सीओपीडी मरीजो के लिए आहार योजना, क्या खाएं क्या नही COPD patients food n hindi

COPD Patient diet in hindi सीओपीडी ज्यादातर धूम्रपान के कारण होता है, लेकिन यह प्रदूषण ग्रामीण क्षेत्रों में चूल्हे के धुएं के कारण भी होता है। ऐसे में इस प्रकार क्र खाद्य पदार्थ खाने चाहिए और इस दौरान अपने फेफड़ों(lungs) को सुरक्षित रखने से बचें।

क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज फेफड़ों में और बाहर हवा के प्रवाह को प्रतिबंधित करती है। प्रभावित व्यक्ति को सांस की तकलीफ और दैनिक गतिविधियों को करने में कठिनाई का अनुभव होता है।

सीओपीडी होने से व्यक्ति को आसानी से अस्थमा, फ्लू, स्ट्रोक आदि हो सकता है। घरेलू उपचार सीओपीडी का इलाज नहीं कर सकते, लेकिन अध्ययनों से पता चलता है कि कुछ राहत दे सकते हैं।
जानिए उपचारो से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज का निदान कैसे किया जाता है?

सीओपीडी रोगियों के लिए घरेलू उपचार - Home remedies for COPD Patient in hindi


सीओपीडी से पीड़ित मरीजों को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता का विशेष ध्यान रखना चाहिए उन्हें अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए।

हल्दी जीवाणुरोधी(anti bactirial) है। इसे दूध के साथ लिया जा सकता है।

अगर आपको कफ है तो मुलेठी का सेवन करें।

पानी गर्म/गुनगुना करके पिए।

नीलगिरी के तेल का प्रयोग करें। इसमें बलगम उत्पादन को हटाने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
धूम्रपान छोड़ने का प्रयास करें

अपने घर में हवा की गुणवत्ता(air quality) में सुधार करें

वायु निस्पंदन का प्रयोग करें

सीओपीडी रोगियों के लिए भोजन - what should eat to COPD in hindi


सीओपीडी के मरीज को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले और प्रोटीन युक्त भोजन अधिक लेना चाहिए।

ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जिनमें पोटैशियम हो जैसे चुकंदर, केला, नारियल, संतरा, आलूबुखारा आदि।

आंवला, ग्रीन टी, ग्रेपफ्रूट, नींबू, लहसुन, दालचीनी, लौंग, अदरक का सेवन करें।

सब्जियों में खासकर भिंडी, तरोई(जुकुनी), लौकी खाई जा सकती है।

 विटामिन डी के लिए सुबह मशरूम खाएं और धूप सेकें

मीलेट्स/साबुत अनाज

पतला मांस

ओट्स, अंजीर, बीन्स और मौसमी फल खाएं।

अधिक पानी पीना।

सीओपीडी में क्या नहीं खाना चाहिए - avoid food in COPD in hindi


आहार में कार्बोहाइड्रेट कम खाना।
एक बार से ज्यादा न खाएं।
भोजन सहित सोडियम कम लें।
दूध के उत्पाद अधिक बलगम बनाते हैं।
तली हुई चीजें कम खाएं।
गैस बनाने वाले उत्पादों या भोजन से बचें।

डॉक्टर को कब दिखाना है?


रोगी को बलगम वाली खांसी होती है
सीओपीडी का मरीज ज्यादा देर तक सांस नहीं ले पाता है।
जब व्यायाम से हालत खराब हो
खांसी के कारण रोगी बेहोश हो जाता है
गंभीर बीमारी में, रोगी को साँस लेने की तुलना में साँस छोड़ने में अधिक समय लगता है।
रोगी का वजन कम हो रहा है और थकान महसूस हो रही है।
कोई भी दवा या उपाय अपने आप न लें, डॉक्टर की सलाह जरूरी है।



निष्कर्ष
यहां बताए गए सीओपीडी के लिए आहार और घरेलू उपचार केवल सामान्य जानकारी देते हैं। अपने डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।