुर्दे की पथरी किस कारण होती है - causes of kidney stone in hindi
संभावित कारणों में बहुत कम पानी पीना, व्यायाम (बहुत कम या बहुत कम), मोटापा, वजन घटाने की सर्जरी, या बहुत अधिक नमक या चीनी के साथ भोजन करना शामिल है। कुछ लोगों में संक्रमण और पारिवारिक इतिहास महत्वपूर्ण हो सकता है। बहुत अधिक फ्रुक्टोज खाने से गुर्दे की पथरी विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है। फ्रुक्टोज टेबल चीनी और उच्च फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप में पाया जा सकता है। पथरी निकल गयी है या नहीं इसका पता अल्ट्रा साउंड से लगाया जाता है।
गुर्दे की पथरी की रोकथाम कैसे करें - prevention of kidney stone in hindi
कुछ लोगो पथरी के लिए अधिक संवेदनशील होते है। ऐसे पदार्थ सिमित मात्रा में खाये जिसमे ऑक्जेलेट और फास्फेट पाया जाता है जैसे - पालक, चुकंदर।
उच्च मात्रा में सोडियम न ले और शरीर के जरुरत के अनुसार ही कैल्शियम लें, क्योंकि कैल्शियम की अधिकता से भी पथरी होने की संभावना रहती है।
अधिक प्रोटीन न खाये जैसे - चिकन, अंडा, मछली।
कैल्शियम भी जरुरत के अनुसार लें।
अधिक से अधिक पानी पिए।
स्वीट पोटैटो, पैकेज्ड फ़ूड, सी-फ़ूड, चॉक्लेट, विटामिन सी सभी पदार्थ शरीर की छमता के अनुसार।
कुछ विशेष दवाएं भी स्टोन को बनाती है।